अखिलेश ने कहा कि बाबा के पास झूठ का फूल

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उत्तर प्रदेश में सत्ता की लड़ाई तेज हो गई है. पूर्वांचल की सियासत के कद्दावर नेता और बाहुबली हरिशंकर तिवारी का कुनबा समाजवादी पार्टी में शामिल हो गया है.पूर्वांचल के बाहुबली पंडित हरिशकंर तिवारी के दो बेटे और भांजे ने बसपा छोड़ सपा में शामिसल हो गए. इनके अलावा भी कई लोग समाजवादी पार्टी में शामिल हुए. इस अवसर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े 4 साल से प्रदेश में भेदभाव से काम हुआ है. सरकार ने जाति-धर्म के आधार पर काम किया है. उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के डिवाइड और रूल से राज किया. बीजेपी लोगों को डराकर-मारपीट कर राज कर रही है.

अखिलेश यादव के नेतृत्व से प्रेरित होकर आज बड़ी संख्या में बसपा, भाजपा, आम आदमी पार्टी तथा कांग्रेस के वरिष्ठ एवं प्रमुख नेता समाजवादी पार्टी में अपने हजारों समर्थकों के साथ शामिल हो गए. बुन्देलखंड इंसाफ सेना, निषाद सेना एवं मान्यवर कांशीराम सर्वसमाज सेना ने समाजवादी पार्टी में विलय कर दिया. विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पाण्डेय के साथ बसपा छोड़कर पूर्व सांसद भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कौशल तिवारी, विधायक चिल्लूपार गोरखपुर विनय शंकर तिवारी, ब्लाक प्रमुख लक्ष्मीपुर गोरखपुर संतोष पाण्डेय, बसपा के पूर्व प्रत्याशी संजय दीक्षित, फतेहपुर सदर से पूर्व प्रत्याशी बसपा समीर त्रिवेदी, गोण्डा कर्नैलगंज के पूर्व बसपा प्रत्याशी संतोष तिवारी सहित बसपा के कई पदाधिकारी, कई पूर्व प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य तथा प्रधान भी समाजवादी पार्टी के सदस्य बन गए.

सपा में अन्य दलों के नेताओं के शामिल होने से उत्साहित अखिलेश यादव ने कहा कि प्रतिष्ठित परिवार से जुड़े लोग आज सपा में शामिल हो रहे हैं. इससे सपा मजबूत हो रही है और सपा के मुकाबले कोई नहीं रह गया है. उन्होंने कहा कि आज पार्टी कार्यालय भरा है. बहुत से लोग बाहर जमा है. उन्होंने कहा कि कहीं इतनी भीड़ देखकर बुलडोजर सरकार यहां न आ जाए. बाहुबली हरिशंकर तिवारी के बेटे और विधायक विनय शंकर तिवारी, पूर्व सांसद कुशल तिवारी और भांजे गणेश शंकर पांडेय ने बसपा छोड़ सपा की सदस्यता ली. इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि आज बहुत ही प्रतिष्ठित परिवार के लोग सपा में शामिल हो रहे हैं. कन्नौज के मेरे पहले चुनाव में कुशल तिवारी भी साथ थे. अब समाजवादी पार्टी का कोई मुकाबला नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि अब समाजवादियों के साथ अंबेडकरवादी भी आ गए हैं. इसलिए 2022 में सपा की सरकार बनने जा रही है.

अखिलेश ने हरिशंकर तिवारी के दोनों बेटों और भांजे को पार्टी में शामिल कराकर कई निशाने साधे हैं. इसी के साथ सपा की पूर्वांचल में बड़े ब्राह्मण चेहरे की तलाश भी पूरी हो गई. 2007 में राजनीतिक संन्यास लेने के बाद हरिशंकर तिवारी की विरासत छोटे बेटे विनय शंकर तिवारी ने संभाली थी. वह 2017 में गोरखपुर की चिल्लूपार विधानसभा सीट से विधायक चुने गए.हरिशंकर तिवारी के बड़े बेटे भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी संतकबीरनगर संसदीय क्षेत्र से दो बार सांसद रह चुके हैं. जबकि गणेश शंकर पांडेय बीएसपी की सरकार में विधान परिषद के सभापति बनाए गए थे. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने हरिशंकर तिवारी के पूरे परिवार को पिछले दिनों पार्टी से बाहर का रास्‍ता दिखा दिया था. अब परिवार के सपा में शामिल होने के बाद बीएसपी के साथ-साथ बीजेपी की टेंशन बढ़नी लाजिमी है.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022से पहले बहुजन समाज पार्टी को बड़ा झटका लगा है. गोरखपुर के प्रभावशाली नेता हरि शंकर तिवारी का पूरा कुनबा आज समाजवादी पार्टी के साइकिल पर सवार हो गया. अखिलेश यादव ने विनय शंकर तिवारी, पूर्व सांसद भीष्मशंकर तिवारी सहित पूर्व विधानसभा सभापति गणेश शंकर पांडेय , ब्लाक प्रमुख संतोष पांडेय सहित भाजपा के जय चौबे ने रविवार को सपा की सदस्यता दिलाई. इस दौरान अखिलेश काफी प्रसन्न नजर आएं.

एक बड़ा परिवार सपा का साथ जुड़ गया है- अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि पंडित हरिशंकर तिवारी का परिवार समाजवादी पार्टी से जुड़ा है. पंडित हरिशंकर तिवारी हमारे साथ नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के साथ काफी लम्बे समय से जुड़े हैं. अब तो समाजवादी पार्टी का परिवार काफी बड़ा होता जा रहा है. आज एक बड़ा परिवार सपा का साथ जुड़ गया है. अब सपा का कोई मुकाबला नहीं कर पाएगा.

विनय शंकर तिवारी ने भाजपा पर साधा निशाना – समाजवादी पार्टी का दामन थामने के बाद विनय शंकर तिवारी ने कहा कि 2017 में जनता के बड़े समर्थन और उत्साह से यूपी में भाजपा की सरकार बनी. लेकिन, इस सरकार ने लोकतंत्र नहीं राजतंत्र अपनाया. लोगों के बोलने पर पाबंदी लगाई. काम किसी और का है पर पत्थर अपना लगवा रहे हैं.उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के लोग समाज में तोड़फोड़ कर रहे हैं. धरातल पर कोई काम सरकार ने नहीं किया. गोरखपुर में बाढ़ प्रभावित इलाके के लिए कोई बजट नहीं दिया गया. गोरखपुर विशवविद्यालय में जाति विशेष के लोगों को नियुक्ति दी गई है.गौरतलब है कि हरिशंकर तिवारी के बड़े बेटे कुशल तिवारी दो बार संतकबीर नगर से सांसद रहे हैं तो छोटे बेटे विनय शंकर तिवारी चिल्लूपार विधानसभा से बीएसपी विधायक हैं. गणेश शंकर पांडे, हरिशंकर तिवारी के भांजे हैं और बीएसपी सरकार में विधान परिषद के सभापति रहे हैं.


   खलीलाबाद के भाजपा विधायक जय चौबे, अजय दूबे, विक्रम दुबे, इटावा के पूर्व जिला मंत्री शिव कुमार निषाद भी अपने तमाम साथियों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. पूर्व विधायक कुशीनगर आनन्द शर्मा, शिवेन्द्र पाण्डेय अधिवक्ता, आम आदमी पार्टी बरेली के जिला सचिव शिव औतार शर्मा, योगेन्द्र शर्मा अध्यक्ष फोनरवा गौतम बुद्धनगर भी सपा में शामिल हुए. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जलालुद्दीन सिद्दीकी ने भी कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली. मनोज चौधरी ने अपनी पार्टी का विलय कर दिया. मूलचरन निषाद बसपा छोड़कर सपा में शामिल हुए.आनन्द निषाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ने निषाद सेना, ए.एस. नोमानी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बुन्देलखंड इंसाफ सेना बांदा तथा मान्यवर कांशीराम सर्व समाज सेना गाजियाबाद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बोबी अन्ना ने समाजवादी पार्टी में विलय की घोषणा की.


   समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी द्वारा किन्नर पायल को समाजवादी किन्नर सभा उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष नामित किया गया है.  
पूर्व विधायक संतोष पाण्डेय ने फरसा तथा संतोष तिवारी ने शंख-चक्र राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को भेंट किया. कई अन्य ने भी स्मृति चिह्न दिए. अजय दुबे ने श्रीकृष्ण जी की चांदी की मूर्ति भेंट की.समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नए साथियों के आने का स्वागत करते हुए कहा कि जनता ने भाजपा के सफाये का मन बना लिया है. समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले तमाम नेताओं ने संकल्प लिया कि वे विधानसभा चुनाव 2022 में होने वाले चुनावों में समाजवादी पार्टी को बहुमत दिलाने और अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.