मोदी जी के मित्र अडानी ने पूरी दुनिया में भारत को किया शर्मशार, अमेरिकी अदालत ने रिश्वत देकर ग्रीन एनर्जी का ठेका लेने पर गौतम अडानी और उसके भतीजे के खिलाफ जारी किया वारंट। मोदी जी ने अपने दोस्त अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए राज्य सरकारों पर अडानी ग्रीन एनर्जी से महंगी बिजली खरीदने का दबाव बनाया। अडानी ने मध्यप्रदेश, राजस्थान की तरह दिल्ली में भी महंगी बिजली बेचने की कोशिश की, लेकिन केजरीवाल ने इजाजत नहीं दी, अगर दिल्ली में भाजपा होती तो दिल्लीवालों को भी महंगी बिजली मिल रही होती। अब दिल्ली की जनता को भी सावधान रहना है कि अगर दिल्ली में गलती से भी भाजपा आ गई तो यहां भी लोगों को महंगी बिजली मिलेगी। इस मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच हो, मोदी जी से पूछताछ हो, रिश्वत देने वाले गौतम अडानी व सागर अडानी और रिश्वत लेने वाले अधिकारियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। अडानी ने पूरी दुनिया में भारत को किया शर्मशार-संजय सिंह
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मित्र अडानी को लेकर आम आदमी पार्टी ने गुरुवार के बड़ा खुलासा किया। यह खुलासा पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने अडानी के ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट को लेकर किया है। संजय सिंह का कहना है कि मोदी जी के मित्र गौतम अडानी ने पूरी दुनिया में भारत को शर्मशार किया है। अडानी ने भारत में 12 हजार मेगावॉट बिजली सप्लाई का ठेका अधिकारियों को हजारों करोड़ रुपए की रिश्वत देकर लिया है। इसमें अमेरिकी कंपनियों ने भी 25 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया है। अमेरिकी निवेशकों का पैसा डूब न जाए, इसलिए अमेरिकी अदालत ने जांच की है। जांच में खुलासा हुआ है कि गौतम अडानी के भतीजे सागर अडानी ने ये भरी भरकम रिश्वत दी है और इसके साक्ष्य भी मौजूद है। लिहाजा अमेरिकी अदालत ने गौतम अडानी और उसके बेटे सागर अडानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उन्होंने मांग की कि इस मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच हो, प्रधानमंत्री से पूछताछ हो और रिश्वत देने वाले गौतम अडानी व सागर अडानी व रिश्वत लेने वाले अधिकारियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि प्रधानमंत्री के दोस्त गौतम अडानी ने भारत को शर्मसार किया है। पूरी दुनिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके दोस्त की वजह से भारत की बेइज्जती हुई है। यह बहुत अफसोस की बात है। मैंने एक फिल्म का गाना सुना था, तू जहां-जहां चलेगा, मेरा साया साथ होगा। प्रधानमंत्री मोदी अडानी के लिए यही गाना गाते हैं। जिस देश में जाते हैं, जिस कार्यक्रम में जाते हैं, जिस योजना की शुरुआत करते हैं, उसमें पहला फायदा वो भारत का नहीं देखते बल्कि अडानी का देखते हैं।
अमेरिका की अदालत की जांच के बाद जो खुलासा हुआ है, उसने पूरे देश को हैरान कर दिया है। पूरा देश अचंभित है कि इतना बड़ा भ्रष्टाचार और इतना बड़ा लूट का धंधा प्रधानमंत्री और भाजपा के नेतृत्व में पूरे देश में चल रहा है। सारे सबूत होने के बावजूद कहीं कोई जांच नहीं, कहीं कोई कार्रवाई नहीं। ऐसा क्यों हो रहा है? प्रधानमंत्री ने पूरा देश लूटने की छूट दे रखी है। मोदी जी के दोस्त अडानी को भारत में अडानी ग्रीन एनर्जी के नाम पर 12 हजार मेगावॉट बिजली सप्लाई का ठेका मिला। मोदी जी ने अपने दोस्त के लिए राज्य सरकारों पर दबाव बनाया कि आप महंगी बिजली खरीदिए लेकिन दोस्त का फायदा होना चाहिए। जनता भले ही लुट जाए, उसकी जेब कट जाए तो कट जाए, उसे महंगी बिजली मिलती है तो मिले लेकिन अडानी को फायदा पहुंचाइए।
संजय सिंह ने कहा कि वो बारह हजार मेगावॉट का ठेका 2,125 करोड़ रुपए की रिश्वत खिलाकर मिला। गौतम अडानी ने भारत में अधिकारियों 2,125 करोड़ रुपए की रिश्वत दी, जिसके कारण उन्हें बारह हजार मेगावॉट का ठेका मिला। बिजली सप्लाई करने का अलग-अलग राज्यों में ठेका मिला। हिंदुस्तान की जनता को महंगी बेचने का ठेका मिला। हिंदुस्तान की जनता से कितनी लूट हो रही है। प्रधानमंत्री और अडानी मिलकर इस ठेके में कितनी लूट कर रहे हैं। करीब-करीब 25 हजार करोड़ की लूट भारत की जनता से कर रहे हैं। भारत की जनता से बढ़े हुए बिजली के दाम के नाम पर 25 हजार करोड़ रुपए की लूट नरेंद्र मोदी और अडानी कर रहे हैं। और उसके लिए 2,100,25 करोड़ रुपए की रिश्वत खिलाई गई।
यह मैं हवा में बात नहीं कर रहा हूं। इस बारह हजार मेगावॉट के प्रोजेक्ट में अडानी के साथ लगभग 25 हजार करोड़ रुपए का निवेश अमेरिका की कंपनियों को अमेरिका के लोगों को करना था। तो अमेरिका में अगर निवेशकों का नुकसान होता है, अमेरिका में अगर कोई भ्रष्टाचार का तंत्र चलाकर कोई ठेका हासिल करता है, जिसमें निवेशकों के पैसों की डुबने की संभावना होती है तो उसकी गहनता से जांच होती है। पिछले दो साल से अमेरिका में इस मामले की जांच चल रही है कि जहां हमारे देश के निवेशकों ने 25 हजार करोड़ रुपए लगाए, उस कंपनी ने कोई घोटाला, घपला, भ्रष्टाचार और रिश्वत तो नहीं खिलाई है। तो उनको यह पता चला कि गौतम अडानी के भतीजे सागर अडानी ने जिन अधिकारियों को रिश्वत दी थी, उसने उनकी फोटो के नीचे अमाउंट लिखा हुआ था कि किस अधिकारी को कितनी रिश्वत खिलाई गई। उसके मोबाइल वो सारे साक्ष्य मिले। उसका पावर पॉइंट प्रेजेंटेंशन तैयार था। उसे दिखाया जाता था कि किस अधिकारी को कितनी रिश्वत दी गई है। ये सारे साक्ष्य मिले हैं। दो साल से इस मामले की जांच चल रही है लेकिन भारत में कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अमेरिका की अदालत ने पूरे मामले की जांच की और पाया कि ये 2,1,25 करोड़ रुपए की रिश्वत भारत में अधिकारियों को खिलाकर ठेके हासिल गए। जिसमें अमेरिका के निवेशकों के 25 हजार करोड़ लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री के अमेरिका के दोस्त भी अडानी को नहीं बचा पाए। गौतम अडानी और सागर अडानी के खिलाफ अमेरिका में वॉरंट जारी हुआ है। भाजपाई बेईमानी, भ्रष्टाचार करने वाले और बिजली के नाम पर जनता को लूटने वाले अडानी के साथ खड़े होते हैं, जिनके खिलाफ अमेरिका में वॉरंट जारी हो गया है।
संजय सिंह ने आगे कहा कि अडानी ग्रीन एनर्जी को गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में ठेला मिला। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार में भी उन्होंने घुसपैठ करने की कोशिश की। यहां भी रिश्वत खिलाकर अडानी ग्रीन एनर्जी के माध्यम से बिजली की सप्लाई करने की कोशिश की। लेकिन अरविंद केजरीवाल जैसे ईमानदार व्यक्ति दिल्ली के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने अडानी को दिल्ली में घुसने नहीं दिया। वरना आपको पहले भी महंगी बिजली मिलती और आगे भी बिजली महंगी मिलती। अरविंद केजरीवाल यहां पर थे इसलिए अडानी ग्रीन एनर्जी की घुसपैठ नहीं हो पाई। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को महंगी बिजली नहीं बेचने दी। अगर गलती से भाजपाई आ गए तो दिल्ली की जनता को महंगी बिजली के नाम पर फिर से लूटेंगे। इसलिए भी दिल्ली की जनता को सावधान हो जाना चाहिे।
संजय सिंह ने कहा यह वॉरंट सिर्फ गौतम अडानी और सागर अडानी पर हुआ। मैं तो कहता हूं कि वॉरंट भारत के प्रधानमंत्री के खिलाफ होना चाहिए और वॉरंट वो अमेरिका में नहीं बल्कि भारत में होना चाहिए। कम से कम भारत की कोई अदालत सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट या कोई भी कोर्ट मोदी को बुलाकर पूछताछ करे कि आखिर उन्होेंने बिजली के नाम पर भारत की जनता का बीस हजार करोड़ रुपए क्यों लूटे? यह उनकी मिलीभगत के बगैर संभव नहीं है। डबल इंजन की सरकारों और उनके अधिकारियों ने पैसा खाया है। उन्होंने जनता को महंगी बिजली बेची है, कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। अमेरिका में गौतम अडानी और सागर अडानी की जांच चल रही है, वो एक बिजनेसमैन हैं, उनके खिलाफ जो तथ्य पाएं जाएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई होगी। लेकिन भारत की अदालत को किसी ना किसी जांच एजेंसी को ऑथराइज करना चाहिए ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी पूछताछ हो कि इस घोटाले में उनकी क्या भूमिका है? क्योंकि भारत के निवेशकों का लाखों-करोड़ों रुपए डूब जाते हैं। प्रधानमंत्री, अमित शाह और वित्त मंत्री के बयान उसके लिए जिम्मेदार होते हैं लेकिन यहां उसकी कोई जांच नहीं होती है।
संजय सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार में सेबी की प्रमुख का नाम आता है लेकिन कोई जांच और कार्रवाई नहीं होती। अभी इतना बड़ा खुलासा हुआ है कि जहां-जहां प्रधानमंत्री जाते हैं, वहां अडानी का ठेका पहुंच जाता है। इतना बड़ा रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया। भारत में अधिकारियों को 2,100,25 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई। अडानी को अलग -अलग राज्यों में बारह हजार मेगावॉट का बिजली का ठेका दिया गया। यह प्रधानमंत्री और भाजपा की मिलीभगत के बगैर संभव नहीं है। इसलिए भारत के अंदर भी सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होनी चाहिए। एक अडानी है, मोदी ने उसके नाम पूरे भारत को नीलाम कर दिया। आकाश में चले जाइए, तो एयरपोर्ट अडानी का। पाताल में चले जाइए, तो कोयला और गैस अडानी का। जमीन पर आ जाइए, रेल और सेल अडानी की। सड़क, बिजली और पानी अडानी का। सबकुछ अडानी का। आकाश से लेकर पाताल तक इन्होंने सब कुछ अडानी को दे दिया। इसलिए इस मामले में पूरे देश का सिर शर्म से झुक गया है कि एक रिश्वतखोर, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली कंपनी देश के अंदर राज कर रही है, जिसके संरक्षक, मुखिया, जिसके भाई और दोस्त कोई और नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूरी की पूरी भाजपा है।
संजय सिंह ने कहा कि अभी इसमें दो तीन मांगे हम लोग आम आदमी पार्टी की ओर से कर रहे हैं। पहली यह है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इस मामले की जांच हो और प्रधानमंत्री से भी पूछताछ हो क्योंकि वो सीधे तौर पर इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं। जहां-जहां अडानी को ठेका मिला, जिन-जिन अधिकारियों ने ठेका लिया, जिन-जिन अधिकारियों ने रिश्वत ली, उनके नाम मौजूद हैं, उनकी फोटो मौजूद है। उसका पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन मौजूद है। उन सब साक्ष्यों के आधार पर उन अधिकारियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। इस रिश्वतखोरी के मामले में गौतम अडानी जिसने रिश्वत खिलाई। सागर अडानी जिसकी पूरी भूमिका थी। इन दोनों को तत्काल भारत के अंदर गिरफ्तार किया जाए और पूछताछ करके इनसे पूरे सच का पता लगाया जाए। यह कोई सामान्य मामला नहीं है, यह भारत की जनता का हजारों करोड़ों रुपए महंगी बिजली के नाम पर लूटने का मामला है, जिसमें प्रधानमंत्री, अडानी और भाजपा शामिल है।संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली के अंदर अरविंद केजरीवाल ने अडानी ग्रीन एनर्जी को घुसने नहीं दिया। दिल्ली के अंदर अरविंद केजरीवाल ने महंगी बिजली बेचने और जनता को लूटने की छूट नहीं दी। अगर गलती से दिल्ली में भाजपा आ गई तो दिल्ली में भी महंगी बिजली होगी और दिल्ली की जनता से भी पैसे लूटे जाएंगे। अडानी ने पूरी दुनिया में भारत को किया शर्मशार-संजय सिंह