

उत्तर प्रदेश संगीत नाट्य अकादमी संस्कृत विभाग एवं भारतीय आदर्श योग संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में जनेश्वर मिश्रा पार्क में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए सामूहिक भव्य योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में योग प्रेमियों ने सहभागिता कर योग के महत्व और भारतीय परंपरा की गरिमा को सजीव किया। जनेश्वर मिश्र पार्क में हुआ भव्य योगाभ्यास
लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आज सुबह जनेश्वर मिश्र पार्क में एक भव्य योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन उत्तर प्रदेश संगीत नाट्य अकादमी संस्कृत विभाग एवं भारतीय आदर्श योग संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य योग के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभों को जनसामान्य तक पहुंचाना रहा। सुबह के समय वातावरण में शांति और ऊर्जा का संचार करते हुए सैकड़ों प्रतिभागियों ने विभिन्न योगासन, प्राणायाम और ध्यान तकनीकों का अभ्यास किया। प्रशिक्षित योगाचार्यों ने चरणबद्ध रूप से प्रतिभागियों को योगाभ्यास कराया और इसके पीछे की वैज्ञानिक व आध्यात्मिक व्याख्या भी दी। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार और ‘ओम्’ ध्वनि के साथ हुई, जिससे पूरे परिसर में एक दिव्य वातावरण का संचार हुआ। उपस्थित गणमान्य अतिथियों ने योग को भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर बताते हुए इसे दैनिक जीवन में अपनाने की अपील की।

निदेशक डॉ. शोभित कुमार नाहर उत्तर प्रदेश संगीत नाट्य अकादमी ने बताया कि योग न केवल शरीर को स्वस्थ बनाता है बल्कि मानसिक संतुलन और जीवन में अनुशासन भी लाता है। उन्होंने योग दिवस जैसे आयोजनों को व्यापक जनजागरूकता का माध्यम बताया।योग एक प्राचीन भारतीय जीवनशैली है, जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने का माध्यम है। यह केवल व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक कला है, जो हमें स्वास्थ्य, शांति और आत्मबल प्रदान करती है। योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला है। यह तन, मन और आत्मा का समन्वय करता है।

योगाचार्य, भारतीय आदर्श योग संस्थान कृष्णदत्त मिश्र ने कहा कि योग स्वस्थ जीवन का आधार है। योग शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। यह एक प्राचीन भारतीय जीवनशैली है जो शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम करती है। योग तनाव और चिंता को कम करने, एकाग्रता में सुधार करने, और बेहतर नींद को बढ़ावा देने में मदद करता है।योग आत्म-जागरूकता, आत्म-नियंत्रण और भावनात्मक संतुलन को बढ़ावा देता है।योग तनाव और चिंता को कम करने, एकाग्रता में सुधार करने, और बेहतर नींद को बढ़ावा देने में मदद करता है।योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करके, आप अपने समग्र स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं।आज के तनावपूर्ण जीवन में योग ही ऐसा माध्यम है, जो व्यक्ति को भीतर से सशक्त बनाता है। योगाचार्य श्री मिश्रा ने हर योग आसन की व्याख्या करते हुए यह बताया कि किस क्रिया से कौन-कौन सी बीमारियों से बचाव या उपचार संभव है। प्रतिभागियों ने पूरे मनोयोग से अभ्यास किया और योग के प्रति जागरूकता दिखाई।
योग के प्रमुख लाभ
- शारीरिक स्वास्थ्य: नियमित योगाभ्यास से शरीर लचीला और मजबूत बनता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- मानसिक स्वास्थ्य: योग तनाव और चिंता को कम करता है, मानसिक शांति और स्पष्टता लाता है।
- भावनात्मक संतुलन: योग आत्म-नियंत्रण और भावनात्मक स्थिरता को बढ़ावा देता है।
- नींद में सुधार: नियमित अभ्यास से नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है।
- एकाग्रता में वृद्धि: योग ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को विकसित करता है।
- आत्म-जागरूकता: योग व्यक्ति को अपने भीतर झाँकने और आत्म-समझ को गहरा करने में सहायता करता है।
योगाचार्य कृष्णदत्त मिश्र ने प्रतिभागियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अनुसार निर्धारित योग प्रोटोकॉल का अभ्यास कराया। चरणबद्ध ढंग से विभिन्न आसनों, प्राणायाम एवं ध्यान विधियों को सिखाया और उनके स्वास्थ्यगत लाभों की भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने क्रमवार ढंग से विभिन्न योग आसनों, प्राणायाम, एवं ध्यान क्रियाओं को करवाया और प्रत्येक क्रिया के शारीरिक व मानसिक लाभों की वैज्ञानिक व व्यावहारिक व्याख्या भी की। नियमित योगाभ्यास से न केवल तनाव, चिंता और अनिद्रा जैसी समस्याओं से राहत मिलती है, बल्कि यह उच्च रक्तचाप, मधुमेह और रीढ़ संबंधी विकारों में भी लाभकारी है। कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों ने पूरे मनोयोग से अभ्यास किया और योग के सकारात्मक प्रभावों को अनुभव किया कार्यक्रम का उद्देश्य जनमानस में योग के प्रति जागरूकता फैलाना और जीवनशैली में योग को अपनाने के लिए प्रेरित करना रहा।

इस योग समागम में अकादमी के अध्यक्ष प्रो.जयन्त खोत, उपाध्यक्ष विभा सिंह, निदेशक डॉ.शोभित कुमार नाहर,अकादमी, कथक केन्द्र, तथा जयघोष के कर्मचारीगण एवं ग्रीष्मकालीन कार्यशालाओं के प्रशिक्षणार्थी उत्साहपूर्वक सम्मिलित हुए। साथ ही भारतीय आदर्श योग संस्थान के सदस्यगण में योग प्रशिक्षक ओम मिश्रा,राजकुमार योग प्रशिक्षिका बीना यादव,मधु पांडेय,इसरार भाई इस अवसर पर उपस्थित रहे। भारतीय आदर्श योग संस्थान के योग प्रशिक्षकों ने ‘योग से निरोग’ का संदेश देते हुए लोगों को नियमित रूप से योग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बदलती जीवनशैली और मानसिक तनाव के इस दौर में योग ही एकमात्र समाधान है जो व्यक्ति को भीतर से मज़बूत बनाता है। आयोजकों द्वारा जलपान की व्यवस्था भी की गई थी। समस्त उपस्थित जनों ने इस आयोजन की सराहना की और इसे प्रेरणादायक बताया। जनेश्वर मिश्र पार्क में हुआ भव्य योगाभ्यास