मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर में किया दर्शन-पूजन

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मुख्यमंत्री ने नेपाल के प्रधानमंत्री का वाराणसी एयरपोर्ट पर स्वागत किया।मुख्यमंत्री के साथ नेपाल के प्रधानमंत्री ने काल भैरव मंदिर में आशीर्वाद लिया, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया।मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नेपाल के प्रधानमंत्री ने श्री साम्राज्येश्वर पशुपतिनाथ मंदिर स्थित वृद्धाश्रम का उद्घाटन किया।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और उनके विजन केअनुसार बौद्ध एवं रामायण सर्किट का विकास किया जा रहा।: मुख्यमंत्रीदोनों देशों का परस्पर विकास जनता की मांग, परिणामस्वरूपकाशी-काठमाण्डू तथा अयोध्या-जनकपुर सिस्टर सिटी।मिलकर कार्य करने से दोनों देशों के नागरिकों की आस्था, विकासतथा रोजगार की सम्भावनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया जा सकता है।दोनों देशों के मध्य संवाद सांस्कृतिक एवंआध्यात्मिक विरासत एवं विकास के सम्बन्ध में होना चाहिए।


लखनऊ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज नेपाल के प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउवा एवं उनकी धर्मपत्नी आरजु राणा देउवा का वाराणसी एयरपोर्ट पर स्वागत किया। नेपाल के प्रधानमंत्री के जनपद आगमन पर उनका स्थानीय लोगों एवं लोक कलाकारों ने भव्य स्वागत किया।मुख्यमंत्री के साथ नेपाल के प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउवा एवं उनके साथ आए प्रतिनिधिमण्डल ने सर्वप्रथम काशी के कोतवाल काल भैरव मंदिर में आशीर्वाद लिया और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत दर्शन-पूजन किया। तदोपरान्त ललिता घाट स्थित साम्राज्येश्वर पशुपतिनाथ मंदिर (नेपाली मंदिर) में विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नेपाल के प्रधानमंत्री ने श्री साम्राज्येश्वर पशुपतिनाथ मंदिर स्थित वृद्धाश्रम का उद्घाटन किया। ज्ञातव्य है कि नेपाली मंदिर का निर्माण नेपाल की राजधानी काठमाण्डू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर की तर्ज पर किया गया है। पूर्ण रूप से काष्ठ निर्मित यह मंदिर श्री काशी विश्वनाथ धाम के समीप है।

 
मुख्यमंत्री ने नेपाल के प्रधानमंत्री एवं उनके साथ आए प्रतिनिधिमण्डल के साथ ताज होटल में बैठक के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और उनके विजन के अनुसार बौद्ध एवं रामायण सर्किट का विकास किया जा रहा है।विकास की साझी विरासत को हम सभी मिलकर तीव्र गति से आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के मध्य संवाद होना चाहिए। संवाद सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत के साथ जुड़कर विकास के सम्बन्ध में होना चाहिए। भारतीय नागरिक काठमाण्डू में श्री पशुपतिनाथ मंदिर तथा जनकपुर में माँ जानकी के मंदिर में पूजन-अर्चन के लिए उत्सुक रहते हैं। साथ ही, नेपाली नागरिक काशी एवं अयोध्या के आध्यात्म एवं दर्शन से जुड़ने के इच्छुक रहते हैं। दोनों देशों का परस्पर विकास जनता की मांग है, परिणामस्वरूप काशी-काठमाण्डू तथा अयोध्या-जनकपुर सिस्टर सिटी हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि नेपाल के साथ उनका व्यक्तिगत लगाव है। नेपाली नागरिकों के प्रति देशवासियों के मन में हमेशा सद्भाव, सम्मान एवं स्नेह का भाव रहता है। उन्होंने कहा कि मिलकर कार्य करने से दोनों देशों के नागरिकों की आस्था, विकास तथा रोजगार की सम्भावनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया जा सकता है।इस अवसर पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।