उ0प्र0 में चल रही है विज्ञापन वाली सरकार, इवेन्ट मैनेजमंेट में पानी की तरह बहाया जा रहा है जनता की गाढ़ी कमाई । लुभावने नारों के जरिए की जा रही है सरकार की ब्रान्डिंगमंहगाई, बेरोजगारी, ध्वस्त कानून व्यवस्था जैसी समस्याओं से जूझ रहा है प्रदेश, मंहगाई, बेरोजगारी, ध्वस्त कानून व्यवस्था जैसी समस्याओं से जूझ रहा है प्रदेश। योगी सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल, मेडिकल यूनिवर्सिटी जैसे चिकित्सा संस्थान मूलभूत संरचना और सुविधाओं की कमी से जूझ रहे।
डा0 उमा शंकर पाण्डेय
लखनऊ – उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार पर प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई को विज्ञापन और इवेन्ट मैंनेजमेंट में करोड़ों रूपये पानी की तरह बहाये जाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि योगी सरकार विज्ञापन और इवेंट मैनेजमेंट के जरिये प्रदेश की जनता को लगातार गुमराह करने का प्रयास कर रही है जबकि प्रदेश के हालात बद से बदतर हो चुके हैं।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी झूठे और भ्रामक प्रचार करके प्रदेश की जनता को लुभावने नारे देकर और वादा करके सत्ता में काबिज हो गयी। किन्तु अपने किसी भी वादे पर खरी नहीं उतरी। योगी सरकार जनता के विश्वास पर खरी नहीं उतरी और योगी सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए लुभावने नारों और बड़े-बड़े होर्डिंगों के जरिये सरकार की ब्रान्डिंग करने में जुटी हुई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज लखनऊ का के0जी0एम0यू0 बुनियादी सुविधाओं का अभाव झेल रहा है। न सिर्फ मेडिकल यूनिवर्सिटी बल्कि पूरे प्रदेश के जनपदों से आने वाले मरीज मूलभूत सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। इतना ही नहीं लखनऊ सहित पूरे प्रदेश के राजकीय अस्पतालों और सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 के हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि निजी अस्पताल सरकारी क्षेत्र के अस्पतालों के मुकाबले दिन दूनी रात चैगुनी फल फूल रहे हैं। सरकारी उदासीनता के चलते निजी अस्पतालों की पौ बारह है और प्रदेश की गरीब जनता इन निजी अस्पतालों के दोहन का शिकार हो रही है।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का हर जनपद में एक मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल खोलने के वादे का आखिर क्या हुआ? योगी सरकार बताये कि उ0प्र0 के किन-किन जनपदों में उसने मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल खोले हैं?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज पूरा प्रदेश मंहगाई से जूझ रहा है। खाद्य पदार्थ और सब्जियां आम जनता की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं। खाद्य तेल और दलहन के दाम आसमान छू रहे हैं। बेरोजगारी चरम पर है और ऐतिहासिक 45 वर्षों में सर्वाधिक है। प्रदेश की आम अवाम ध्वस्त कानून व्यवस्था के चलते भय के वातावरण में जीने को मजबूर है। मुख्यमंत्री जी आये दिन मंचों से कहते हैं कि – अपराधी या तो प्रदेश छोड़ देंगे या जेल की सींखचों में होंगे। किन्तु कानून व्यवस्था की बदतर हालत किसी से छिपी नहीं है। किसी भी लोकतांत्रिक चुनी हुई सरकार का प्रथम कर्तव्य आम जनता केा सुरक्षा देना है जिसमें योगी सरकार अपने प्राथमिक दायित्व के निर्वहन में पूरी तरह विफल साबित हुई है।