…तो ऐसे हो रहा राजधानी में एसआईआर

51
…तो ऐसे हो रहा राजधानी में एसआईआर
…तो ऐसे हो रहा राजधानी में एसआईआर
राकेश यादव
राकेश यादव

…तो ऐसे हो रहा राजधानी में एसआईआर। बीएलओ के पास नहीं मौजूद 2003 की मतदाता सूची। मतदाताओं को सही जानकारी से वंचित रख रहे बीएलओ। …तो ऐसे हो रहा राजधानी में एसआईआर

लखनऊ। प्राधिकरण की कानपुर रोड योजना के निर्मित कॉलोनियों में एसआईआर फॉर्म भरवाने में बीएलओ की तमाम तरह की लापरवाहियां सामने आ रही है। बीएलओ एसआईआर फॉर्म के लिए मतदाताओं से पुराना वोटर आईडी कार्ड मांगने के बाद एसआईआर फॉर्म दिए जाने की बात कह रहे है। इस अव्यवस्था की वजह से आशियाना के बंगला बाजार, सालेहनगर, किला, औरंगाबाद समेत दर्जनों गांव के लोगों को अभी तक एसआईआर फॉर्म तक नहीं मिला है। बीएलओ की कार्यप्रणाली से इन इलाकों के मतदाताओं में खासा आक्रोश व्याप्त है।

आशियाना के एलडीए सेक्टर एल, सेक्टर जे, बंगला बाजार, सालेहनगर समेत अन्य इलाकों में अभी तक हजारों की संख्या में मतदाताओं के एसआईआर फॉर्म नहीं भरे जा सके है। बंगला बाजार के एक मतदाता ने एसआईआर फॉर्म भरने के एसआईआर फॉर्म पर दिए गए बीएलओ राजेश कुमार चौधरी को उनके मोबाइल नंबर (9721720932) पर फोन किया तो उन्होंने बताया कि फॉर्म पर नंबर तो उनका छपा हुआ है लेकिन वहां बीएलओ का काम कोई और देख रहा है। जानकारी करने पर उन्होंने बताया कि बंगला बाजार का काम राजकुमार (9026542446) देख रहे हैं। इनसे जब एसआईआर फॉर्म भरवाने के संबंध में बात की गई तो उन्होंने बड़े बेतरतीब अंदाज में कहा कि उनके पास वर्ष 2003 की कोई वोटर लिस्ट नहीं है। मैं एक ऐप भेज रहा हूं खोज लीजिए। जब उनसे फार्म लेने के लिए मिलने को कहा तो उन्होंने इसका कोई संतोषजनक जवाब ही नहीं दिया।

इसी प्रकार बंगला बाजार के निकट स्थित लोक निर्माण विभाग कॉलोनी में पूर्व में भवन संख्या 27/1 में रहने वाले परिवार के मुखिया ने जब बताए गए बीएलओ के फोन नंबर 9721720932 पर बात करके नाम पूछा तो उन्होंने कहा नाम जानकार क्या करेंगे बीएलओ बोल रहा हूँ काम बताइए। इस पर मतदाता ने सवाल किया कि एसआईआर फॉर्म भरने के लिए उन्हें 2003 की वोटर लिस्ट में उनके परिवार का डिटेल चाहिए। बी एल ओ ने कहा कि उनके पास 2003 की कोई वोटर लिस्ट नहीं है। इस बारे में वह कोई जानकारी नहीं दे पाएंगे। यह तो बानगी है। इस प्रकार सैकड़ों की संख्या में मतदाता एसआईआर फॉर्म भरने और फॉर्म को प्राप्त करने के लिए बूथों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन इनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बीएलओ का यही रवैया रहा तो हजारों लोग मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने से वंचित रह जाएंगे। …तो ऐसे हो रहा राजधानी में एसआईआर