
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा सदन में बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी की हम सब निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि जिनका मन ‘विद्वेष’ से भरा है, वो ‘देश’ क्या चलाएँगे। वह सिर्फ़ बाबा साहेब का ही नहीं, उनके दिये संविधान का भी अपमान है। ये भाजपा की नकारात्मक मानसिकता का एक और चरम बिंदु है। भाजपाइयों के मन में बाबासाहेब के प्रति कटुता
देश ने आज जान लिया है कि भाजपाइयों के मन में बाबासाहेब को लेकर कितनी कटुता भरी है। भाजपाई बाबा साहेब के बनाये संविधान को अपना सबसे बड़ा विरोधी मानते हैं क्योंकि उनको लगता है कि वो जिस प्रकार ग़रीब,वंचित,दमित का शोषण करके,उनके ऊपर अपना प्रभुत्व कायम करना चाहते हैं, उनकी इस बद मंशा के आगे संविधान ढाल बनकर खड़ा है।
बैठक में कहा गया कि भाजपा जातिवादी है। उसने बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के संविधान में दी गई आरक्षण व्यवस्था से भी खिलवाड़ किया है। पीडीए को हर तरह से नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
पीडीए के भगवान बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी हैं। विधायकों की राय थी कि एक देश, एक चुनाव का विचार तानाशाही और लोकतंत्र विरोधी है। भाजपा ने इलेक्ट्रोरल बांड के जरिए भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। चुनाव में सत्ता का दुरूपयोग कर मतदाताओं से वोट का अधिकार छीना है। इस षडयंत्र में शामिल जिन अधिकारियों ने सेवा नियमावली के विरूद्ध आचरण किया है उनकी लिस्ट बनाई जा रही है। भाजपाइयों के मन में बाबासाहेब के प्रति कटुता