उत्तर प्रदेश में जंगलराज, पत्रकारों की हत्या से दहला प्रदेश। प्रदेश की कानून व्यवस्था हुयी लकवाग्रस्त, प्रदेश में जंगलराज कायम। महिलाएं, पत्रकार, आम आदमी बढ़ते अपराध से सहमे। कोरोना की गति को पछाड़ कर अपराध ने टॉप किया प्रदेश में। एक महीने में 124 हत्याएं, और पिछले तीन महीने में तीन पत्रकारों की हत्या योगी के रामराज्य की कलई खोलता है।
– डा0 उमा शंकर पाण्डेय
लखनऊ, उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने बलिया के पत्रकार रतन सिंह के परिजनों से मिलने जा रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सहित कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को रायबरेली के सलोन के पास पुलिस हिरासत में लिए जाने की कठोरतम शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि योगीराज में कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है ।प्रदेश अपराध का हब बन चूका है और अपराधी इतने मनबढ़ हो चुके है कि अब पत्रकारों की सरेआम हत्या आम हो रही है ।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने जारी बयान में कहा कि बलिया के पत्रकार रतन सिंह की सरेआम हत्या ने योगी राज की कलई खोल कर रख दी है। रामराज्य का दावा करने वाले योगी जी के हाथ से प्रदेश की कानून व्यवस्था निकल चुकी है. चैतरफा अराजकता का साम्राज्य है। अपराधियों की सबसे सुरक्षित धरती उत्तर प्रदेश हो गयी है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि प्रदेश में जंगलराज कायम हो चुका है और कानून के राज को लकवा मार चुका है। आज उत्तर प्रदेश बहुत ही भयावह स्थिति से गुजर रहा है और आम आदमी के जानमाल की सुरक्षा की एकदम गारंटी नहीं है।
अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि प्रदेश की महिलाएं, पत्रकार और आम आदमी इस बढ़े हुए अपराध से सहमें हुए हैं लेकिन योगी सरकार आम आदमी को सुरक्षा का एहसास कराने में बुरी तरह से नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध का ग्राफ कोरोना को मात दे चुका है।
अजय कुमार लल्लू ने आगे कहा कि यह कैसा प्रदेश योगी जी बना रहे हैं जहां एक महीने में ही 124 हत्याएं होती हैं और तीन माह में तीन पत्रकार मार दिए जाते हैं। यही नहीं सरकार अपनी असफलता छिपाने के लिए 11 पत्रकारों पर एफआईआर दर्ज कराती है। इस जंगल राज के खिलाफ कांग्रेस चुप नहीं बैठने वाली है। योगी आदित्यनाथ को आवाम को जवाब देना पड़ेगा।
पुलिस हिरासत में लिए गए प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश महासचिव श्री मनोज यादव, किसान कांग्रेस अध्यक्ष श्री तरुण पटेल, लखनऊ जिला अध्यक्ष श्री वेद प्रकाश त्रिपाठी, शहर अध्यक्ष श्री मुकेश सिंह चैहान आदि शामिल थे।