न्यायपालिका,कार्यपालिका और विधायिका की सीमाएं

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न्यायपालिका,कार्यपालिका और विधायिका की सीमाएं
न्यायपालिका,कार्यपालिका और विधायिका की सीमाएं

लखनऊ। न्यायपालिका,कार्यपालिका और विधायिका की सीमाएं,उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका की अपनी-अपनी भूमिका है और हमारा लोकतंत्र तभी समृद्व होगा जब सब मिलकर काम करेंगे और प्रगति के पथ पर आगे बढ सकेंगे। एक दूसरे के सहयोग के बिना लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में जनहित में यदि कोई बात उठाई जाती है तो कार्यपालिका को उसे पूरा करना ही होगा। अधिकारी इससे स्वंय को अलग नहीं कर सकते हैं।


उन्होंने यह बात आज उत्तर प्रदेश को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित करने के लिए आयोजित एक परिचर्चा के उद्घाटन के बाद होटल ताज में कही। श्री महाना ने  कहा कि जो व्यक्ति जनता के द्वारा चुनकर विधानसभा आता है वह जनता के प्रति समर्पित रहता है। वह जनता का दर्द भी जानता है, उसका कारण भी जानता है और उसका निवारण भी जानता है। इसलिए लोकतंत्र में जन प्रतिनिधियों की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। प्रदेश का जो विकास हो रहा है उसके प्रति जन प्रतिनिधियों के भी प्रयास शामिल है।

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न्यायपालिका,कार्यपालिका और विधायिका की सीमाएं


श्री महाना ने कहा कि लोकतंत्र की जो अवधारणा संविधान में लिखी हुई है। उसमें न्यायपालिका,कार्यपालिका और विधायिका की सीमाएं तय की गयी थी। पर आजादी के दो तीन दशकों बाद विधायिका, जिसे सबसे मजबूत होना चाहिए थी, उसके प्रति अवधारणा बदलती गयी और वह कमजोर दिखाई जाने लगी। जन सामान्य में विधायिका के प्रति जो सम्मान था, वो गिरता चला गया। जिसके कारण वह कमजोर होती गयी पर पर अब विधायिका के प्रति माहौल बदल रहा है और जनमानस में विधायिका के प्रति अवधारणा में बदलाव दिख रहा है।श्री महाना ने कहा कि लोकतंत्र तभी समृद्धि होगा जब तीनों संस्थाये प्रगति के लिए एक साथ मिलकर काम करेंगी और जब सब एक साथ मिलकर काम करेगीं तो लोकतंत्र की समृद्व अवधारणा को पूरा किया जा सकेगा।  

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आज विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना जी से मुलाकात कर पूरे विधानसभा परिसर का भ्रमण किया।


उन्होंने कहा कि जिस समय उ0प्र0 के विधानसभा की बात होती है तो यह केवल 403 माननीय सदस्यों की ही नहीं, बल्कि उ0प्र0 की 25 करोड़ जनता की विधानसभा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में जन सहभागीदारी बेहद आवश्यक है।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हमारा प्रदेश सबसे सबसे बड़ा प्रदेश का नेटवर्क रखता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पाॅच ट्रिलियन ईकोनोमी के लक्ष्य का तभी पूरा किया जा सकेगा जब उ0प्र0 एक ट्रिलियन ईकोनमी की ओर आगे बढेगा। प्रधानमंत्री जी के उस लक्ष्य को पूरा करने का हम सब मिलकर पूरा काम करेंगे। उ0प्र0 हर परिपेक्ष में आगे बढेगा और यह देश का अग्रणी राज्य होगा। आने वाले समय में दूसरे राज्य उत्तर प्रदेश से सीखने का काम करेगें। न्यायपालिका,कार्यपालिका और विधायिका की सीमाएं