आज उत्तर प्रदेश का माहौल योगी बनाम प्रतियोगी’ छात्र हो गया है। उत्तर प्रदेश के प्रतियोगी परीक्षाओं के हर अभ्यर्थी, हर छात्र, हर युवक-युवती की ज़ुबान पर है कि नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं’। प्रतियोगी छात्रों पर लाठी-डंडा उन्होंने चलवाया जिनका एजेंडा नौकरी नहीं है, प्रदेश को ऐसी अनुपयोगी सरकार नही चाहिए, अयोग्य लोगों का अयोग्य आयोग’ नहीं चाहिए। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग, जनता को रोज़ी-रोटी के संघर्ष में उलझाए रखने की राजनीति करते हैं, जिससे भाजपाई साम्प्रदायिक राजनीति की आड़ में भ्रष्टाचार करते रहें। सालों-साल वैकेंसी या तो निकलती नहीं है या फिर परीक्षा की प्रक्रिया पूरी नहीं होती है। भाजपा ने छात्रों को पढ़ाई की मेज से उठाकर सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है। UP का माहौल योगी बनाम प्रतियोगी-अखिलेश यादव
नौकरीपेशा, पढ़ा-लिखा मध्यवर्ग अब भावना में बहकर भाजपा के बहलावे-फुसलावे में नही आने वाला है। अब तो वाट्सऐप ग्रुप के झूठे भाजपाई प्रचार के शिकार अभिभावकों को भी समझ आ गया है कि अपनी सत्ता पाने और बचाने के लिए भाजपा ने कैसे उनका भावनात्मक शोषण किया है। अब ये लोग भी भाजपा की नकारात्मक राजनीति के झांसे में नही आने वाले है और बाँटने वाली साम्प्रदायिक राजनीति को नकार के ‘जोड़ने वाली सकारात्मक राजनीति’ को गले लगा रहे हैं। अब कोई भाजपाइयों का मानसिक ग़ुलाम बनने को तैयार नहीं हैं। अब सब समझ गये हैं, भाजपा सरकार के रहते कुछ भी नहीं होने वाला। भाजपा के पतन में ही छात्रों का उत्थान है। भाजपा और नौकरी में विरोधाभासी संबंध है। जब भाजपा जाएगी, तभी नौकरी आएगी।
भाजपाई जिस शिद्दत से नाइंसाफ़ी का बुलडोज़र चला रहे हैं, अगर उसी शिद्दत से सरकार चलाई होती तो आज भाजपाइयों को छात्र आक्रोश से डरकर, अपने घरों में छुपकर नहीं बैठना पड़ता। आंदोलनकारियों के ग़ुस्से से घबराकर भाजपाइयों के घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों और गाड़ियों से भाजपा के झंडे उतर गये हैं। आंदोलनकारी युवा पूछ रहे हैं ‘अब कहाँ गायब हैं दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करने वाली भाजपा के नेता और कार्यकर्ता?’ क्या ये सिर्फ़ समाज को बाँटने के लिए बाहर निकलते हैं। जिस समय छात्रों की आवाज़ में आवाज़ मिलाने का समय है, उस समय भाजपाई सत्ता के अहंकार में प्रतियोगी छात्रों पर लाठियां चलवा रहे है। नकारात्मक भाजपा और उसकी नकारात्मक झूठी राजनीति का समय पूरा हो गया है।अखिलेश यादव ने कहा कि वन नेशन वन एलेक्शन की बात करने वाली भाजपा सरकार एक प्रदेश में एक साथ एक परीक्षा नहीं करवा सकती। भाजपा के ढ़ोग का भंडाभोड़ हो गया है। भाजपा के एजेन्डेे में सिर्फ चुनाव रहता है। इस सरकार में अभ्यर्थियों को तनाव के अलावा कुछ नहीं मिला।
उत्तर प्रदेश पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 व समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा 2023 के पेपर में हुए परिवर्तन के विरोध में समाजवादी छात्र सभा राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा प्रतिनिधि मंडल भेजकर लोक सेवा आयोग के सामने होने वाले प्रतियोगी छात्रों के आंदोलन का समाजवादी छात्र सभा राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा समर्थन पत्र सौंपा गया और भरोसा दिलाया कि आपके आंदोलन में हर संभव सहयोग प्रदान करने को तैयार है। समाजवादी छात्रसभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ इमरान ने भाजपा की छात्र विरोधी नीतियों का विरोध किया। प्रतिनिधि मंडल में शैलेन्द्र यादव (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, समाजवादी छात्र सभा), अजय सम्राट (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, समाजवादी छात्र सभा), सैफ खान (राष्ट्रीय सचिव, समाजवादी छात्र सभा), शनि देव सिंह (एडवोकेट हाइकोर्ट इलाहाबाद), राहुल पटेल, हरेंद्र यादव, कुलदीप सिंह (केडी), नवनीत यादव, गौरव गौंड, आशुतोष मौर्य, आशीष प्रताप, सुधीर क्रांतिकारी आदि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता उपस्थित रहे। UP का माहौल योगी बनाम प्रतियोगी-अखिलेश यादव