रोस्टर के अनुसार नहरों का संचालन करें-स्वतन्त्र देव

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रोस्टर के अनुसार नहरों का संचालन करें-स्वतन्त्र देव
रोस्टर के अनुसार नहरों का संचालन करें-स्वतन्त्र देव

जल शक्ति मंत्री ने मण्डल के विभागीय अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक। रोस्टर के अनुसार नहरों का संचालन करने के दिये निर्देश। नहरों की टेल तक पानी उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। आनगोईंग प्रोजेक्ट्स समय से पूर्ण किया जाय। रोस्टर के अनुसार नहरों का संचालन करें-स्वतन्त्र देव

जल शक्ति विभाग (सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग) स्वतन्त्र देव सिंह ने वृहस्पतिवार को देर रात्रि जनपद बहराइच पहुँचकर कल्पीपारा स्थित सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में मण्डलीय अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि समस्त नहरों को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए उन्हें रोस्टर के अनुसार संचालित किया जाए। श्री सिंह ने यह भी निर्देश दिया कि नहरों पर आने वाले ग्रामों के ग्राम प्रधानों से भी वार्ता की जाए तथा उन्हें पानी की उपलब्धता के बारे में बताया भी जाए।

जल शक्ति मंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि सभी नहरो के टेल तक पानी पहुँचाया जाए, नहरों पर कुलाबे लगाए जाए, जिससे कृषकों को पानी मिल सके। श्री सिंह ने यह भी निर्देश दिया कि नहरों से होने वाली सिंचाई को सही तरीके से दर्ज भी कराया जाय।


जनपद-बहराइच में अधीक्षण अभियन्ता, नवम् मण्डल, सिंचाई कार्य, बहराइच ने बताया कि जनपद में मुख्यता दो तटबन्ध बेलहा-बेहरौली एवं रेवली-आदमपुर तटबन्ध स्थित है, जिनकी कुल लम्बाई 110.500 कि.मी. है। वर्ष 2017 से अब तक कुल 16 बाढ़ परियोजनांए स्वीकृत हुई है, जिसके सापेक्ष 09 परियोजनाओं का कार्य पूर्ण हो चुका है, जिससे लगभग 30000.00 हेक्टेयर भूमि एवं 200000 आबादी लाभान्वित हो चुकी है तथा वर्तमान में कुल 07 परियोजना आनगोईंग हैं, जिसका कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो गया है।
अधिशासी अभियन्ता, बाढ़ खण्ड-श्रावस्ती द्वारा बताया गया कि जनपद में वर्ष 2017 से अब तक कुल 12 अद्द परियोजनाओं पर कार्य किया गया है, 08 अद्द परियोजनांए पूर्ण हो चुकी है तथा 04 परियोजनांए प्रगति पर है, जिस पर 90 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण किया जा चुका है। उक्त परियोजना से अब तक कुल 67 ग्रामों की 19563.00 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि तथा 112526 आबादी को सुरक्षित जा चुका है। इन परियोजनाओं के कारण वर्ष 2022 में आयी अधिकतम बाढ़ की स्थिति में प्रभावित ग्रामों की संख्या 190 से घटकर 126 रह गयी है।


अधिशासी अभियन्ता, बाढ़ खण्ड-गोण्डा द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद-गोण्डा में 04 तटबन्ध निर्मित है, जिसमें सकरौल भिखारी बांध एवं एल्गिन चरसड़ी तटबन्ध अत्यन्त संवेदनशील है। इन दोनों तटबन्धों से लगभग 94 ग्राम एवं 150000 आबादी एवं 22000.00 हेक्टेयर भूमि लाभान्वित होती है। वर्ष 2017 से अब तक कुल 26 अदद बाढ़ परियोजनांए स्वीकृत हुई है, जिसके सापेक्ष 21 अद्द पूर्ण हो चुकी है, जिनका लाभ जन-मानस को मिल रहा है। विगत वर्ष में सभी तटबन्ध सुरक्षित रहे एवं इस वर्ष हेतु बाढ़ पूर्व समस्त तैयारियाँ पूर्ण कर ली गयी है।
अधिशासी अभियन्ता, बाढ़ खण्ड-बलरामपुर द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में कुल 17 तटबन्ध है, जिनकी लम्बाई 116.00 कि.मी. है। वर्ष 2017 से अब तक कुल 36 परियोजनांए स्वीकृत हुई, जिसके सापेक्ष 25 अद्द परियोजनांए पूर्ण हो चुकी है, जिससे लगभग 150 ग्राम एवं 25000 हेक्टेयर भूमि सुरक्षित हुई। मा. मंत्री जलशक्ति श्री सिंह द्वारा मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि समस्त परियोजना के कार्य वर्षा से पूर्व पूर्ण करा लिए जाए तथा किसी भी प्रकार की कोई क्षति न हो। कार्य को गुणवत्तापूर्वक एवं समयान्तर्गत कराया जाये, जिससे इसका लाभ जन-मानस को मिल सके। रोस्टर के अनुसार नहरों का संचालन करें-स्वतन्त्र देव