गांव के रास्ते बने दलदल

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गांव के रास्ते बने दलदल
गांव के रास्ते बने दलदल

गांव के रास्ते बने दलदल, नालियों का गंदा पानी बह रहा सड़कों पर, बीमारियों का खतरा बढ़ा – जिम्मेदारों की चुप्पी चिंता का विषय।

पंकज यादव

अयोध्या/रुदौली। बाबू पुर के मजरे पूरे काज़ी गांव के लोग इन दिनों भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। पूरे गांव के मुख्य और आंतरिक रास्ते पूरी तरह से कीचड़ में तब्दील हो चुके हैं। नालियों की सफाई न होने से गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है और रास्तों को कीचड़ का दलदल बना दिया है। गांव के प्रमुख मार्ग — रामेश्वर प्रसाद, राम लुटावन रावत, राम सजीवन यादव, शेर बहादुर यादव, दृकपाल यादव और राम सुमिरन यादव के घर के पास से गुजरने वाले रास्ते — सब पूरी तरह से जलजमाव और कीचड़ की चपेट में हैं। आम लोगों का आना-जाना बेहद मुश्किल हो गया है, छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गांव में कुछ ही दिनों में विद्यालय खुलने वाला है और ऐसे में बच्चों का इन रास्तों से होकर आना-जाना खतरे से खाली नहीं है।

कीचड़ और जलभराव से गांव के घरों के आसपास भी गंदगी का अंबार लगा है, जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।सुम्मन यादव, राम सुमिरन, राम सरन, राम तिलक रावत, आदि गांव के लोग सफाईकर्मी प्रेम लाल से कई बार संपर्क करने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन वह फोन नहीं उठा रहे। इस गंभीर स्थिति पर जिम्मेदार अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं। गांववासियों की मांग है कि जल्द से जल्द नालियों की सफाई हो, रास्तों पर कीचड़ हटाया जाए और जल निकासी की व्यवस्था की जाए। यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो यह हालात गंभीर स्वास्थ्य संकट का रूप ले सकते हैं।

प्रशासन से गुहार:- ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि अविलंब टीम भेजकर सफाई कार्य शुरू कराया जाए, ताकि गांव को बदहाली से निजात मिल सके। गांव के रास्ते बने दलदल