साम्प्रदायिक दंगा की बन रही रणनीति-निषाद

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बलात्कारी बलात्कारी होता है-लौटनराम निषाद
बलात्कारी बलात्कारी होता है-लौटनराम निषाद

सुभासपा व निषाद पार्टी परिवारवादी सौदेबाज टिकट विक्रेताओं का गिरोह। भाजपा के इशारे पर मत्स्य मंत्री निषाद-मुसलमानों के बीच चाह रहा दंगा कराना। भाजपा साम्प्रदायिक दंगा करवाने की रणनीति बना रहीं है। दंगा करवाने के लिए भाजपा स्वयं आगे न आकर निषाद पार्टी द्वारा करवाने के लिए परिवारवादी संजय निषाद को आगे कर रही है। साम्प्रदायिक दंगा की बन रही रणनीति-निषाद


भारतीय ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता लौटन राम निषाद ने निषाद समाज के लोगों से सावधान रहने का आह्वान करते हुए कहा कि भाजपा के इशारे पर मत्स्य मंत्री संजय निषाद निस्स्वार्थ में निषाद-मुसलमानों के बीच दंगा करवाने के षडयंत्र में जुटा हुआ है। उन्होंने कहा कि संजय निषाद स्वयं को चर्चा में लाने के लिये 17 फ़रवरी 2014 को लखनऊ में, 7 जून 2015 को कसरवल में, 19 अगस्त 2018 को गोरखनाथ मठ और 29 दिसंबर 2018 को गाजीपुर में निषाद बिन्द समाज को पिटवाया,जेल भिजवाया और उत्पीड़न करवाया, वैसे ही एक बार फिर अपनी सौदेबाजी की दुकान चलाने के लिए निषाद-मुसलमानों में दंगा करवाने का षडयंत्र रच रहा है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हारने के बाद मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना में और लोकसभा चुनाव में हार को देखते हुए भाजपा साम्प्रदायिक दंगा करवाने की रणनीति बना रहीं है। दंगा करवाने के लिए भाजपा स्वयं आगे न आकर निषाद पार्टी द्वारा करवाने के लिए परिवारवादी संजय निषाद को आगे कर रही है।

उन्होंने कहा कि संजय निषाद 2013 से पहले न शृंगबेरपुर जानते थे और न निषादराज का किला।एक तरफ संजय निषाद निषादराज के किला के पास नई मस्जिद बनाये जाने की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ काँग्रेस को दोषी बता रहे हैं। अगर हाल में मस्जिद बनी है तो भाजपा सरकार क्या कर रही थी। उन्होंने बताया कि 1990 से वहाँ पर हम मस्जिद को देख रहे हैं। संजय निषाद ने मुसलमानों से मस्जिद हटाने की चेतावनी देते हुए धमकी दिया है कि अन्यथा हमारे कार्यकर्ता मस्जिद को तोड़कर गंगा में बहा देंगे। उन्होंने कहा कि अखिलेश निषाद की हत्या मामले से अपने को बचाने के लिए भाजपा की गुलामी स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि संजय निषाद अपने स्वार्थ में भाजपा के इशारे पर दंगा कराकर निषाद समाज को दंगा की आग में झोंकने का प्रयास कर रहा है। निषाद समाज के नौजवान मस्जिद के मुद्दे पर परिवारवादी व अखिलेश निषाद के हत्या के दोषी संजय निषाद के बहकावे में न आयें अन्यथा कसरवल,लखनऊ, गोरखपुर, गाजीपुर की तरह निषाद समाज को पिटवाकर तबाह कर देगा।


सुभासपा और निषाद पार्टी ओमप्रकाश राजभर एवं संजय निषाद एंड फॅमिली की प्राइवेट लिमिटेड लूट कम्पनी है। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के मुखिया अनुसूचित जाति आरक्षण का सपना दिखाकर अपने समाज की भीड़ जुटा कर राजनीति चमकाये, राजनीतिक सौदेबाजी कर निजस्वार्थ साधे,करोड़ों रुपये में टिकट बेचा, निषाद और राजभर समाज को क्या मिला?उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश राजभर “लात मुक्का खाएंगे, भाजपा का गुण गायेंगे” वाला चरित्र बना लिए हैं। उन्होंने कहा कि संजय निषाद हों या ओमप्रकाश राजभर दोनों चोर चोर मौसेरा भाई हैं। बाहर आरक्षण के नाम पर अपने समाज को लॉलीपॉप दिखाते हैं,अंदरखाने राजनीतिक दलों से अपने परिवार व अटैची के लिए सौदेबाजी करते हैं। 8 फ़रवरी 2007 को ओमप्रकाश राजभर 12 तुगलक लेन स्थित राहुल गांधी जी से मिले,तब आरक्षण की बात न कर 25 टिकट, 5 करोड़ रुपये और प्रचार के लिए हेलीकाप्टर की माँग रखे।जाति आधारित पार्टी बनाकर संजय निषाद और ओमप्रकाश राजभर पारिवारिक लूट कम्पनी की तरह अपना भला करने और अपनी जाति को बेवक़ूफ़ बनाने का काम करते आ रहे हैं। ये खुद नहीं चाहते कि आरक्षण की समस्या का समाधान हो। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय निषाद संघ अपने संघर्ष से निषाद मछुआ समुदाय की जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव और औचित्यपूर्ण मानवशास्त्रीय अध्ययन रिपोर्ट भिजवाया था जिसे संजय निषाद ने निजस्वार्थ में शून्य करा दिया।


भाजपा वादा खिलाफी करने वाली अतिपिछड़ी जातियों की विरोधी पार्टी है। उन्होंने कहा कि क्या हुआ भाजपा के दृष्टि पत्र और फिशरमैन विज़न डॉक्युमेंट्स का और निषाद मछुआरा जातियों से किए गए वादे का। उन्होंने बताया कि जब जब उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी,निषाद समाज के परम्परागत पुश्तैनी पेशों को सार्वजनिक कर छीनने और बालू माफियाओं, मत्स्य माफियाओं, घाट और नदी माफियाओं के हाथों नीलाम कर निषाद मछुआरा जातियों को बेकारी और बदहाली की स्थिति में पहुँचाने का निषाद मछुआरा विरोधी कार्य किया। 2014 में भाजपा सरकार में राजनाथ सिंह के गृहमंत्री बनने के तुरंत बाद फूलन देवी के हत्यारे शेरसिंह राणा को तिहाड़ जेल से पेरोल पर छोड़ा गया लेकिन 9 वर्षों बाद भी जेल नहीं गया।

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही निषादराज जयन्ती के लिए 5 अप्रैल के सार्वजनिक अवकाश को खत्म कर दिया,ई- टेंडरिंग का नियम लागू कर बालू मौरंग खनन का पट्टा खत्म कर सार्वजनिक कर दिया। यही नहीं मत्स्य पालन के लिए तालाबों, झीलों, पोखरे, जलाशय,मीनाशय पट्टा को सार्वजनिक कर स्थानीय निषाद मछुआरा जातियों और मत्स्यजीवी सहकारी समितियों की प्राथमिकता/वरीयता को खत्म कर दिया। योगी आदित्यनाथ ने निषादराज कालोनी बनाने के वादे के साथ केन्द्र पुरोधानित मछुआ आवास योजना को खत्म कर दिया। 25 जुलाई 2021 को बलिया, गोरखपुर, भदोही, मिर्जापुर, वाराणसी, जौनपुर, अयोध्या, सुल्तानपुर, लखनऊ, मुजफ्फरनगर, मेरठ,आगरा, उन्नाव, प्रयागराज,कानपुर देहात, बांदा में 35-35 फीट ऊँची वीरांगना फूलन देवी की प्रतिमाओं को लगने से रोकने के लिए पुलिस बल लगाकर जब्त करा दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा किसी भी मायने में निषाद मछुआरा और पिछड़ी दलित जातियों की हितैषी नहीं हो सकती। साम्प्रदायिक दंगा की बन रही रणनीति-निषाद