मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ के बारे में लालजी टण्डन की विशेष जानकारी के कारण उन्हें लखनऊ का चलता-फिरता पुस्तकालय कहा जाता था। लखनऊ के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, साहित्यिक, सामाजिक आदि विभिन्न पक्षों को लेकर स्व0 टण्डन जी ने अपनी पुस्तक ‘अनकहा लखनऊ’ समर्पित की थी। स्व0 श्री लालजी टण्डन के सुपुत्र नगर विकास मंत्री श्री

आशुतोष टण्डन उनकी विरासत को निरन्तर आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। नगर विकास का कार्य वे प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने श्री लालजी टण्डन की प्रतिमा की स्थापना के लिए लखनऊ नगर निगम एवं महापौर की सराहना की।