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महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को लेकर संत गदगद, योगी आदित्यनाथ को दिया श्रेय। प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतों से किया संवाद। कथावाचक प्रदीप मिश्र और जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी से की मुलाकात। महाकुम्भ की भव्यता-दिव्यता से संतगण अभिभूत, मुख्यमंत्री से की प्रशंसा। महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को लेकर संत गदगद
महाकुम्भ नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को प्रयागराज स्थित महाकुम्भ नगर पहुंचे, यहां उन्होंने विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया और साधु संतों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने यहां जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी से भेंट कर महाकुम्भ की व्यवस्थाओं पर चर्चा की। इसके बाद वे सदाफल आश्रम स्थित स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट पहुंचे, जहां उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने संत समाज के साथ संवाद कर महाकुम्भ की व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया और संतों ने योगी सरकार की तैयारियों की सराहना की।
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मुख्यमंत्री सेक्टर 21 में प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कथा में शामिल हुए। यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद वे सेक्टर 18 स्थित प्रभु प्रेमी संघ अंबाला शिविर पहुंचे, जहां संतों का सानिध्य प्राप्त किया।
महाकुम्भ 2025 का यह आयोजन 144 वर्षों के पुण्य संयोग में हो रहा है, जिसमें अब तक करीब 52 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं। दिव्य और भव्य महाकुम्भ की सराहना न केवल देशभर के श्रद्धालु कर रहे हैं बल्कि विदेशी पर्यटक भी इसकी भव्यता से प्रभावित हुए बिना नहीं रह पा रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं और साधु-संतों से संवाद करते हुए कहा कि सरकार ने महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए हर प्रयास किए हैं। उन्होंने संत समाज और श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया कि आने वाले समय में भी धार्मिक आयोजनों को इसी भव्यता और दिव्यता के साथ संपन्न किया जाएगा। महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को लेकर संत गदगद