ग्रीन हाइड्रोजन एवं ग्रीन एनर्जी को प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री का यह विजन उ0प्र0 की तस्वीर को बदल देगा। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मुख्यमंत्री ने टेक्नोलॉजी केन्द्रित इन्वेस्टर्स को सुअवसर दिए। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में देश के अन्नदाता किसानों को ऊर्जादाता बनाने के लिए कार्य किए जा रहे। इस विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण के सी0ई0ओ0 केन्द्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री हैं। केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने देश में एक विजन के साथ ई-मोबिलिटी के क्षेत्र में कार्य किया, ई-मोबिलिटी की भविष्य की सम्भावनाओं के सम्बन्ध में हम सबका मार्गदर्शन किया। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की सफलता के पीछे प्रदेश की विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी हमें समय से एक कदम आगे बढ़कर दूरदर्शिता के साथ कार्यों को सम्पादित करना होगा। इलेक्ट्रिक वेहिकल ईको फ्रेण्डली, हमें इलेक्ट्रिक वेहिकल एवं ग्रीन एनर्जी की दिशा में कार्य करने होंगे। ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी में भविष्य की अनेक सम्भावनाएं छुपी, ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में कार्य करने वाले नये स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना होगा। मांग की वृद्धि एवं तकनीक के समावेश से इलेक्ट्रिक वेहिकल की लागत को कम किया जा सकता। डबल इंजन की सरकार ग्रीन हाइड्रोजन एवं ग्रीन एनर्जी को प्रोत्साहित करने के लिए तत्परता के साथ कार्य कर रही।
देश की ऑटोमोबाइल इण्डस्ट्री में सामर्थ्य एवं अनेक सम्भावनाएं विद्यमान हैं। देश में सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध हैं। वर्तमान में ऑटोमोबाइल इण्डस्ट्री का टर्नओवर 7.5 लाख करोड़ रुपये है। ऑटोमोबाइल इण्डस्ट्री के प्रतिष्ठित ब्राण्ड देश में हैं। देश में ऑटोमोबाइल इण्डस्ट्री ने 04 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान किया है। आने वाले 05 वर्षों में ऑटोमोबाइल इण्डस्ट्री की कैपेसिटी को दोगुना करने का लक्ष्य है। इसके लिए तकनीक का उपयोग महत्वपूर्ण घटक है। विश्व में हमारे युवाओं को टैलेण्टेड इंजीनियर्स के रूप में जाना जाता है, जिनकी पूरी दुनिया में सर्वाधिक मांग है। अपनी युवा शक्ति का सदुपयोग हमारे लिए बेहतर साबित होगा। हमारे यंग टैलेण्टेड इंजीनियर्स जीनियस हैं और रिसर्च एण्ड डेवलपमेण्ट हमारे लिए मिशन है। फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी को आत्मसात करते हुए देश तेजी से आगे बढ़ सकता है।
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केन्द्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में लंदन ट्रांसपोर्ट मॉडल को लागू करे, इससे लोगों को कम खर्च में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की उच्चस्तरीय सुविधा प्राप्त होगी। दिल्ली से जयपुर तक ई-हाइवे का निर्माण किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में विगत साढ़े पांच वर्षों में बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है। आज देश में 20 लाख से अधिक इलेक्ट्रिक वेहिकल हैं, जिसमें सबसे अधिक 4.5 लाख इलेक्ट्रिक वेहिकल उत्तर प्रदेश में हैं। वर्ष 2030 तक देश में लगभग 02 करोड़ इलेक्ट्रिक वेहिकल होने का अनुमान है।
विगत दिनों में इलेक्ट्रिकल वेहिकल्स की डिमाण्ड बढ़ी है। इससे बड़ी मात्रा में निवेश प्रदेश में होगा और 10 लाख नये रोजगार सृजित होंगे। 30 हजार करोड़ रुपये के निवेश से कानपुर, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, मेरठ में छोटे-छोटे इलेक्ट्रिक वेहिकल का निर्माण शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रिक वेहिकल के सर्वाधिक स्टार्टअप्स हैं।इलेक्ट्रिक वेहिकल्स को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार ने बैटरी के सामान के आयात में कस्टम ड्यूटी में छूट प्रदान की है। केन्द्र सरकार बैटरी इण्डस्ट्री के लिए पॉलिसी लायी है। प्रदेश सरकार राज्य में बैटरी इण्डस्ट्री के सम्बन्ध में नीति बनाकर कार्य कर सकती है। प्रदेश में ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फतेहपुर, कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर में बैटरी इण्डस्ट्री के लिए अनेक सम्भावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में देश के अन्नदाता किसानों को ऊर्जादाता बनाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। इस सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश में असीम सम्भावनाएं विद्यमान हैं। उत्तर प्रदेश गन्ना उत्पादन में अग्रणी राज्य है। एथेनॉल उत्पादन में उत्तर प्रदेश तेजी से कार्य कर रहा है। ईंधन में एथेनॉल के उपयोग से एथेनॉल की मांग बढ़ी है। विभिन्न विकास कार्यों को सम्पादित करने में ग्रीन एनर्जी के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। ग्रीन एनर्जी के निर्माण के लिए विभिन्न तकनीकों पर कार्य किया जा रहा है। केन्द्र सरकार देश में एथेनॉल पम्प शुरू कर रही है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में विगत 09 वर्षों में एक नये भारत की तस्वीर देश-दुनिया के सामने है। देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। इस विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण के सी0ई0ओ0 भारत सरकार के सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्ति हो या समाज समय से यदि कार्यों को किया जाता है तो हम विकास की मुख्य धारा से जुड़ पाते हैं और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कर पाते हैं। हमें समय से एक कदम आगे बढ़कर दूरदर्शिता के साथ कार्यों को सम्पादित करना चाहिए। केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने देश में एक विजन के साथ ई-मोबिलिटी के क्षेत्र में कार्य किया है और ई-मोबिलिटी की भविष्य की सम्भावनाओं के सम्बन्ध में हम सबका मार्गदर्शन किया है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में विगत 09 वर्षों में देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुए – मुख्यमंत्री
यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की सफलता के पीछे प्रदेश की विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी है। विगत साढ़े पांच वर्षों में प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट के क्षेत्र में अनेक कार्य किए गए हैं। इस सम्बन्ध में केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री का मार्गदर्शन और सहयोग हम सबको निरन्तर प्राप्त हुआ है। राज्य में एक्सप्रेस-वे निर्माण, हाईवे निर्माण, 02 लेन हाईवे को 04 लेन हाईवे में एवं 04 लेन हाईवे को 06 लेन हाईवे में तथा 06 लेन हाईवे को 12 लेन का एक्सप्रेस-वे बनाने का कार्य किया गया है।
विगत वर्ष प्रधानमंत्री के द्वारा दिल्ली से मेरठ तक 12 लेन के एक्सप्रेस-वे का शुभारम्भ किया गया है। इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से दिल्ली से मेरठ की दूरी, जो पहले 04 घण्टे से अधिक समय में पूरी की जाती थी, आज वह मात्र 45 मिनट में पूरी की जा रही है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन से आज प्रदेश को देश के पहले राष्ट्रीय जलमार्ग का लाभ प्राप्त हो रहा है। हाल ही में, वाराणसी में देश की सबसे लम्बी रिवर क्रूज यात्रा का उद्घाटन प्रधानमंत्री के कर-कमलों से किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक वेहिकल ईको फ्रेण्डली है। हमें इलेक्ट्रिक वेहिकल एवं ग्रीन एनर्जी की दिशा में कार्य करने होंगे। ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी में भविष्य की अनेक सम्भावनाएं छुपी हुई हैं। मांग की वृद्धि एवं तकनीक के समावेश से इलेक्ट्रिक वेहिकल की लागत को कम किया जा सकता है। साथ ही, ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में कार्य करने वाले नये स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना होगा। डबल इंजन की सरकार ग्रीन हाइड्रोजन एवं ग्रीन एनर्जी को प्रोत्साहित करने के लिए तत्परता के साथ कार्य कर रही है।इससे पूर्व, मुख्यमंत्री के साथ केन्द्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने ऑटोमोबाइल सेक्टर से सम्बन्धित एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया।इस अवसर पर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह, नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी परमेश्वरन अय्यर ने भी सम्बोधित किया।
ग्रीन हाइड्रोजन एवं ग्रीन एनर्जी को प्रोत्साहन