कांग्रेस की विरासत संभालेंगी प्रियंका….!

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कांग्रेस की विरासत संभालेंगी प्रियंका....!
कांग्रेस की विरासत संभालेंगी प्रियंका....!

राहुल के वायनाड और अखिलेश के करहल सीट छोड़ने की चर्चा। बंपर जीत के बाद राहुल-अखिलेश के सामने सीट छोड़ने का संकट….! कांग्रेस की विरासत संभालेंगी प्रियंका….!

राकेश यादव

लखनऊ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस बार लोकसभा चुनाव में अच्‍छा प्रदर्शन किया है। चुनाव में बंपर जीत के बाद अब राहुल और अखिलेश सीट छोड़ने के धर्मसंकट में फंस गए हैं। राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में रायबरेली और केरल की वायनाड लोकसभा से शानदार जीत हासिल की है। राहुल वायनाड से 3.90 लाख और रायबरेली से 3.64 लाख वोटों के अंतर से चुनाव जीता है। राहुल के सामने धर्मसंकट है कि रायबरेली छोड़ें या वायनाड। यह एक ऐसा सवाल है, जिसे लेकर कांग्रेस में बड़ी बहस चल रही है। वहीं करहल विधानसभा से विधायक अखिलेश यादव ने इस बार कन्‍नौज लोकसभा से चुनाव लड़ा था। कन्नौज से अखिलेश यादव ने 1.70 लाख वोटों से जीत दर्ज की है। सांसद बनने के बाद अब अखिलेश के सामने यह संकट है कि वे विधायक रहें या सांसद।

राहुल रायबरेली छोड़ें या वायनाड

गांधी परिवार के प्रति रायबरेली के लोगों ने एक बार फिर अपनी निष्‍ठा जाहिर की है। राहुल गांधी को उन्होंने 3.64 लाख वोटों के अंतर से विजयी बनाया है। 2019 लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी को हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में राहुल को इस बार भी शायद पक्‍का यकीन नहीं था कि वह रायबरेली जीत पाएंगे। इसलिए राहुल ने वायनाड से भी चुनाव लड़ा था,लेकिन राहुल का ये संशय रायबरेली की जनता ने भरपूर वोट देकर दूर कर दिया है। ऐसे में राहुल के लिए रायबरेली को छोड़ना आसान नहीं होगा। वहीं वायनाड की जनता ने राहुल को दूसरी बार सांसद बनाया है। वायनाड की जनता ने राहुल का साथ तब दिया था जब अमेठी से राहुल को हार का सामना करना पड़ा था। 2019 में भी राहुल ने वायनाड ने 4 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव जीता। वायनाड की जनता हमेशा कांग्रेस के साथ रही है। वायनाड लोकसभा कांग्रेस के लिए सबसे सुरक्षित मानी जाती है। ऐसे में राहुल के लिए इसे छोड़ने का निर्णय लेना आसान नहीं होगा।

अखिलेश विधायक रहेंगे या सांसद

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव करहल विधानसभा से विधायक हैं। इस बार कन्‍नौज से अखिलेश ने चुनाव लड़ा और 1.70 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की। अब सवाल यह उठता है कि अखिलेश विधायक बने रहेंगे या सांसद। इसको लेकर खबरों का बाजार गर्म है कि अखिलेश, करहल विधानसभा छोड़ सकते हैं। करहल से सपा के नेताओं ने चुनाव लड़ने की तैयारी भी शुरू कर दी है। यह अलग बात है कि इसकी कोई आधिकारिक सूचना अभी तक नहीं दी गई है।लेकिन अखिलेश का यह निर्णय लेना क्‍या सही होगा, जब अगले तीन साल बाद यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं सपा को राष्‍ट्रीय स्‍तर पर आगे बढ़ाने के लिए अखिलेश का राष्‍ट्रीय राजनीति में होना जरूरी है। ऐसे में अखिलेश के सामने भी यह धर्मसंकट बना हुआ है।

रायबरेली में कांग्रेस की विरासत संभालेंगी प्रियंका….!

राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा हैं कि रायबरेली में कांग्रेस की विरासत प्रियंका गांधी संभाल सकती हैं। राहुल गांधी रायबरेली छोड़ सकते हैं और फिर प्रियंका गांधी रायबरेली से उपचुनाव लड़ेंगी। मालूम हो कि लोकसभा चुनाव से पहले प्रियंका गांधी को रायबरेली से चुनाव लड़ाने की खबरें चर्चा में थीं, लेकिन अंतिम समय में कांग्रेस ने यह निर्णय लिया कि रायबरेली से राहुल गांधी ही चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस की विरासत संभालेंगी प्रियंका….!