राजेन्द्र चौधरी
अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के साथ उत्तर प्रदेश में किसानों की बदहाली शुरू हो गई थी। भाजपा ने जो वादे किए उनमें एक भी वादा पूरा नहीं किया। संकल्प पत्र में जो वचन दिए उसे भाजपा भूल गयी। प्रधानमंत्री जी की घोषणाएं भी हवाई हो गई है। किसान पूरी तरह अनाथ है। किसान की आय सन् 2023 तक दोगुनी करने का वादा जोर-शोर से प्रसारित किया गया था। 6 साल की राज्य की और 9 साल की केंद्र सरकार के दौर में भी इस वादे पर अमल नहीं हुआ। भाजपा ने किसानों को बहकाने के लिए हरेक के खाते में दो-दो हजार रुपए जमा करने का भी खूब प्रचार किया पर हकीकत में तमाम किसानों से उसकी वसूली के सख्त आदेश आ गए। UP में किसानों की बदहाली-अखिलेश
आज किसान अपनी फसल की लागत भी नहीं निकाल पा रहा है। गेहूं की खरीद के लिए सरकारी क्रय केंद्रों में घोर अव्यवस्था दिखाई देती है। कई जगह तो क्रय केंद्र खुलते ही नहीं। जहां क्रय केन्द्र खुले है वहां भी किसी न किसी बहाने गेहूं की किस्म को लेकर आपत्तियां लगा दी जाती है। बिचौलिए और बहुराष्ट्रीय कम्पनियां सांठगांठ का फायदा उठाकर किसानों का गेहूं औने पौने दाम पर खरीद लेती है। कायदे से सरकारी खरीद एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) कभी नहीं मिलता। किसान के गेहूं की ठीक से सरकारी खरीद नहीं हो रही है। भाजपा सरकार ने प्राइवेट कम्पनियों से किसानों का गेहूूं खरीदवा दिया अब वही कम्पनियां लोंगो को मंहगा आटा बेचेगी।
बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से किसान को जो नुकसान हुआ उसका तो भाजपा सरकार ने संज्ञान लिया नहीं। इधर अग्निकांडो ने किसान की कमर तोड़ दी है। सैकड़ो बीघा गेहूं की फसल नष्ट हो गयी। बहुत से किसानों के लिए खाने तक के लिए एक दाना अनाज का नहीं बचा है। शादी व्याह के लिए एकत्रित सामान भी जलकर खाक हो गया। कैसी विड़म्बना है कि प्राकृतिक आपदा और बिजली विभाग की लापरवाही से हाईटेंशन तार गिरने से हुए अग्निकांडो के शिकार किसानों को कोई मुआवजा तक नहीं दिया गया है। भाजपा सरकार की संवेदनशून्यता से किसानों में तीव्र रोष है। भाजपा की कुनीतियों से परेशान किसान अब भाजपा को करारा जवाब देगे। UP में किसानों की बदहाली-अखिलेश