मधुमेह की अचूक दवा

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मधुमेह की अचूक दवा
मधुमेह की अचूक दवा

डॉ.रोहित गुप्ता (आयुर्वेदिक)

♦️डायबिटीज ♦️

♦️मधुमेह एक पुरानी बीमारी है जो या तो तब होती है जब अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है या जब शरीर प्रभावी रूप से इंसुलिन का उपयोग नहीं कर सकता है। इंसुलिन एक हार्मोन है जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है। मधुमेह मेलेटस बीमारियों के एक समूह को संदर्भित करता है जो प्रभावित करता है कि आपका शरीर रक्त शर्करा (ग्लूकोज) का उपयोग कैसे करता है। मधुमेह की अचूक दवा

♦️ग्लूकोज आपके स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कोशिकाओं के लिए ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है जो आपकी मांसपेशियों और ऊतकों को बनाता है। यह आपके मस्तिष्क के ईंधन का मुख्य स्रोत भी है। डायबिटीज बहुत ही घातक बीमारी होती है इसमें शरीर के हर हिस्से को धीरे धीरे बर्बाद करने की क्षमता होती है। डायबिटीज की वजह से शरीर में तरह-तरह की बीमारियां पैदा हो जाती है जिसका सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकती है।

♦️डायबिटीज (शुगर) मधुमेह की अचूक दवा

हम अपने जीवन शैली में थोड़ा सा बदलाव लाकर बड़ी से बड़ी बीमारियों को होने से रोक सकते हैं कहा जाता है बीमारी का इलाज करने से बेहतर है की बीमारी को होने से ही रोक दिया जाए। आजकल के दौर में डायबिटीज नामक बीमारी सबसे तेजी से बढ़ रही है यह बीमारी ना सिर्फ बड़ों को बल्कि बच्चों और युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रही है यह बीमारी आपको ना हो इसलिए आपको मधुमेह की अचूक दवा और खान-पान के बारे में विस्तार से बता रहे हैं जिसका पालन करके आप मधुमेह या शुगर जैसी बीमार से राहत पा सकते हैं।

♦️मधुमेह की अचूक दवा

♦️नीम

नीम का रस (निबौता) बहुत मुश्किल से मिलता है अगर यह (निबौता) आपको मिल गया तो शुगर का इलाज के लिए रामबाण साबित होता है। नीम का रस (निबौता) मधुमेह की अचूक दवा है। यह नीम के बहुत पुराने पेड़ से अपने आप निकलता है । डायबिटीज के रोगियों के लिए इसका सेवन रोजाना सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में दो चम्मच नीम का रस (निबौता) मिलाकर पीना चाहिए। नीम का रस (निबौता) से शुगर की बीमारी ठीक हो सकती है।

इंसुलिन क्या है..?

इंसुलिन एक हार्मोन है जो अग्न्याशय(Pancreas) की बीटा कोशिकाओं द्वारा बनाया जाता है।

इंसुलिन क्या करता है..?

खाना खाने और पचने के बाद वह भोजन सुगर में परिवर्तित हो जाता है , जिसका उपयोग हमारे शरीर के द्वारा ऊर्जा के रूप में किया जाता है.

इंसुलिन एक चाबी है जो हमारी सेल की दीवार के दरवाजे को खोल देता है ताकि सुगर आगे जा सके.

एक बार जब इंसुलिन सेल की दीवार को खोल देता है, तो सुगर ऊर्जा बनाने के लिए कोशिकाओं में जा सकती है.

इंसुलिन रेजिस्टेंस या प्रतिरोध

इंसुलिन रेजिस्टेंस तब होता है जब आपकी कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति ठीक से प्रतिक्रिया करना बंद कर देती हैं जिसके परिणामस्वरूप सेल रिसेप्टर्स (ताले) जाम हो जाते हैं / पर्याप्त इंसुलिन (चाबियाँ) नहीं होती हैं, जिससे ग्लूकोज बंद हो जाता है और रक्त धाराओं में तैरने लगता है। यह हाई ब्लड सुगर का कारण बनता है,टाइप 2 डायबिटीज और हृदय रोग में इस समस्या का काफी योगदान है.

तो, जब इंसुलिन रेजिस्टेंस होता है तो आपकी muscle ,fat और लीवर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति अच्छी प्रतिक्रिया नहीं देती हैं और ऊर्जा के लिए आपके रक्त से ग्लूकोज का उपयोग नहीं कर पाती हैं।
इसकी भरपाई के लिए, आपका लीवर अधिक इंसुलिन बनाता है। समय के साथ, आपके ब्लड सुगर का स्तर बढ़ जाता है और इंसुलिन का अधिक उत्पादन होने लगता है.

♦️कारण ♦️

आहार और वजन दो महत्वपूर्ण कारक हैं। लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आईआर से जुड़े कई अन्य कारक भी हैं।

डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री

एक दम निष्क्रीय

हार्मोनल असंतुलन (थायराइड या PCOS )

कम एचडीएल (अच्छा कोलेस्ट्रॉल)

तनाव

खराब नींद

♦️संकेत / लक्षण ♦️

अत्यधिक प्यास या भूख लगना

भोजन के बाद भी भूख महसूस होना

वजन बढ़ना

हाथों या पैरों में झुनझुनी महसूस होना

सामान्य से अधिक थकान महसूस होना

बार-बार संक्रमण होना

बलड रिपोर्ट में हाई सुगर

धीमा मेटाबोलिज्म

♦️आईआर के अन्य लक्षण♦️

ब्लड प्रेशर रीडिंग ≥130/80

फास्टिंग ग्लूकोज ≥100mg/dL

ट्राइग्लिसराइड लेवल ≥150mg/dL

एचडीएल कोलेस्ट्रॉल <40एमजी/डीएल(पुरुष)&<50एमजी/डीएल(महिला)

स्किन टैग

गहरे, मखमली त्वचा के धब्बे- एकैन्थोसिस नाइग्रिकन्स

आप कैसे पता लगाएंगे कि आपको ये समस्या है..?

कोई भी टेस्ट आपको नहीं बताएगा, लेकिन हाई ब्लड सुगर लेवल , हाई triglycerides , हाई एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, और कम एचडीएल कोलेस्ट्रॉल, यह निर्धारित कर सकते हैं कि आपको ये समस्या है.आप फास्टिंग इंसुलिन, फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज, HBA1c और लिपिड प्रोफाइल का परीक्षण कर सकते हैं.इस समस्या का विकास धीमे धीमें होता है जो कई वर्षों में विकसित होती है और अच्छी डाइट और व्यायाम से प्रीडायबिटीज या टाइप 2 मधुमेह का निदान किया जा सकता है। मधुमेह की अचूक दवा