औषधीय गुणों का पेड़ शहतूत
शहतूत अनेक औषधीय गुणों वाला पेड़ है, जिसके पत्ते, फल और जड़ों का इस्तेमाल कई प्रकार की हर्बल दवाएं बनाने के लिए किया जाता है। आयुर्वेद में प्राचीन काल से ही शहतूत का इस्तेमाल कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जा रहा है। शहतूत का पेड़ आकार में काफी बड़ा होता है और इससे प्राप्त होने वाला फल बेहद स्वादिष्ट होता है। शहतूत के पेड़ को अंग्रेजी में मलबेरी ट्री कहा जाता है और आजकल मार्केट में मिलने वाले कई प्रोडक्ट्स में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
शहतूत का फल खाने में जितना स्वादिष्ट होता है उतना ही इससे शरीर को लाभ भी होता है। आप शहतूत को खाते जरूर होंगे, लेकिन इसके गुणों के बारे में ज्यादा जानते नहीं होंगे।शहतूत एक जड़ी-बूटी भी है। शहतूत के कई सारे औषधीय गुण हैं। आप कब्ज, मुंह के छाले की परेशानी, दस्त, कंठ के सूजन, आवाज बैठने और कंठ की जलन में शहतूत के इस्तेमाल से फायदे ले सकते हैं। इत ना ही नहीं, बदहजमी, पेट के कीड़े, पाचन-तंत्र विकार, और मूत्र रोग आदि रोगों में भी शहतूत के औषधीय गुण से लाभ मिलता है।
आयुर्वेद में शहतूत के गुण के बारे में कई सारी अच्छी बातें बताई गई हैं जो आपको जानना जरूरी है। आप एडियों के फटने (बिवाई) पर, खुजली, और त्वची संबंधी बीमारियों में शहतूत के औषधीय गुण के फायदे ले सकते हैं। इसके अलावा शारीरिक जलन या शारीरिक कमजोरी में भी शहतूत से लाभ मिलता है। आइए यहां शहतूत के सेवन या उपयोग करने से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में जानते हैं।
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शहतूत क्या है…..?
शहतूत का वृक्ष लगभग 3-7 मीटर ऊँचा, मध्यमाकार होता है। इसके तने गहरे भूरे रंग के, खुरदरे, और दरारयुक्त होते हैं। इसके पत्ते सीधे और विभिन्न आकार के होते हैं। पत्ते 5-7.5 सेमी लम्बे, अण्डाकार या चौड़े अण्डाकार के होते हैं। शहतूत के फूल हरे रंग के होते हैं। खट्टे-मीठे स्वाद वाले शहतूत की दो प्रजातियां पाई जाती हैं। जिनमें एक तूत (शहतूत) दूसरी तूतड़ी है। शहतूत का वानस्पतिक नाम मोरस ऐल्बा है जो मोरेसी कुल से ताल्लुक रखता है। इसके फल लगभग 2.5 सेमी लम्बे, अण्डाकार अथवा लगभग गोलाकार होते हैं। ये कच्च्ची अवस्था में सफेद रंग के होते हैं, और पक जाने वाले लगभग हरे-भूरे या फिर गहरे-बैंगनी रंग के होते हैं। शहतूत के वृक्ष में फूल और फल जनवरी से जून के बीच होता है। शहतूत को देश-विदेश कई अलग-अलग नामो से जाना जाता है।
शहतूत खाने के फायदे:- खट्टे-मीठे स्वाद वाले शहतूत में बहुत सारे औषधीय गुण पाए जाते है जो एक जड़ी-बूटी काम करते है। शहतूत खाने में जितना स्वादिष्ट होता है उससे कही अधिक हमारे स्वस्थ को कई प्रकार के रोगों से बचाने का काम करता है। शहतूत के सेवन से गले की सूजन, दस्त, कब्ज, बदहजमी, पेट के कीड़े, मूत्र रोग और पाचन-तंत्र विकार में लाभकारी माना जाता है। शहतूत खाने से पाचन शक्ति अच्छी रहती है। शहतूत खाने से लीवर से जुड़ी बीमारियों में राहत मिलती है। ये सर्दी-जुकाम में भी बेहद फायदेमंद है। गर्मियों में शहतूत के सेवन से लू लगने का खतरा कम हो जाता है। यूरिन से जुड़ी कई समस्याओं में भी शहतूत बेहद फायदेमंद होता है। शहतूत खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
आयुर्वेद के अनुसार शहतूत खाने के फायदे बेशुमार हो सकते है जो कई शारीरक समस्याओं के लिए लाभकारी औषधि के रूप में काम कर सकते है। इसलिए आप शहतूत की अपनी डायट में शामिल कर सकते है। आपको बात दें, शहतूत किसी भी रोग का इलाज नहीं है यह कुछ हद बीमारी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। तो चलिए जानते शहतूत स्वस्थ के लिए कैसे फायदेमंद है।
पाचन के लिए शहतूत के फायदे- पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए के फाइबर की आवश्यकता होती जोकि शहतूत में भरपूर मात्रा में पाया जाता है।फाइबर युक्त भोजन करने से ब्लोटिंग, कब्ज, ऐंठन अपच जैसी आदि समस्याओं में आराम मिल सकता है। शहतूत के फायदे खराब पाचन शक्ति मजबूत बनाने में मदद कर सकते है।
इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद शहतूत- शहतूत में पाए जाने वाली विटामिन सी, विटामिन ए, मैंगनीज और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। शहतूत के फायदे प्राप्त करने के लिए शहतूत के जूस को अपनी डायट में शामिल कर सकते है।
आंखों के लिए फायदेमंद शहतूत- शहतूत में पाए जाने वाली विटामिन-ए आंखों से जुड़ी कई परेशानियों को कम करने में सहायक होती है। शहतूत के फायदे आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ नेत्र विकार की समस्या को दूर करने में सहयोग कर सकते है।
हृदय के लिए लाभकारी शहतूत का सेवन- शहतूत का सेवन हृदय रोगों के रिस्क को कम करने में मदद कर सकता है।क्योकि शहतूत में एंटी-हाइपरटेंसिव का प्रभाव होता है। जो हृदय स्वस्थ रखने मे मददगार हो सकता है। इसके अतरिक्त शहतूत में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने वाले लिनोलेइक एसिड और डाइटरी फाइबर मौजूद होता है। इसलिए शहतूत के फायदे दिल के लिए अच्छे माने जा सकते है।
एनीमिया में शहतूत के फायदे-शहतूत खाने से एनीमिया की समस्या में में आराम मिल सकता है। दरअसल, इसमें हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने वाले एंटी-हीमोलिटिक पाए जाते है। जिनसे एनीमिया की परेशानी को दूर करने में मदद मिल सकती है।
बालों को फायदे- शहतूत में ऐसे कई प्रकार के पोषक तत्व, विटामिन और मिनरल की भरमार होती है जोकि वालों के स्वस्थ के लिए फायदेमंद हो सकते है। शहतूत के नियमित सेवन से बालों को कैल्शियम, आयरन और विटामिन सी आदि पोषक तत्वों प्राप्त होते है जिनसे बालो की जड़ों को मजबूती मिलती है। शहतूत के फायदे बालों को पोषण देकर बालों को झड़ने, रूसी आदि परेशानियों से बचाने मैं मदद कर सकते है।
ब्लड सर्कुलेशन में शहतूत के फायदे- खून को साफ करने के साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को नियंत्रित करने के लिए शहतूत का सेवन करना चाहिए। क्योकि शहतूत सायनायडिंग 3-ग्लूकोसाइड मौजूद होता है जो ब्लड की अशुद्धियों को दूर करने के साथ ब्लड सर्कुलेशन की प्रक्रिया को सुधरने में अपना अहम रोल निभा सकता है।
दिमाग के लिए लाभकारी शहतूत- शहतूत का सेवन शारीरक स्वस्थ के साथ मानसिक स्वस्थ का भी ध्यान रखने में को कसर नहीं छोड़ता है। क्योकि शहतूत में न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण मौजूद होता है जो तंत्रिका तंत्र से जुडी परेशानियों को दूर करने में मानत्वपुर्ण भूमिका निभा सकता है। शहतूत के फायदे दिमाग (benefits of mulberry for brain) को स्वस्थ में काफी लाभकारी माना जाता है।।
कोलेस्ट्रॉल के लिए शहतूत के फायदे- कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखने के लिए शहतूत का सेवन करना लाभकारी मान जाता है क्योकि इसमे डाइटरी फाइबर मौजूद होता है जो कोलेस्ट्रॉल को सामान्य बनाये रखने में पूरी मदद कर सकता है। शहतूत के फायदे ख़राब कोलेस्ट्रॉल और सही कोलेस्ट्रॉल के बीच अनुपात बनाने में सहायक होता है।
कैंसर से बचाव करें शहतूत- शहतूत खाने से कैंसर के लक्षणों के जोखिम को कम किया जा सकता है। क्योकि इसमें फ्लेवोनॉयड और पॉलीफेनोल्स होते है। हांलाकि, शहतूत का सेवन कैंसर की बीमारी का इलाज नहीं है। इसके डॉक्टर का ट्रीटमेंट ही मददगार साबित होगा।
हड्डियों के लिए लाभकारी शहतूत- शहतूत कैल्शियम का स्रोत माना जाता है जो कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। शहतूत के फायदे बोन टिश्यू के निर्माण करने में सहायक हो सकते है। इसलिए शहतूत को अपनी डायट में शामिल करें।
वजन करें शहतूत का सेवन- शहतूत का सेवन वजन कम करने में लाभकारी हो सकते है। क्योकि शहतूत कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते है जो चर्बी को कम करने में मदद कर सकते है।
सर्दी-जुकाम के लिए शहतूत के फायदे-सर्दी- जुकाम के लक्षणों से लड़ने में शहतूत एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है क्योकि शहतूत में फ्लेवोनॉइड्स, विटामिन सी भरपूर मात्रा में मौजूद होती है। शहतूत के फायदे सर्दी, बुखार, जुखाम, कोल्ड को भी दूर करने में लाभकारी हो सकते है।
त्वचा के लिए शहतूत के फायदे – शहतूत स्वस्थ के साथ सुंदरता का ख्याल रखने में अपना भरपूर योगदान देता है। दरअसल, शहतूत में विटामिन ए, विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते है जो त्वचा को मुलायम, हेल्दी बनाने में मदद कर सकते है। शहतूत के फायदे त्वचा की देखभाल के लिए फायदेमंद माने जा सकते है।
शहतूत में अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं, शहतूत खाने से क्या लाभ होता है…?
मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करे शहतूत- शहतूत के फल व पत्तों में कई खास प्रकार के साइटोप्रोटेक्टिव और न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो दिमागी हालत में सुधार करते हैं। इसके पत्ते व फलों का सेवन करने से डिप्रेशन, चिंता व तनाव जैसी समस्याएं भी विकसित नहीं हो पाती हैं।
डायबिटीज के लक्षणों को कम करता शहतूत – शहतूत के फल को उसके हाइपरग्लाइसेमिक प्रभाव के लिए जाना जाता है, जिसका सेवन करने से रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ने की बजाए कम होने लगता है। शहतूत के पत्तों का सेवन करने से भी डायबिटीज के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर है शहतूत- शहतूत वृक्ष के पत्ते, जड़ व फलों का सेवन करने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में विस्तार होता है। नियमित रूप से इसके फल का सेवन करने से कई प्रकार के रोग व संक्रमण आदि होने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
शहतूत से करें पाचन क्रिया को तेज- शहतूत के फल व पत्तों में कुछ ऐसे खास तत्व होते हैं, जो पाचन क्रिया को तेज करने का काम करते हैं। नियमित रूप से शहतूत के फल को खाने से कब्ज, बदहजमी और पेट फूलना जैसी समस्याएं नहीं होती हैं।
त्वचा रोग के इलाज की आयुर्वेदिक दवा है शहतूत – त्वचा संबंधित अनेक रोगों में शहतूत के औषधीय गुण से लाभ मिलता है। त्वचा रोग होने पर शहतूत के पत्ते को पीस लें। इसका लेप करने से त्वचा की बीमारियों में लाभ होता है।
शहतूत के औषधीय गुण से दाद-खाज-खुजली का इलाज – शहतूत की छाल के चूर्ण में नींबू का रस मिला लें। इसे घी में तलकर दाद पर लगाएं, और कपड़े से पट्टी बाँध दें। ऐसा लगातार 15 दिनों तक करें। 15 दिनों में दाद और दाद के कारण होने वाली खुजली ठीक होती है।
कंठ की सूजन में शहतूत के सेवन से लाभ – कंठ की सूजन में भी शहतूत के औषधीय गुण से फायदा मिलता है। शहतूत के फलों का सेवन करें। इससे कंठ की सूजन की समस्या ठीक होती है। बेहतर लाभ के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर सलाह लें।
शहतूत के औषधीय गुण से कंठ की जलन का इलाज – शहतूत के पत्तों का काढ़ा बनाकर गरारा करने से कण्ठ की जलन खत्म होती है। शहतूत के पत्ते का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से कण्ठ की जलन, कंठ का दर्द, कंठ की सूजन, डीप्थीरिया और आवाज बैठने की समस्या में लाभ होता है।
हालांकि, शहतूत से प्राप्त होने वाले स्वास्थ्य लाभ पूरी तरह से अलग-अलग अध्ययनों पर आधारित हैं और हर व्यक्ति के शरीर पर इनका प्रभाव अलग हो सकता है।
शहतूत कैसे खाएं– शहतूत का का जूस निकलकर पिया जा सकता है। शहतूत साफ कर ऐसे भी खा सकते है। शहतूत को फ्रूट चाट में इस्तेमाल किया जा सकता है। शहतूत खाने की अन्य कई तरीके हो सकते है इसलिए आप अपनी सुविधानुसार शहतूत कर सकते है।
शहतूत के औषधीय गुण और पोषक तत्व – शहतूत के फायदे जानने से इसे पोषक तत्वों के बारे में जानते है जो स्वस्थ को हर स्तर पर लाभ पहुंचाते है। शहतूत में पोटैशियम, विटामिन-ए, विटामिन-के, विटामिन सी, एनर्जी, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, फैटी एसिड, आयरन, पोटैशियम, शुगर, विटामिन बी-6, सोडियम जैसे आदि पोषक तत्वों को स्रोत माना जाता है। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव मौजूद होता है जो फ्री रैडिकल्स से लड़ने में सहायक होते है। इसके साथ शहतूत (Shahtoot) खाने से इम्यूनिटी, सर्दी-खांसी आदि शारीरक परेशानियों में फायदेमंद हो सकता है।
शहतूत के औषधीय गुण,आयुर्वेदीय गुण-कर्म एवं प्रभाव ये हैंः-
शहतूत मधुर,कषाय,अम्ल,शीत,गुरु,पित्तवातशामक,सर,वृष्य,बलकारक,दाह-प्रठीक,दीपन,ग्राही और वर्णकारक होता है। यह दाह और रक्तपित्तनाशक होता है। इसका पक्व फल मधुर शीत गुरु और पित्तवातशामक होता है।इसका पक्वाफल बलकारक,वर्णकारक,अग्निवर्धक मलरोधक और रक्तविकार-शामक होता है। इसका अपक्व फल गुरु, सर, अम्ल, उष्ण और रक्तपित्तकारक होता है। इसकी छाल (छाल्) कृमिनिसारक, विरेचक, वेदनाहर, मूत्रल, कफनिस्सारक, शोथहर, प्रशामक, आक्षेपहर और बलकारक होती है।
शहतूत खाने के नुकसान-
शहतूत का सेवन करने के फायदों के साथ कुछ नुक्सान भी हो सकते है परन्तु शहतूत के नुकसान अधिक देखने को नहीं मिले है। शहतूत अधिक सेवन करने से पेट सम्बन्धी परेशानी हो सकती है। शहतूत का सेवन करने से कुछ लोगो को एलर्जी हो सकती है। कच्चे सफेद शहतूत खाने से पेट दर्द या अन्य समस्या हो सकती है। शहतूत खाने से अन्य कई नुकसान हो सकते है इसलिए शहतूत का सेवन सीमित मात्रा में करें। शहतूत के फल व पत्तों का उचित मात्रा में सेवन करना स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह से सुरक्षित रहता है। हालांकि, कुछ लोगों को इससे निम्न स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। पेट दर्द,सिर चकराना,,सीने में जलन,उल्टी या जी मिचलाना,रक्त शर्करा का स्तर कम होना,एलर्जी होना। हालांकि, गर्भवती महिलाओं व अन्य रोगों से ग्रस्त व्यक्तियों को शहतूत का सेवन करने से कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
आप शहतूत के औषधीय गुण से पूरा-पूरा लाभ ले पाएं, लेकिन किसी बीमारी के लिए शहतूत का सेवन करने या शहतूत का उपयोग करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर सलाह लें।
औषधीय गुणों का पेड़ शहतूत