कांवड़यात्रा पर पुष्पवर्षा से नेता प्रतिपक्ष को परेशानी-योगी

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कांवड़यात्रा पर पुष्पवर्षा से नेता प्रतिपक्ष को परेशानी-योगी
कांवड़यात्रा पर पुष्पवर्षा से नेता प्रतिपक्ष को परेशानी-योगी

कांवड़यात्रा पर पुष्पवर्षा से भी नेता प्रतिपक्ष को है परेशानी।चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए लोगों को जमीनी हकीकत ही नहीं पता कांवड़यात्रा पर पुष्पवर्षा से नेता प्रतिपक्ष को परेशानी-योगी

निष्पक्ष दस्तक ब्यूरो


कांवड़ यात्रा पर अखिलेश के बयान पर पलटवार करते हुए योगी ने कहा कि कांवड़ यात्रा में पुष्पवर्षा से नेता प्रतिपक्ष को परेशानी होती है। आपने तो कांवड़ यात्रा को बैन कर दिया था। हमारी सरकार किसी के साथ भेदभाव नहीं करती। केवल संवाद बनाती है, तो सड़कों पर नमाज नहीं होती। जनमाष्टमी पर भी आप लोगों ने पुलिस लाइन में आयोजन पर रोक लगा दिया था। वोट बैंक प्रभावित होने का डर था। मैंने आते ही कहा कि हर थाने, हर बैरक और हर जेल में जनमाष्टमी का आयोजन धूमधाम से होगा। आज चार करोड़ लोग हरिद्वार और गाजियाबाद के बीच कांवड़ लेकर चलते हैं। मुझे उनपर पुष्पवर्षा का अवसर मिला। वहां तो सभी जाति के लोग आते हैं। मगर नेता प्रतिपक्ष को पुष्पवर्षा से परेशानी है। पर्व और त्योहार शांतिपूर्वक मनाए जा रहे हैं। किसी समुदाय को दिक्कत नहीं है।

चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए लोगों को जमीनी हकीकत ही नहीं पता


मुख्यमंत्री योगी ने दुष्यंत कुमार का शेर पढ़ते हुए कहा- ‘तुम्‍हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, फिर भी तुम्‍हें यकीन नहीं।’ मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कुछ लोग चांदी की चम्‍मच लेकर पैदा होते हैं। उन्‍हें जमीनी हकीकत के बारे में कुछ पता नहीं होता है। वे गांव के लोगों और किसानों की पीड़ा कभी नहीं समझ पाएंगे। तुलसीदास की चौपाई का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने अखिलेश को घेरा। उन्होंने कहा कि तुलसीदास जी ने कहा भी है कि ‘समरथ को नहीं दोष गोसाईं’, ऐसे ही लोगों पर बातें अक्षरशः ठीक बैठती हैं, क्योंकि जो लोग जन्म से चांदी के चम्मच से खाने के आदी हैं वो गरीब-किसान-दलित की समस्या और उसकी पीड़ा को क्या समझेंगे। उन्होंने अति पिछड़ों और पिछड़ों के साथ क्या व्यवहार किया था, ये पूरा देश जानता है। कांवड़यात्रा पर पुष्पवर्षा से नेता प्रतिपक्ष को परेशानी-योगी