
श्री राम स्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय में छात्रों पर लाठी चार्ज। ABVP ने डिग्री मान्यता और छात्र निष्कासन पर प्रशासन को घेरा। श्री राम स्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय एक निजी विश्वविद्यालय है। जो उत्तर प्रदेश के लखनऊ के पास बाराबंकी में स्थित है। जिसकी स्थापना उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के अधिनियम 1 के तहत 2012 में की गई थी। यह विश्वविद्यालय भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) का सदस्य है और इसे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) से मान्यता प्राप्त है। SRMU में छात्रों पर लाठी चार्ज
अजय सिंह
लखनऊ। यूपी के बाराबंकी में शहर कोतवाली क्षेत्र के गदिया स्थित राम स्वरूप यूनिवर्सिटी के एलएलबी के छात्र-छात्राओं ने गेट के बाहर जमकर हंगामा और नारेबाजी की। स्टूडेंट्स का आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन बिना मान्यता के ही एलएलबी की पढ़ाई करा रहा है। इससे सैकड़ों छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधेरे में हैं। तीन दिन पहले शुक्रवार को भी प्रदर्शन हुआ था। उस समय यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दो दिन का समय मांगा था। जवाब से संतुष्ट न होने पर सोमवार को सुबह 11 बजे से प्रदर्शन तेज हो गया। सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने जमकर नारेबाजी की। इनके समर्थन में एबीवीपी के कार्यकर्ता भी आ गए। प्रदर्शनकारियों के अलावा बीबीए के छात्र भी शामिल हुए। पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन उन्हें मानने में जुटा रहा। लेकिन, छात्र लिखित मान्यता का कागज की मांग पर अड़े रहे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने आज श्री राम स्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय (SRMU) प्रशासन के खिलाफ गंभीर अनियमितताओं, छात्रों के उत्पीड़न और मनमानी फीस वसूली को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। जब छात्रों का प्रतिनिधिमंडल कुलपति से मिलने पहुँचा, तो विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा पुलिस बुलाकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठी चार्ज करवाया गया।ABVP अवध प्रांत के प्रदेश मंत्री, पुष्पेंद्र बाजपेई ने बताया कि विश्वविद्यालय लंबे समय से छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।

मुख्य आरोप निम्नलिखित हैं:-
विश्वविद्यालय 2022 से विधि विभाग की बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) से संबद्धता के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहा है, जिससे छात्रों को फर्जी झांसा देकर उनके भविष्य को अंधकार में धकेला जा रहा है। जब छात्र आदर्श पांडे और अभय राम त्रिपाठी ने इन मुद्दों पर सवाल उठाए, तो उन्हें बिना कोई उचित कारण बताए असंवैधानिक तरीके से विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया।छात्रों से मनमाने ढंग से फीस और विलंब होने पर भारी अर्थदंड वसूला जा रहा है।
15 अगस्त के अवसर पर छात्रों द्वारा निकाली गई ‘सतत तिरंगा यात्रा’ का भी प्रशासन ने विरोध किया था, जो उनकी छात्र-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। आज जब इन मुद्दों पर बात करने के लिए ABVP का प्रतिनिधिमंडल कुलपति डॉ. विकास मिश्रा से मिलने उनके कार्यालय गया, तो कुलपति ने छात्रों से संवाद करने के बजाय पुलिस बल का प्रयोग किया। छात्रों के शांतिपूर्ण तरीके से मिलने पर अड़े रहने पर, कुलपति के निर्देश पर पुलिस द्वारा उन पर लाठी चार्ज किया गया।
अभाविप के प्रांत मंत्री पुष्पेंद्र बाजपेई ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा, “जब तक कुलपति स्वयं आकर छात्रों से बात नहीं करते, निष्कासित छात्रों को सम्मानपूर्वक वापस नहीं लिया जाता और लॉ डिग्री की मान्यता पर स्थिति स्पष्ट नहीं की जाती, तब तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का यह आंदोलन जारी रहेगा। हम छात्र हितों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे।” अभाविप ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, विश्वविद्यालय परिसर में उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।5
राम स्वरूप यूनिवर्सिटी के एलएलबी के छात्र-छात्राओं ने गेट के बाहर जमकर हंगामा और नारेबाजी की। स्टूडेंट्स का आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन बिना मान्यता के ही एलएलबी की पढ़ाई करा रहा है। इससे सैकड़ों छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधेरे में हैं। तीन दिन पहले शुक्रवार को भी प्रदर्शन हुआ था। उस समय यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दो दिन का समय मांगा था। जवाब से संतुष्ट न होने पर सोमवार को सुबह 11 बजे से प्रदर्शन तेज हो गया। सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने जमकर नारेबाजी की। इनके समर्थन में एबीवीपी के कार्यकर्ता भी आ गए। प्रदर्शनकारियों के अलावा बीबीए के छात्र भी शामिल हुए। पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन उन्हें मानने में जुटा रहा। लेकिन, छात्र लिखित मान्यता का कागज की मांग पर अड़े रहे। प्रदर्शन कर रहे एलएलबी के छात्र-छात्राओं ने वैभव शुक्ला, आदित्य यादव, शिवनाथ यादव, दुर्गेश सिंह, अर्पिता, अभिषेक रस्तोगी ने बताया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन एलएलबी की फर्जी मान्यता दिखाकर एडमिशन ले रहा है। प्रशासन धमकी दे रहा है कि प्रदर्शन करोगे तो कॉलेज से निलंबित कर दिया जाएगा। SRMU में छात्रों पर लाठी चार्ज