लखनऊ। लखनऊ में इस वर्ष भी पुनः एक रोचक आयोजन ने धूम मचाने के साथ लोगों को खिलखिलाने को मजबूर किया । जो अपनी विलक्षणताओं के कारण पिछले 62 वर्षों से खास आकर्षण का रूप लिए हुए है। और लोग वर्ष भर रंग भारती के इस आयोजन की प्रतीक्षा करते हैं। ‘रंगभारती’ का ६२ वर्ष पुराना ‘घोंघाबसंत सम्मेलन’ में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और नम्रता पाठक मौजूद रहे। राज्य उपभोक्ता प्रतितोष आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अशोक कुमार उपस्थित रहे।हास्य कवि सम्मेलन का विधिवत शुभारंभ करते हुए बृजेश पाठक कहते है “श्याम कुमार जी के नेतृत्व में ‘रंगभारती’ ने अनेक नई-नई शुरुआते कीं, जिनमें से एक है ‘घोंघाबसंत सम्मेलन’। वर्ष 1961 में यह देश के पहले हास्य कवि सम्मेलन के रूप में शुरू किया गया था। नगर निगम और लोकनिर्माण विभाग को कुंभकर्ण सम्मान
राजधानी की बदहाल और गड्ढायुक्त सड़कों पर अपनी आंख मूंदने वाले नगर निगम और लोकनिर्माण विभाग को संयुक्त रूप से कुंभकर्ण सम्मान से नवाजा गया। उत्तर प्रदेश की सड़कों की तुलना मशहूर अभिनेत्री से की गयी।सम्मेलन में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह,उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, फिल्म अभिनेता शाहरुख खान, फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर, स्वामी प्रसाद मौर्य, मल्लिकार्जुन खड़गे और उद्धव ठाकरे को ‘मूर्ख रत्न’ का ‘राष्ट्रीय शिखर सम्मान’ दिया गया। राहुल गांधी को ढेंचू सम्मान से नवाजा गया। ‘रंगभारती समारोह की परंपरा के तहत पांच विभूतियों के ‘गन्धर्व विवाह’ की घोषणा की गई। इसमें पत्रकार अजय कुमार का दीपिका पादुकोण,पत्रकार डॉ. हरिराम त्रिपाठी का अनुष्का शर्मा,पत्रकार श्याम कुमार का अभिनेत्री रेखा, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र का आलिया भट्ट और हास्य कवि डंडा बनारसी का ममता बनर्जी के साथ गंधर्व विवाह कराया गया। इनको पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की ओर से नेग में 11-11 रुपये दिए गए। समारोह में आए कवियों के लिए मंडलायुक्त रोशन जैकब की ओर से पत्तलों का जयमाल, जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार की ओर से ककड़ी का जयमाल, पूर्व राज्यपाल राम नाईक की ओर से राजमुकुट, अरविंद केजरीवाल की ओर से झाड़ू, अखिलेश यादव की ओर से लॉलीपॉप और लखनऊ नगर निगम की ओर से झूठे आश्वासनों की पोटली थमाई गई।
READ MORE–अयोध्या की राज वधू उर्मिला का अनुकरणीय चरित्र
उपमुख्यमंत्री ने की श्याम कुमार को पद्म पुरस्कार देने की मांग- मुख्य अतिथि पत्नी नम्रता पाठक के साथ मौजूद रहे। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार श्याम कुमार ने अपना पूरा जीवन देश, समाज और संस्कृति के लिए समर्पित कर दिया। श्याम कुमार अपना सब कुछ बेचकर बिना किसी स्वार्थ के इस तरह के आयोजन करते हैं। उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस, पत्रकारिता दिवस, किशोर की यादें जैसे कार्यक्रम आयोजित करते हैं। समाज के लिए इतना कुछ करने वाले श्याम कुमार को कम से कम पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाना चाहिए।
रंगभारती के संपादक और कार्यक्रम के आयोजक श्याम कुमार मंच पर स्वयं गधे की वेशभूषा में आए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पिछले 62 साल से एक अप्रैल को होने वाले इस आयोजन का उद्देश्य आज की तनावभरी जिंदगी में हंसना-हंसाना है। समारोह में मशहूर रंगकर्मी विजय वास्तव ने ‘रंगभारती’ का परिचय दिया। सुविख्यात हास्य कलाकार राजेंद्र विश्वकर्मा व देवकीनंदन के साथ हास्य कार्यक्रमों की शुरुआत की। वरिष्ठ शास्त्रीय गायिका पद्मा गिडवानी ने सरस्वती-वन्दना प्रस्तुत की। समारोह में प्रयागराज से आए अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त ‘मूंछ नर्तक’ दुकानजी ने अपनी मूंछों पर मोमबत्तियां जलाकर अद्भुत ‘मूंछ नृत्य’ प्रस्तुत किया।
‘रंगभारती’ द्वारा इस अवसर पर इस वर्ष का ‘बेढब बनारसी रंगभारती हास्य-व्यंग्य शिखर सम्मान’ दो प्रसिद्ध रचनाकारों को प्रदान किया गया। डंडा बनारसी एवं डॉ. पापुलर मेरठी ‘रंगभारती’ के दिवंगत सदस्य एवं हास्य रस के महाकवि बेढब बनारसी की स्मृति में प्रति वर्ष यह सम्मान दिया जाता है। ‘रमई काका रंगभारती सम्मान’ अवधी कवि रमई काका के नाम पर दिया जाता है और यह सम्मान अवधी के प्रसिद्ध कवि एवं विकास बौखल, बाराबंकी को प्रदान किया गया। कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले कवियों को पत्तल की माला और ककड़ी की माला से सम्मानित किया गया। हंसने और हंसाने के लिए इन विचित्र प्रकार की मालाओं से सभी कवियों को सम्मानित किया गया।
प्रयागराज से आए अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त ‘मूंछ नर्तक’ दुकानजी ने अपनी मूंछों पर मोमबत्तियां जलाकर अद्भुत ‘मूंछ नृत्य’ प्रस्तुत किया। इसके अलावाा इस वर्ष का ‘बेढब बनारसी रंगभारती हास्य-व्यंग्य शिखर सम्मान’ दो प्रसिद्ध रचनाकारों डंडा बनारसी एवं डॉ. पापुलर मेरठी को दिया गया। ‘रंगभारती’ के दिवंगत सदस्यएवं हास्य रस के महाकवि बेढब बनारसी की स्मृति में प्रति वर्ष यह सम्मानदिया जाता है। ‘आयोजक सस्था के सदस्य रहे सुविख्यात अवधी कवि रमई काका के नाम पर‘रंगभारती’ द्वारा इस वर्ष ‘रमई काका रंगभारती सम्मान’ शुरू किया गया। यह सम्मान अवधी के प्रसिद्ध कवि बाराबंकी के विकास बौखल प्रदान किया गया। इसके अलावा कुछ विशिष्ट पुरस्कार भी दिए गए। घोंघा बसंत हास्य कवि सम्मेलन का उद्देश्य ‘आज की तनावभरी जिन्दगी में हंसना-हंसाना’ है। नगर निगम और लोकनिर्माण विभाग को कुंभकर्ण सम्मान