भद्रासन संस्कृत शब्द भद्र से निकला है,जिसका मतलब होता है सज्जनता या शालीनता।यह आसन बहुत सारे रोगों को नष्ट करने में मददगार है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र भी कह चुके हैं कि भद्रासन करने से शरीर सुदृढ़, स्थिर और मजबूत बनता है। भद्रासन करने के लिए आप सबसे पहले जमीन पर बैठे फिर अपने दोनों पैरों को फैला दें। ये करने के बाद आप पैरों को मोड़ें और दोनों एडि़यों को एक दूसरे से जोड़ें दें। अब आप अपने हाथों को अपने एडियों के पास ले आए और टखनों को हाथों से पकड़ लें। इस आसन को करने से कई रोगों से निजात मिल जाती है और शरीर सुदृढ़, स्थिर और मजबूत बना रहता है। ये आसन किसी भी आयु के लोग कर सकते हैं। जानें भद्रासन क्या है
वैवाहिक जीवन के साथ शरीर को संतुलित रखने के लिए भद्रासन सबसे सरल और अच्छा उपाय है। भद्रासन का हरदिन अभ्यास करने से आप अपनी धैर्यशक्ति और एकाग्रता को कई बढ़ा सकते हैं।वहीं इसका असर निजी पलों के वक्त देखने को मिलता है, इस दौरान पति-पत्नी काफी वक्त एक दूसरे के साथ बिता सकते हैं। इस आसन के नियमित अभ्यास से शीघ्रपतन जैसी समस्या को दूर हो जाती है। सेक्सलाइफ के साथ शरीर को संतुलित रखने के लिए भद्रासन सबसे सरल और अच्छा उपाय है। भद्रासन का हरदिन अभ्यास करने से आप अपनी धैर्यशक्ति और एकाग्रता को कई बढ़ा सकते हैं। वहीं इसका असर निजी पलों के वक्त देखने को मिलता है, इस दौरान पति- पत्नी काफी वक्त एक दूसरे के साथ बिता सकते हैं। इस आसन के नियमित अभ्यास से शीघ्रपतन जैसी समस्या को दूर हो जाती है।
भद्रासन करने के फ़ायदे
मन की एकाग्रता बढ़ती है। यादाश्त अच्छी होती है और दिमाग तेज़ होता है। आंखों से संबंधित समस्याएं दूर होती हैं और आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद मिलती है। भद्रासन से मन की चंचलता कम होती है और हमारा मन स्थित होता है। घुटनों के दर्द को कम करता है। तन और मन को दृढ़ता प्रदान करता है। शरीर को दृढ़ रखता है और मस्तिष्क को स्थिर करता है। भद्रासन से प्रजनन शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। भद्रासन योग स्मूथ डिलीवरी में भी लाभदाय होता है। भद्रासन करने से पैर के स्नायु मजबूत होते हैं। इसे करने से हमारे कमर की नसे और मांसपेशिया पूरी तरह खुल जाती है।
भद्रासन करने का तरीका
तितली आसन की तरह ही भद्रासन में भी बैठें। अब घुटनों को ज़मीन की तरफ़ सटाने की कोशिश करें और पीठ को सीधा रखें। अपने दोनों हाथों से पैरों के तलवों को पकड़कर रहें। अब इसी पोज़िशन में बॉडी को स्ट्रेच करें। भद्रासन को दिमाग के लिए उत्तम माना जाता है और इसे करने से दिमाग तेज बना रहता है। इतना ही नहीं दिमाग की एकाग्रता भी इस आसन को करने से बढ़ती है और याददाश्त भी तेज हो जाती है। यह आसन करने से शरीर और मन शांत रहता है। इसके अलावा प्रजनन शक्ति भी बढ़ती है और पैर भी मजबूत बने रहते हैं। इसलिए जिन लोगों के पैरों में दर्द की शिकायत रहती है और मन अशांत रहता है वो लोग इस आसन को किया करें।
भद्रासन योग की विधि
सबसे पहले एक समान और समतल जगह पर दरी /चटाई या योग मैट बिछा दे। अब वज्रासन में बैठ जाये। अब घुटनों को जितना संभव हो उतना दूर रखे। पैर के पंजो को इस तरह रखे की पैरों की उंगलियों का संपर्क जमीन से रहे और नितम्ब (हिप्स) को पंजो के बीच जमीन पर रखे। दोनों हाथों की हथेलियों को नीचे की ओर घुटनों पर रखे। शरीर को स्थिर और सीधा रखे। कमर-गर्दन सीधी रहनी चाहिए। अब नाक के अग्र (फ्रंट ) पर दृष्टि केंद्रित करे। नियमित श्वसन करे। भद्रासन का अभ्यास करने के बाद 5 मिनट शवासन जरूर करें।
भद्रासन के लाभ
ध्यान में बैठने के लिए एक उपयोगी आसन हैं। एकाग्रता शक्ति बढ़ती हैं और दिमाग तेज होता हैं। मन की चंचलता कम होती हैं। प्रजनन शक्ति बढ़ाता हैं। पाचन शक्ति ठीक रहती हैं। पैर के स्नायु मजबूत होते हैं। सिरदर्द, कमरदर्द, आँखों की कमजोरी, अनिद्रा और हिचकी जैसे समस्या में राहत मिलती हैं।
भद्रासन, यह एक बेहद सरल और उपयोगी आसन हैं। अगर आपको कोई पेट की बीमारी है या घुटनों की तकलीफ है तो डॉक्टर या योग विशेषज्ञ की राय लेकर ही यह योग करे। योग करने पर कोई परेशानी होने पर डॉक्टर / योग विशेषज्ञ की सलाह लेना चाहिए। योग अभ्यास का समय धीरे-धीरे बढ़ाये। जानें भद्रासन क्या है