सरकार महिलाओं के स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध। ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा महिलाओं की आजीविका संवर्धन हेतु उठाये गये प्रभावी व सकारात्मक कदम। महिलाओं की आमदनी के साथ समाज में बढ़ा है उनका मान -सम्मान।
उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा महिलाओं की आजीविका संवर्धन हेतु प्रभावी व सकारात्मक कदम उठाए गए हैं । समाज मेमहिलाओं की आमदनी के साथ उनका मान -सम्मान भी बढ़ा है। केशव प्रसाद मौर्य आज महाकुंभ मेला परिसर में आयोजित एफ पी ओ कान्क्लेव को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज महाकुम्भ मेला क्षेत्र में ग्राम्य विकास विभाग द्वारा आयोजित एफपीओ कॉन्क्लेव में स्वयं सहायता समूह की सखियों को चेक तथा विभिन्न योजनाओं के प्रशस्ति पत्र वितरित कर संबोधित किया।
प्रयागराज महाकुम्भ मेला क्षेत्र में ग्राम्य विकास विभाग द्वारा आयोजित एफपीओ कॉन्क्लेव में कृषि आधारित आजीविका की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कहा कि महिला किसानों को संगठित करने और उनकी आय में वृद्धि करने के लिए राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं I प्रदेश में 10 एफपीओ को मॉडल एफपीओ के रूप में विकसित करने की घोषणा की गई है, जिससे महिला किसानों को उनके उत्पादों को एकत्र करने और बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस पहल से महिला किसानों को सशक्त बनाने के साथ ही कृषि क्षेत्र में नवाचार और उत्पादकता में भी वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर राज्य मंत्री ग्राम्य विकास विभाग विजय लक्ष्मी गौतम, अन्य प्रमुख जनप्रतिनिधिगण, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन निदेशक दीपा रंजन सहित अन्य अधिकारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
उप मुख्यमंत्री ने नगर निगम प्रयागराज के (बालसन चौराहा) द्वारा प्रयागराज के बालसन चौराहा स्थित प्रेरणा पार्क परिसर में नगर निगम द्वारा भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी जी, अंत्योदय के प्रणेता स्व0 दीनदयाल उपाध्याय जी एवं आध्यात्मिक संस्कृति के प्रतीक व प्रयागराज के गौरव स्व0 अशोक सिंघल जी की मूर्तियों की स्थापना हेतु भूमि पूजन किया। उन्होंने महाकुंभ 2025 क्षेत्र के हार्टफुलनेस कुंभ मेला शिविर में मा0 जनप्रतिनिधियों, व वरिष्ठ जनों के साथ रामचंद्र मिशन द्वारा आयोजित कार्यशाला में सम्मिलित होकर हार्टफूलनेस से संबंधित अपने विचारों को साझा किया। हार्टफुलनेस एक 100 साल पुरानी परंपरा है। हार्टफुलनेस का मतलब है भावनाओं को महसूस करना। हार्टफुलनेस मेडिटेशन हृदय और मन को संतुलित करता है, जिससे इसका अभ्यास करने वाले व्यक्ति में मानसिक शांति, संतुलन और स्पष्टता विकसित होती है। लोगों से अपील की, कि इस पद्धति का प्रयोग करके अपने अपने शरीर को स्वस्थ रखने का प्रयास करें। महिलाओं को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध सरकार-उप मुख्यमंत्री