मुख्यमंत्री ने अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की।राहत कार्य पूरी सक्रियता से संचालित करने तथा प्रभावितों कोतत्परतापूर्वक मदद एवं राहत प्रदान करने के निर्देश।अतिवृष्टि और खराब मौसम के चलते जनहानि, पशुहानि के साथ-साथ क्षतिग्रस्त मकानों का आकलन करते हुए पीड़ितों को अनुमन्य राहत राशि शीघ्र उपलब्ध करायी जाए।अतिवृष्टि से प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों को फसलों की हानि काआकलन करते हुए इसकी रिपोर्ट शासन को शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश।धान क्रय केन्द्रों को खुले रखने के निर्देश।किसानों से धान की खरीद की जाए, इस कार्य में उन्हें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बैठक में प्रदेश में अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने राहत कार्य पूरी सक्रियता से संचालित करने तथा प्रभावितों को तत्परतापूर्वक मदद एवं राहत प्रदान करने के निर्देश दिए। अतिवृष्टि और खराब मौसम के चलते जनहानि, पशुहानि के साथ-साथ क्षतिग्रस्त मकानों का आकलन करते हुए पीड़ितों को अनुमन्य राहत राशि शीघ्र उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने अतिवृष्टि से प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों को फसलों की हानि का आकलन करते हुए इसकी रिपोर्ट शासन को शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसानों को शीघ्र राहत पहुंचायी जा सके।मुख्यमंत्री ने धान क्रय केन्द्रों को खुले रखने के निर्देश देते हुए कहा कि किसानों से धान की खरीद की जाए। इस कार्य में उन्हें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। यदि धान क्रय में नमी की समस्या आए तो धान को सुखाने की व्यवस्था केन्द्र पर ही की जाए। केन्द्र पर पंखे इत्यादि की व्यवस्था कर धान को सुखाया जाए।