अयोध्या। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग अयोध्या की प्रतिमाह आयोजित की जाने वाली ‘जिला पोषण समिति की बैठक जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह की अध्यक्षता में आहूत की गयी। ऑगनबाडी कार्यकत्री पदों पर चयन की स्थिति, आँगनबाडी केन्द्रों के सचालन स्थलों सहित, अयोध्या धाम में 70 नये ऑगनबाडी केन्द्रों की स्थापना, ऑगनबाडी केन्द्रों पर किट्स वितरण एवं कायाकल्प की समीक्षा, नगर निगम अयोध्या एवं अयोध्या धाम में नवीन ऑगनबाडी केन्द्र भवन निर्माण की समीक्षा, वित्तीय वर्ष 2022-23 में 31 ऑगनबाडी केन्द्र निर्माण, वित्तीय वर्ष-2023-24 में 119 ऑगनबाडी केन्द्र निर्माण, ऑगनबाडी केन्द्रो पर बाल मैत्री शौचालय के निर्माण एवं पेयजल व्यवस्था की समीक्षा, ऑगनबाड़ी केन्द्रों को कायाकल्प के 18 मानको को पूर्ण कराते हुए लर्निंग लैब के रूप में विकसित करने, अतिकुपोषित बच्चों एवं कुपोषित बच्चों (सैम एवं मैम बच्चों) के चिन्हांकन, ई-कवच की फीडिंग, एन०आर०सी० में संदर्भन, संभव अभियान, लाभार्थी आधार / मोबाइल सत्यापन, हॉट कुक्ड मील कियान्वयन व वर्तन उपलब्धता आदि की समीक्षा की गयी। अयोध्या में 70 नये ऑगनबाडी केन्द्रों की स्थापना
अयोध्या में अनुपूरक पुष्टाहार की आपूर्ति एवं वितरण की समीक्षा में पाया गया कि जनपद में 32553 गर्भवती / धात्री महिलाओं, 06 माह से 03 वर्ष के 106849 बच्चों, 03 वर्ष से 06 वर्ष के 103762 बच्चों एवं 1706 अतिकुपोषित बच्चों अर्थात् कुल 244870 लाभार्थियों का अनुपूरक पुष्टाहार नैफेड द्वारा प्राप्त कराया गया। जिलाधिकारी द्वारा पूर्ण पारदर्शिता सहित खाद्यान्न वितरण की कार्यवाही कराने हेतु निर्देशित किया गया। नगर निगम अयोध्या के अन्तर्गत अयोध्या धाम के 15 वार्डो में 70 नवीन ऑगनबाडी केन्द्रों की स्थापना हेतु निदेशालय / शासन स्तर पर कार्यवाही प्रचलित है, जिसकी स्वीकृति की प्रत्याशा में 12 स्थल ऑगनबाडी केन्द्र भवन निर्माण हेतु चयनित किये गये है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि अन्य ऑगनबाड़ी केन्द्रों के निर्माण हेतु स्थल चिन्हित करने के सम्बन्ध में और प्रयास किये जाये तथा इस सम्बन्ध में जिला कार्यकम अधिकारी, उप जिलाधिकारी सदर एवं मठ/मन्दिर/आश्रम/धर्मशाला आदि के संचालको के साथ भी बैठक कर प्रगति से अवगत करायें।
अयोध्या में वित्तीय वर्ष-2022-23 में निर्मित हो रहे 31 ऑगनबाड़ी केन्द्रों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी द्वारा जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यकम अधिकारी एवं सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि उक्त निर्माण कार्य इसी माह में पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार वित्तीय वर्ष-2023-24 में ऑगनबाडी केन्द्र भवनो के निर्माण हेतु चयनित 119 ऑगनबाडी केन्द्रों का निर्माण कार्य इसी माह आरम्भ कर दिया जाय। वित्तीय वर्ष-2021-22 एवं 2023-24 के चयनित 215 ग्रामीण / नगरीय ऑगनबाडी केन्द्रों हेतु बाल मैत्रिक शौचालय निर्माण की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी महोदय द्वारा 215 के सापेक्ष मात्र 34 ऑगनबाडी केन्द्रों पर शौचालय निर्माण आरम्भ होने पर नाराजगी व्यक्त की गयी एवं समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को उक्त कार्य शीघ्र पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया। इसी प्रकार जनपद के 184 ग्रामीण / नगरीय ऑगनबाडी केन्द्रों हेतु पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु रूपये 17000-/ की धनराशि सम्बन्धित ग्राम पंचायतों एवं डूडा को आवंटित की गयी थी, जिसमें मात्र 27 पर कार्य पूर्ण हुआ एवं 23 पर कार्य प्रारम्भ हुआ है, जबकि 134 केन्द्रों पर कार्य आरम्भ नही हुआ है, जिसके लिए जिलाधिकारी द्वारा उक्त कार्य अगली बैठक से पूर्व पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया। जनपद के 11 विकास खण्डों में चयनित 75 ऑगनबाडी केन्द्रों को 18 मानको पर कायाकल्पित करते हुए लर्निंग लैब के रूप में विकसित किया जाना है। उक्त कार्य भी शीघ्र पूर्ण कराने हेतु सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों एवं बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
नवीन सृजित आंकाक्षात्मक नगर माँ कामाख्या (मवई) में चयनित 05 ऑगनबाडी केन्द्र एवं सुचित्तागंज (सोहावल) में चयनित 11 ऑगनबाडी केन्द्र में नगर विकास विभाग द्वारा ऑगनबाडी केन्द्र भवन का निर्माण प्रस्तावित है, जिसमें से मात्र 02 ऑगनबाडी केन्द्र का निर्माण प्रारम्भ है, शेष सभी का कार्य अनारम्भ है, जिसे शीघ्र पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया।
माह जुलाई में जनपद में 913 तीव्र गम्भीर अतिकुपोषित बच्चे एवं 4639 मध्यम गम्भीर अतिकुपोषित बच्चे चिन्हित हुए है। स्वास्थ्य विभाग के ई-कवच एप पर, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवसों के अवसर पर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा 14506 बच्चों की स्क्रीनिंग की गयी एवं 1464 बच्चे गम्भीर अतिकुपोषित (सैम) चिन्हित किये गये, जिसमें से 113 अतिकुपोषित बच्चे संदर्भन हेतु उपयुक्त पाये गये जबकि कुल 35 बच्चों का ही संदर्भन किया गया। जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि पोषण पुनर्वास केन्द्र में बेडो की संख्या बढवाने तथा रूदौली एवं कुमारगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों/100 शय्या चिकित्सालय में नये पोषण पुनर्वास केन्द्रों की स्थापना हेतु अपने स्तर से प्रयास करे तथा तब तक संदर्भित न हो पाने वाले सैम बच्चों की देखभाल सी०एच०सी० स्तर पर बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा किये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
हॉट कुक्ड मील की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि ऐसे केन्द्र जो प्राथमिक विद्यालयों से बाहर संचालित है, में खाना बनाने, परोसने व खाने हेतु बर्तनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाय। सभी नगर निकायों के अधिशाषी अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि बर्तनों आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। हॉट कुक्ड मील के स्थलीय सत्यापन पर भी जिलाधिकारी द्वारा सभी सम्बन्धित को निर्देशित किया गया। समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी जनपद अयोध्या के अतिरिक्त कन्वर्जेन्स विभागो के अन्य अधिकारीगण मुख्य चिकित्साधिकारी, उपायुक्त मनरेगा, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, पी०ओ० डूडा, अधिशाषी अधिकारी नगर निकाय एवं समस्त खण्ड विकास अधिकारी आदि उपस्थित थे। अयोध्या में 70 नये ऑगनबाडी केन्द्रों की स्थापना