बुंदेलखंड में कोयले से मिला हीरा
एल.एन.सिंह वरिष्ठ पत्रकार
झांसी। बुंदेलखंड में कोयले से मिला हीरा, झांसी पारीछा पॉवर प्लांट में कोयले के ढेर से मिला 2 केजी का डायमंड पत्थर, एक टुकड़ा लेकर अफसर फरार। बुंदेलखंड में डायमंड पत्थर को लेकर होड़ मच गई है, झांसी के पारीछा पॉवर प्लांट के अंदर कोयले के ढेर से हीरे जैसा चमकीला पत्थर मिला है। कोयले की छंटाई में लगे मजदूरों को जब यह चमकीला पत्थर मिला तो उसे झपटने को होड़ मच गई। बताया जा रहा है कि कुछ मजदूर तो उसके टुकड़े अपने साथ लेकर घर चले गए. जैसे ही इस बात की भनक प्लांट के अधिकारियों को मिली तो बचे हुए चमकीले पत्थर को अपने कब्जे में ले लिया। इस बीच एक इंजीनियर ने अधिकारियों से परिक्षण की बात कहकर उसे लेकर फरार हो गया।
प्लांट में कोयले की रेक धनबाद से आई थी। क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के कर्मचारियों ने कोयले का सैंपल लिया। वहां कुछ कंपनी के मजदूर भी मौजूद थे। उन्हें कोयले की ढेर में से दो किलो का चमकीला पत्थर दिखाई दिया।थर्मल पावर प्लांट में धनबाद और सिंगरौली से कोयले आता है। उत्तर प्रदेश के झांसी में कोयले के ढेर में से हीरे जैसा एक बड़ा चमकीला पत्थर मिला है। यह पत्थर मजदूरों को तब मिला, जब वे कोयले की छंटाई कर रहे थे। फिर मजदूरों ने इस पत्थर को तोड़ दिया और उसे आपस में बांट लिया।
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वहीं पारीछा पॉवर प्लांट प्रशासन के मुख्य महाप्रबंधक मनोज कुमार का कहना है कि जो धातु बरामद हुई है, उसका परीक्षण प्रथम दृष्टया कराया गया है। अभी तक जो बात आई है उसमें वह हीरा नहीं है। बरामद चमकीली धातु का परीक्षण कराया जाएगा तब जाकर कह पाना आसान होगा कि यह बरामद धातु हीरा है या फिर कुछ और गौरतलब है कि पारीछा थर्मल पॉवर प्लांट में धनबाद से कोयले की आपूर्ति होती है। बताया जा रहा है कि गत दिवस धनबाद की बीसीसीएल साइट से कोयला की एक रैक पॉवर प्लांट पहुंची थी। जिसके बाद रैक से कोयले के चुनिंदा ढेर निकालकर परिक्षण के लिए मजदूरों द्वारा सैंपलिंग की जा रही थी।
इसी बीच एक मजदूर के हाथ करीब दो किलो वजन का बेहद चमकीला पत्थर का टुकड़ा मिला जिसके बाद उसे लूटने की होड़ मच गई। कहा जा रहा है कि मजदूरों ने उसके कई टुकड़े कर दिए और कुछ उसे लेकर चले गए lइसकी सूचना मिलते ही अधिकारियों ने मजदूरों के घरों की तलाशी ली तो दो टुकड़े बरामद हुए. जिसे लेकर वे प्लांट पहुंचे। यहां एक इंजीनियर ने बाहर परिक्षण की बात कहकर एक टुकड़े को लेकर प्लांट से बाहर निकला और फरार हो गया। अब बचे हुए एक टुकड़े की जांच कराने की प्लांट प्रशासन कह रहा है। अगर एक्सपर्ट्स की बात करें तो उनका कहना है कि हीरे की परख जौहरी ही कर सकता है. लेकिन आम जान अगर उसकी पहचान करना चाहता है तो उसके दो तीन तरीके हैं. पहला तो यह कि अगर हीरा है तो उसे पत्थर से खरोचने पर भी वैसा ही रहेगा. दूसरा यह कि पानी में डालते ही डूब जाएगा. तीसरा यह कि वह अंधेरे में जुगनू की भांति चमकता है।
बुंदेलखंड में कोयले से मिला हीरा