

भारतीय राजनीति में बयानबाज़ी का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। इसी कड़ी में भाजपा की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने कांग्रेस नेता राहुल गाँधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों नेताओं की ओछी मानसिकता ने बिहार की सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं को बदनाम करने का काम किया है। बेबीरानी मौर्य ने कहा कि क्या अब देश की माताओं-बहनों को भी इस अपमान के खिलाफ सड़कों पर उतरना पड़ेगा? उन्होंने राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव से इस कुकृत्य के लिए तत्काल माफी मांगने की मांग की। बिहार की विरासत पर कांग्रेस-आरजेडी का हमला:बेबीरानी मौर्य
लखनऊ। भाजपा की वरिष्ठ नेत्री एवं प्रदेश की बाल विकास पुष्टाहार एवं महिला कल्याण मंत्री बेबीरानी मौर्य ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस की तथाकथित वोट अधिकार यात्रा में बिहार के दरभंगा में जिस तरह से कांग्रेस-आरजेडी के मंच से देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दिवंगत पूज्य माताजी को गाली दी गई, वह घोर निंदनीय और भर्त्सनीय है। वह न केवल निंदनीय है, बल्कि हमारे लोकतंत्र को भी कलंकित करने वाला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की राजनीति अपने निम्न स्तर पर आ पहुँची है। यह अभद्रता की सारी सीमा लांघ चुके दो शहजादों का बिहार की धरती से बिहार की संस्कृति का अनादर भी है।
बेबी रानी मौर्या ने प्रश्न किया कि क्या राहुल गाँधी तू-तड़ाक की भाषा का प्रयोग करके और अपने मंच से ऐसी गालियों को प्रोत्साहित करके, देश की मातृशक्ति को अपमानित करके अपना राजनैतिक स्वार्थ साधना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि यह केवल देश के प्रधानमंत्री की पूज्य माताजी को गाली नहीं दी गई है, बल्कि यह गरीबी में मेहनत की पराकाष्ठा कर, अथक परिश्रम कर अपने बच्चों को पालने वाली, उन्हें अच्छा संस्कार देने वाली हर माँ का अपमान है। बिहार और भारत की महान संस्कृति क्या इसकी इजाजत देती है? क्या ऐसे बयानों का कहीं से भी समर्थन किया जा सकता है? उन्होंने कहा कि आज हर माँ का हृदय व्यथित है, द्रवित है, आक्रोशित है। राहुल गाँधी का अहंकार देखिये कि 28 अगस्त 2025 को राहुल गाँधी के मंच से देश के हर माँ को गाली दी गई लेकिन न तो राहुल गाँधी ने, न तेजस्वी यादव ने और न ही इंडी ठगबंधन के किसी भी नेता ने इसके लिए माफी माँगी। इतना ही नहीं, आयोजकों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
श्रीमती मौर्य ने कहा कि ये दिखाता है कि राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव की मानसिकता कितनी ओछी हो गई है। क्या देश की हर माता-बहनों को इसके लिए भी सड़क पर उतरना पड़ेगा। ये देश को किस तरफ ले जाना चाहते हैं? कांग्रेस-आरजेडी ने बिहार की सांस्कृतिक विरासत और परंपरा को बदनाम किया है। राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव को इस कुकृत्य के लिए अविलंब माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव सहित इंडी ठगबंधन के नेताओं को ये हजम नहीं हो रहा है कि एक गरीब माँ का बेटा देश के प्रधानमंत्री पद पर कैसे आसीन है और कैसे देश की जनता ने उन्हें अपने दिलों में बिठाया हुआ है। जिन पूज्य माताजी ने संघर्ष कर और परिश्रम की पराकाष्ठा कर गरिमापूर्ण जीवन व्यतीत किया, उन पुण्यात्मा के शतायु होकर देवलोकगमन के बाद उनका इस तरह से कांग्रेस-आरजेडी द्वारा सार्वजानिक मंच से अपमान किया जाना देश की महान संस्कृति और भारत की महान परंपरा में कहीं से भी स्वीकार्य नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा माँ जानकी की पावन धरा पर भारत की मातृशक्ति के अपमान का दुस्साहस कांग्रेस और आरजेडी ने किया है। इस कुकृत्य की जितनी भी निंदा की जाय, कम है। राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव की तू-तड़ाक की भाषा ने राजनीतिक मर्यादा की सीमा को तार-तार करके रख दिया है। इन दोनों ने जिस तरह राजनीतिक भाषणों में भाषायी गरिमा को तिलांजलि देकर अभद्र शब्दों का प्रयोग करना शुरू किया है, इसको देख कर इनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भी इसी तरह की अभद्र शब्दावलियों का प्रयोग करना शुरू किया है।
उन्होंने कहा कांग्रेस-आरजेडी द्वारा मातृशक्यि को गाली देने का संस्कार इन्हें राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव के भाषणों और उकसावे से ही मिला है। इनके नेताओं ने पहले भी देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को बार-बार घोर अपशब्द कहे हैं और इनके माता-पिता को लेकर भी अभद्र बातें की हैं। यह साफ दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी अपने उस चाल-चरित्र में वापस लौट आई है, जिसके माध्यम से उसने हमेशा देश की राजनीतिक संस्कृति में जहर घोलने का काम किया। गुजरात के मुख्यमंत्री काल से लेकर आज तक गांधी परिवार ने मोदी जी के खिलाफ नफरत फैलाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। परंतु अब तो इन्होंने मर्यादा की सारी सीमाएँ लांघ दी हैं। यह हर माँ का, हर बेटे का अपमान है, जिसके लिए 140 करोड़ देशवासी उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। माँ का अपमान कॉग्रेस की पहचान।
बेबीरानी मौर्य ने कहा कि बिहार की जनता इस तरह के कुकृत्य को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी और लोकतांत्रिक तरीके से इसका जवाब देगी। राजनीतिक शुचिता में इस तरह के निकृष्ट बयानों की कोई जगह नहीं हो सकती। कहाँ हैं प्रियंका वाड्रा जो कहती फिरती हैं कि लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ! बिहार की धरती, जो अपनी गौरवशाली परंपरा और मातृ-शक्ति के सम्मान के लिए जानी जाती है, लेकिन इस वाकये ने देशवासियों को गहरी पीड़ा दी है। बिहार की हर माँ को ये देख-सुनकर बुरा लगा है। जितनी पीड़ा आज प्रधानमंत्री जी के दिल में है, उतनी ही तकलीफ बिहार और देश के लोगों को भी है। बिहार की विरासत पर कांग्रेस-आरजेडी का हमला:बेबीरानी मौर्य