इंस्पायर अवार्ड में बेसिक शिक्षा के बच्चों ने लहराया परचम

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इंस्पायर अवार्ड में बेसिक शिक्षा के बच्चों ने लहराया परचम
इंस्पायर अवार्ड में बेसिक शिक्षा के बच्चों ने लहराया परचम

“इंस्पायर अवार्ड” और “राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति” में बेसिक शिक्षा के बच्चों ने लहराया परचम।

अनिल साहू

अयोध्या/ रुदौली। इंस्पायर अवार्ड मानक योजना में जिले के बेसिक शिक्षा के बाल वैज्ञानिकों ने अपनी प्रतिभा से सभी को चौंका दिया है वर्ष 2024-25 के अंतर्गत योजना में जिले से 93 बाल वैज्ञानिकों के प्रोजेक्ट चयनित किए गए हैं इनमें से सर्वाधिक 47 बेसिक शिक्षा के स्कूलों के प्रोजेक्ट होने के साथ योजना में दबदबा रहा है। इंस्पायर अवार्ड मानक योजना कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए एक दशक से संचालित है विज्ञान की प्रतिभाओं को सही दिशा देने के लिए योजना के सार्थक परिणाम सामने आए हैं। इस साल शासन का फोकस योजना पर रहा तो जनपद- अयोध्या में योजना के लिए नामांकन करने का नया रिकॉर्ड बनाया गया। पहली बार जिले के 580 स्कूलों की ओर से 2900 प्रोजेक्ट के लिए नामांकन किए गए। इंस्पायर अवार्ड में बेसिक शिक्षा के बच्चों ने लहराया परचम

नामांकन में भी बेसिक शिक्षा विभाग ने 136 विद्यालय के सापेक्ष 680 आवेदन किए। आवेदन प्रक्रिया 3 महीने पहले ही पूरी हो गई इसके बाद विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा किए गए नामांकन के सापेक्ष बेहतर विज्ञान प्रोजेक्ट वाले अयोध्या जिले के बाल वैज्ञानिकों के प्रोजेक्ट को चयनित किया गया है चौंकाने वाली बात यह है कि बेसिक शिक्षा की जूनियर स्कूलों में पिछले कई सालों से विज्ञान आधारित कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनका असर इंस्पायर अवार्ड में मिली सफलता से स्पष्ट हुआ है चयनित प्रोजेक्ट अकेले ही बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ने वाले बाल वैज्ञानिकों के हैं। जिन बाल वैज्ञानिकों के प्रोजेक्ट चयनित हुए हैं वह अपने प्रोजेक्ट के अनुरूप मॉडल तैयार करने के साथ प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी में अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगे उत्कृष्ट प्रोजेक्ट और मॉडल प्रदेश और उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर चयनित किए जाएंगे इस योजना से ही जिले के युवा वैज्ञानिक एक नई दिशा और दशा प्राप्त करेंगे।

मिलेंगे 10-10 हजार रुपये

जनपद स्तरीय मोटिवेशनल अध्यापक श्रीप्रकाश पाठक ने बताया कि योजना में जो बच्चे चयनित हुए हैं उनके खातों में मंत्रालय द्वारा प्रोजेक्ट के सापेक्ष मॉडल तैयार करने के लिए 10-10 की धनराशि भेजी जा चुकी है इस धनराशि का प्रयोग वह बेहतर प्रोजेक्ट मॉडल प्रस्तुतीकरण के लिए करेंगे। उसी के आधार पर वह राज्य तथा राष्ट्रीय इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी में अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगे।

बेसिक के दम पर गौरवान्वित हुआ जिला

इंस्पायर अवार्ड योजना के लिए इस साल शुरू से ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय द्वारा जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापकों को मेधावी छात्रों के नामांकन कराने पर जोर दिया। नामांकन के अंतिम समय भी समीक्षा के साथ हर स्कूल की भागीदारी कराई गई इसी का परिणाम रहा बेसिक शिक्षा के स्कूलों ने जिले का गौरव बढ़ा दिया।

राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा में जिले के परिषदीय विद्यालयों के बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखाई।जिले के आवंटित सीटों के सापेक्ष शत प्रतिशत 204 छात्रों ने सफलता प्राप्त की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि जिले का शैक्षणिक स्तर अति उत्तम है,जनपद सहप्रभारी मनीष देव ने बताया कि वर्तमान सत्र में बेसिक शिक्षा अधिकारी की पहल पर खंड शिक्षाधिकारियों, एकेडमिक रिसोर्स पर्सन, शिक्षक संकुल एवं प्रधानाध्यापकों के प्रयास से परीक्षा के लिए 5367 आवेदन कराए गए, विभिन्न बैठकों के माध्यम से कक्षा आठ में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें फार्म भरने संबंधी आय एवं जाति प्रमाण पत्रों के बारे में बताया गया। कुछ शिक्षकों ने व्यक्तिगत प्रयासों से बच्चों के फार्म भरवाए और आगामी चार वर्षों के लिए उनके सुखद भविष्य की नींव रखी। राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति के बाद इंस्पायर अवार्ड योजना के परिणाम ने साबित कर दिया है कि बेसिक शिक्षा के स्कूल बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं सभी बच्चों को अग्रिम शुभकामनाएं तथा शिक्षकों के प्रयास प्रशंसनीय रहे। इंस्पायर अवार्ड में बेसिक शिक्षा के बच्चों ने लहराया परचम