लखनऊ। प्रदेश के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कर्मचारी संघों की मांगों के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गई।मुख्य सचिव ने सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये कि कर्मचारियों की समस्याओं का तत्परता से निस्तारण सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की पदोन्नति सम्बन्धी समस्याओं का निराकरण के सम्बन्ध में एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाये तथा सेवारत एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लम्बित प्रकरणों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराया जाये। उन्होंने कहा कि जिन विभागों में सुनिश्चित कैरियर प्रोन्नयन (ए0सी0पी0) से सम्बन्धित प्रकरण लम्बित हैं, का यथाशीघ्र निस्तारण सुनिश्चित कराया जाये तथा उनकी सूची भी शासन को उपलब्ध कराई जाये। उन्होंने आउटसोर्सिंग एवं संविदा आदि पर कार्यरत कर्मचारियों की सेवा सम्बन्धी कठिनाईयों की चर्चा के दौरान कहा कि यदि एजेन्सी द्वारा किसी भी आउटसोर्सिंग कर्मचारी का उत्पीड़न किया जाता है तो उसके विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने कहा कि जिन विभागों में कर्मचारियों के प्रान अकाउन्ट अभी तक नहीं खुले हैं, अभियान चलाकर उनके प्रान अकाउन्ट यथाशीघ्र खुलवाये जायें। उन्होंने बताया कि एन0पी0एस0 के अन्तर्गत ग्रेच्युटी, अवकाश नगदीकरण एवं सामूहिक बीमा योजना पूर्व की भांति अनुमन्य है। एन0पी0एस0 से आच्छादित किसी कार्मिक की मृत्यु सेवा काल में होने पर मृतक के आश्रितों को यह विकल्प उपलब्ध है कि वे पुरानी पेंशन योजना में अनुमन्य पारिवारिक पेंशन अथवा एन0पी0एस0 में किसी एक का चुनाव कर सकते हैं।
मुख्य सचिव ने सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये कि पी0आर0डी0 जवानों के मानदेय बढ़ाने पर गंभीरता से विचार किया जाये तथा उनकी समस्याओं का तत्काल निराकरण कराया जाये। उन्होंने कहा कि अनुदानित एवं राजकीय पॉलिटेक्निक में कार्यरत सहायक प्रवक्ताओं (उच्चीकृत प्रवक्ताओं) को पूर्व में स्वीकृत प्रथम/द्वितीय/तृतीय ए0सी0पी0 की विसंगति पर गंभीरता से विचार किये जाने हेतु सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि एक सप्ताह के अन्दर बैठक आयोजित कर नियमानुसार कार्यवाही कराई जाये। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी,अपर मुख्य सचिव कार्मिक देवेश चतुर्वेदी, सचिव स्वास्थ्य सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण एवं कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधिगणआदि उपस्थित थे। बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई।