Tuesday, January 28, 2025
Advertisement
Home राजनीति

राजनीति

भारतीय राजनीति का इतिहास प्राचीन है। जिसका विवरण विश्व के सबसे प्राचीन सनातन धर्म ग्रन्थों में देखनें को मिलता है। इसकी शुरुआत रामायण काल से भी प्राचीन है। महाभारत महाकाव्य में इसका सर्वाधिक विवरण देखने को मिलता है। चाहे वह चक्रव्यूह रचना हो या चौसर खेल में पाण्डवों को हराने का।

राजनीति दो शब्दों का एक समूह है। राज+नीति राज मतलब शासन और नीति मतलब उचित समय और स्थान पर उचित कार्य करने की कला। अर्थात् नीति विशेष के द्वारा शासन करना राजनीति कहलाती है। शब्दों में कहें तो जनता के सामाजिक एवं आर्थिक स्तर सार्वजनिक जीवन स्तर को ऊँचा करना है। नागरिक स्तर पर या व्यक्तिगत स्तर पर कोई विशेष प्रकार का सिद्धान्त एवं व्यवहार है।

राजनीति किसी भी समाज का अविभाज्य अंग है। इस संगठन और सामूहिक निर्णय के किसी ढांचे के बिना कोई भी समाज जीवित नहीं रह सकता। यह प्रणाली लोकतंत्र, राजतंत्र, कुलीनतंत्र और अधिनायकवादी और अधिनायकवादी शासन हैं। अधिनायकवादी और अधिनायकवादी शासन राजनीतिक रूप से अधिक अस्थिर होते हैं। क्योंकि उनके नेता वैध अधिकार का आनंद नहीं लेते हैं। इसके बजाय भय के माध्यम से शासन करते हैं।

भारत की राजनीति ऐसी है जो आज के समय में लोकतंत्र के सबसे सहि पायदान है। भारत की राजनीति जिसमें सभी व्यक्ति को समानता अधिकार प्रदान करने के लिए चुनाव होता है। भारतीय बाजार की तरह थी लेकिन वर्तमान सरकार के वजह से अत्यधिक पारदर्शी हो गई है।

भारत की राजनीति का स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है। भारतीय राजनीति गंदी हो गई है। यह उस अंधेरी गुफा में फंस गई है। जहां कोई यह नहीं जानता कि कौन सच बोल रहा है। तथा कौन सही मार्ग का अनुसरण कर रहा है। सियासी दलों को पार्टी हित एक किनारे रखते हुए। इसकी गंदगी हटाने को पहल करनी चाहिए।

यादव कौन....!
ब्राह्मण कौन....!
ब्राह्मण कौन....!
जातिगत जनगणना से घबराहट क्यों..?
शूद्र शब्द किसी वर्ण या वर्ग का सूचक नहीं
जाति आखिर क्यों नहीं जाती..?
जाति आखिर क्यों नहीं जाती..?
गुजरात में कैसा है जातीय गणित, किस बिरादरी का दबदबा, कौन है किस पर भारी,आइये जानते हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 की सरगर्मियों के बीच राज्य की राजनीति में जातियों के समीकरण भी फिट किए जा रहे हैं। सभी पार्टियां जातियों पर फोकस कर रही हैं...
वर्ण का निर्धारण जन्मना नहीं कर्मणा उचित.....
वर्ण का निर्धारण जन्मना नहीं कर्मणा उचित.....
यादव जी की दुल्हनिया का जागा ब्राह्मण प्रेम
यादव जी की दुल्हनिया का जागा ब्राह्मण प्रेम
अखिलेश की सरकार में हुए सैकड़ों दंगे, आरोपी बचते रहे- परवेज सिद्दीकी लखनऊ। आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष व पूर्व विधायक सतीश अजमानी एवं पूर्व मंत्री एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन नसीमुद्दीन सिद्दीकी के नेतृत्व में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आरक्षण मोर्चा के अध्यक्ष...
गुजरात में एक तिहाई वोट शेयर वाले कोली समाज की राजनीति में दबी हुई है आवाज़। गुजरात। गुजरात की आबादी का एक तिहाई हिस्सा कोली समुदाय का है और राज्य में उनका वोट शेयर बराबर है। वे 44-45 सीटों पर अपने दबदबे के साथ 82 विधानसभा सीटों के चुनाव...
100 में 90 शोषित हैं 90 भाग हमारा है-जगदेव प्रसाद

Breaking News

अनुशासन,निष्ठा और कार्य के प्रति समर्पण ही यथार्थ राष्ट्रप्रेम-अनुज झा

अनुशासन,निष्ठा और कार्य के प्रति समर्पण ही यथार्थ राष्ट्रप्रेम-अनुज झा

0
कार्य-संस्कृति में निष्ठा, कर्त्तव्यपरायणता और ईमानदारी ही राष्ट्र निर्माण का मजबूत आधार-सचिव नगर...
अखिलेश यादव ने आस्था के संगम में 11 डुबकी लगाई

अखिलेश यादव ने आस्था के संगम में 11 डुबकी लगाई

0
राजेन्द्र चौधरी प्रयागराज में महाकुंभ के अवसर पर संगम में अखिलेश यादव ने आस्था की डुबकी लगाई। सूर्य को अर्घ्य दिया...
बोलो मेरे राम...

बोलो मेरे राम…

0
दुनिया रखती क्यों नहीं, आज विभीषण नाम।तुम तो सब कुछ जानते, बोलो मेरे राम॥ बोलो मेरे राम... वध दशानन कह रहा, ये भी...
अगली पीढ़ी को बचाना है तो फाइलेरिया की दवा खाना है-डीजी

अगली पीढ़ी को बचाना है तो फाइलेरिया की दवा खाना है-डीजी

0
अगली पीढ़ी को बचाना है तो फाइलेरिया की दवा खाना है। रिफ्युजल कन्वर्जन पर राज्यस्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला में बोले स्वास्थ्य महानिदेशक। 10 फरवरी से...
जमीन विवाद में चार लोगों की सनसनीखेज हत्या

जमीन विवाद में चार लोगों की सनसनीखेज हत्या

0
मध्य प्रदेश/जबलपुर। जबलपुर जिला मुख्यालय से करीब 25 किमी पाटन इलाके के अंतर्गत आने वाले टिमरी गांव में दो पक्षों के बीच...