
देश के माननीयों पर एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। इस खबर में बताया गया है कि देश में कितने विधायकों पर हत्या, बलात्कार, अपहरण जैसे मामलों के आरोप लगे हुए हैं। वैसे भी कहा जाता है कि भारत की राजनीति में किसी नेता का अपराधी होना कोई बड़ी बात नहीं है, बल्कि ये मान लिया गया है कि कोई भी सिद्धांतवादी शख्स राजनीति कर ही नहीं सकता। ADR {एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स} के एक हालिया विश्लेषण में दावा किया गया कि देशभर की राज्य विधान सभाओं में करीब 44 फीसदी विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है। adr-report-में-बड़ा-खुलासा
डीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच ने देशभर में राज्य विधानसभाओं और केंद्र शासित प्रदेशों में मौजूदा विधायकों के पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इसमें चुनावी हलफनामों से एकत्र किया गया डेटा शामिल है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, देश में मौजूदा समय में कुल 4001 सिटिंग विधायक हैं। जिसमें से 1,777 यानी 44 फीसदी नेता हत्या, बलात्कार, अपहरण जैसे मामलों के आरोपों का सामना करना रहे हैं।
राजनीति में अपराध और दौलत का गहरा रिश्ता एक बार फिर उजागर हुआ है। ADR {एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स} की ताज़ा रिपोर्ट ने बड़ा खुलासा किया है—देश के आधे से ज़्यादा मंत्री आपराधिक मामलों में फँसे हैं और अरबों की संपत्ति के मालिक हैं।”
“47% मंत्री दागी”
“ADR के मुताबिक, देश के कुल 643 मंत्रियों में से 302 यानी लगभग 47% मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 174 पर हत्या, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ गंभीर आरोप भी शामिल हैं।

अरबपति और करोड़पति नेता
“36 मंत्री अरबपति”
“रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि सभी मंत्रियों की कुल घोषित संपत्ति 23,929 करोड़ रुपये से अधिक है। औसतन हर मंत्री के पास 37 करोड़ की संपत्ति है। इतना ही नहीं, 36 मंत्री अरबपति भी हैं।”
मुख्यमंत्री संपत्ति तुलना
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी सादगी को लेकर जानी जाती हैं. अगर आप उनकी कुल संपत्ति जानेंगे तो हैरान हो जाएंगे. आपका पहला सवाल यही होगी कि एक सीएम की आखिर सिर्फ इतनी संपत्ति कैसे हो सकती है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के मुताबिक, सीएम ममता बनर्जी की कुल संपत्ति 15 लाख रुपये है. वह सबसे कम संपत्ति वाली मुख्यमंत्री हैं
वहीं, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू 931 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ भारत के सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रति मुख्यमंत्री की औसत संपत्ति 52.59 करोड़ रुपये है.

ममता बनर्जी vs चंद्रबाबू नायडू
“मुख्यमंत्रियों में सबसे गरीब ममता बनर्जी हैं, जिनकी कुल संपत्ति सिर्फ 15 लाख रुपये है। वहीं आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू सबसे अमीर सीएम में गिने गए हैं।”
विधायक भी पीछे नहीं
“सिर्फ मंत्री ही नहीं, बल्कि विधायक भी दागी हैं। देशभर के लगभग 44% विधायक आपराधिक मामलों में फँसे हैं।
- केरल: 70%
- बिहार: 67%
- दिल्ली: 63%
- महाराष्ट्र: 62%
ये आंकड़े लोकतंत्र की तस्वीर पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।
फोर्ब्स के अनुसार, दुनिया की टॉप-10 इकोनॉमी वाले देश की लिस्ट में अमेरिका 28.78 ट्रिलियन डॉलर की GDP के साथ पहले नंबर पर है। अमेरिका की प्रति व्यक्ति आय 71.30 लाख है। भारत 3.94 ट्रिलियन डॉलर की GDP के साथ दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। हालांकि, टॉप-10 GDP वाले देश में सबसे कम प्रति व्यक्ति आय केवल 2.28 लाख रुपए भारत की है।
ADR की रिपोर्ट यह साबित करती है कि राजनीतिक जगत में अपराध और दौलत का गहरा गठजोड़ है। चाहे मंत्री हों या विधायक, कई ने आपराधिक आरोपों का सामना किया है; वहीं संपत्ति के मामले में असंतुलन स्पष्ट है—कुछ नेता अत्यंत सम्पन्न हैं, जबकि कुछ अकेले नाम पर ही खड़े हैं। ये आंकड़े लोकतांत्रिक मर्यादाओं पर सवाल खड़े करते हुए नीतिगत सुधारों की तत्काल आवश्यकता की ओर इशारा करते हैं। तो आपने देखा—ADR की रिपोर्ट ने कैसे हमारी राजनीति का काला सच उजागर किया है। अब बड़ा सवाल ये है कि क्या दागी नेताओं को राजनीति में जगह मिलनी चाहिए..? adr-report-में-बड़ा-खुलासा