मुख्य सचिव के रेस में हैं ये अफसर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सेवा विस्तारी मुख्य सचिव 30 जून को रिटायर हो रहे। UP IAS में इस पद के लिए जोड़ तोड़ शुरू हो गई है। आईआईडीसी एवं कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज सिंह केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात मुख्य सचिव पद की रेस में हैं। 1987 बैच के वरिष्ठ आईएएस अरूण सिंघल हैं। इनका कार्यकाल अप्रैल 2025 में खत्म हो रहा है। 1987 बैच की वरिष्ठ आईएएस लीना नंदन का नाम भी चर्चा में है। लेकिन इनका कार्यकाल दिसंबर 2024 में समाप्त हो रहा है। 1988 बैच के आईएएस रजनीश दुबे अगस्त 24 में रिटायर हो रहे हैं। औद्योगिक विकास आयुक्त और कृषि उत्पादन आयुक्त के पद पर तैनात 1988 बैच के वरिष्ठ आईएएस मनोज सिंह का कार्यकाल जुलाई 2025 है। मौजूद समय प्रबल दावेदार हैं। केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति में सचिव डीओपीटी में तैनात 1988 बैच के वरिष्ठ आईएएस राधा एस.चौहान का कार्यकाल जून 2024 में पूरा हो रहा है। मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव पद पर तैनात 1989 बैच के वरिष्ठ आईएएस एस.पी.गोयल का कार्यकाल 2027 में पूरा होगा। नियुक्ति एवं कार्मिक व कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी का रिटायरमेंट फरवरी 2026 में हैं। वरिष्ठ आईएएस मोनिका एस. गर्ग का कार्यकाल अप्रैल 2025 में पूरा हो रहा है। 1990 बैच के अपर मुख्य सचिव राज्यपाल के पद पर तैनात डा. सुधीर एम. बोबडे का कार्यकाल दिसंबर 2025 में पूरा होगा। जानें अगला मुख्य सचिव कौन….
—– कब-कब मिला सेवा विस्तार —–
आपको बता दें कि 1984 बैच के आईएएस अधिकारी दुर्गा शंकर मिश्रा को तीन बार सेवा विस्तार दिया जा चुका है। पहली बार मुख्य सचिव बनने के बाद 31 दिसंबर 2022 को उनका कार्यकाल खत्म हो रहा था। ऐसे में एक साल का सेवा विस्तार दिया गया था। इसके बाद 31 दिसंबर 2023 को दोबारा सेवा विस्तार दे दिया गया था। इसके बाद 31 दिसंबर 2023 को तीसरी बार सेवा विस्तार किया गया था। 30 जून 2024 को तीसरी बार सेवा विस्तार समाप्त हो रहा है।
मनोज कुमार सिंह (आई ए एस)
नए मुख्य सचिव की दौड़ में सबसे पहला नाम मनोज कुमार सिंह का है। मनोज कुमार सिंह 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। मनोज कुमार सिंह को मुख्यमंत्री योगी का सबसे करीबी माना जाता है। वह ब्यूरोक्रेसी में नंबर दो पर आते हैं। वर्तमान में वह कृषि उत्पादन आयुक्त पद पर तैनात हैं। इसके साथ ही उनके पास औद्योगिक विकास आयुक्त की भी जिम्मेदारी है।
एस.पी. गोयल (आई ए एस)
मुख्य सचिव की दौड़ में दूसरा नाम एस.पी. गोयल का है। एसपी गोयल 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं। वह मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव हैं। एसपी गोयल को मुख्यमंत्री योगी का काफी विश्वसनीय माना जताा है। एसपी गोयल दिल्ली जाकर सचिव पद पर तैनाती के लिए प्रयासरत हैं। यूपी से उन्हें एनओसी भी मिल गई है। चर्चा ये भी है कि केंद्र सरकार में महत्वपूर्ण मंत्रालय में उन्हें सचिव पद पर तैनात किया जा सकता है।
देवेश चतुर्वेदी (आई ए एस)
मुख्य सचिव की दौड़ में तीसरा नाम देवेश चतुर्वेदी का है।देवेश चतुर्वेदी 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं। वह प्रमुख सचिव नियुक्ति के साथ-साथ कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव पद की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। देवेश चतुर्वेदी की छवि साफ सुथरे माने जाने वाले अधिकारियों में आती है। देवेश चतुर्वेदी के मुख्यमंत्री योगी से अच्छे रिश्ते माने जाते हैं और काफी विश्वसनीय भी हैं।