
शहर के बीचोबीच बेसमेंट की खुदाई बड़ी घटनाओं को दे रही हैं दावत। सितंबर तक बेसमेंट खुदाई, निर्माण पर रोक। शहर में बेसमेंट खुदाई घटनाओं को दे रही हैं दावत
अजय सिंह
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण जहां एक तरफ बेसमेंट खुदाई की परमिशन देता है। वहीं दूसरी ओर भवन स्वामी अपनी मनमानी से लखनऊ विकास प्राधिकरण से स्वीकृत नक्शे का हवाला देकर मनमाने तरीके से बेसमेंट की खुदाई शुरू कर देते हैं। और मानक, नियमों की अनदेखी कर टीन सेट की चारदीवारी लगाकर अवैध कार्यों को सीना तान कर धड़ल्ले से करना शुरू कर देते हैं। इन भवन स्वामियों को नहीं पता पड़ोस में किस की दीवार उनकी अवैध खुदाई से खसक सकती है। कौन सी सड़क धस सकती है। कब मजदूर इस बेसमेंट की खुदाई के दौरान हादसे का शिकार हो सकता है। इन सभी चीजों को दरकिनार कर बड़ी बड़ी बिल्डिंग लखनऊ में बनाई जा रही है। जिसका जीता जागता उदाहरण है। शालीमार गैलेन्ट जो कि महानगर में स्थित है।
महानगर के पास खुद रहे इस प्रोजेस्क्ट के बेसमेंट में तेज़ बारिश से पानी भर गया है। हद तो तब हो जाती है।अब इस बेसमेंट में पानी का स्तर बढ़ता जाता है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए मजदूरों ने अपनी जान को बचाया है। बेसमेंट के अंदर काम कर रही जेसीबी देखते ही देखते पानी में डूबने लगी। स्थानीय लोग बताते हैं। कि यह घटना बेसमेंट से नाले तक की दूरी कम होने के कारण हुई है। जिसके बाद तेज बारिश आई और बेसमेंट में नाले का पानी जाने लगा। देखते ही देखते आसपास में बने फ्लेटों की नींव में भी पानी भरने लगा है। स्थानीय लोगों ने लखनऊ विकास प्राधिकरण में इस बाबत शिकायत की है। समय रहते जिला प्रशासन ने इसे संज्ञान में नहीं लिया तो बड़ा हादसा हो सकता है। इस दौरान कई लोगों ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई है।
फिलहाल लखनऊ विकास प्राधिकरण वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी से मिली जानकारी में बताया गया है। कि शालीमार गैलेंट बेसमेंट की खुदाई और निर्माण मानकों के अनुरूप है। निर्देश जारी कर दिए गए हैं। लखनऊ भर में कोई भी बारिश के समय में बेसमेंट की खुदाई और निर्माण नहीं करेगा। इस बेसमेंट खुदाई की बराबर से नाला था। तेज बारिश आई और नाले का पानी बेसमेंट के अंदर जाने लगा। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच भी की जाएगी और जल्द से जल्द नाले के बराबर की दीवार को पूरा कराने के आदेश भी हैं। इस दौरान किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, और ना ही बराबर में किसी बिल्डिंग व फ्लैट को नुकसान पहुंचा है। लखनऊ में कोई भी वेस्टमेंट की खुदाई और निर्माण सितंबर माह तक नहीं होगा। शहर में बेसमेंट खुदाई घटनाओं को दे रही हैं दावत