बैक फुट पर आए प्रमुख सचिव कारागार

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बैक फुट पर आए प्रमुख सचिव कारागार
बैक फुट पर आए प्रमुख सचिव कारागार

बैक फुट पर आए प्रमुख सचिव कारागार। एक दिन पहले किया गया तबादला किया निरस्त। बरेली जिला जेल वजूद में नहीं होने के बाद भी तैनात कर दिया वरिष्ठ अधीक्षक। चर्चा है कि जेल अफसरों के मंत्री की सेवा ठीक ढंग से नहीं कर पाने की वजह से दोनों ही अधीक्षकों का निपटा दिया गया। बैक फुट पर आए प्रमुख सचिव कारागार

आर.के.यादव
आर.के.यादव

लखनऊ। प्रमुख सचिव/महानिदेशक कारागार आखिरकार बैकफुट पर आ ही गए। एक दिन पहले किया गया वरिष्ठ अधीक्षक का तबादला बुधवार को ही बदल दिया गया। एक तबादला तो बदल दिया गया दूसरा बेतरतीब तरीके से किया गया तबादला कब बदला जाएगा। यह सवाल विभागीय अधिकारियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। इसको लेकर तमाम तरह की अटकले लगाई जा रही है। चर्चा है कि एक दो दिन के अंतराल में ही यह तबादला भी बदला जा सकता है। बैक फुट पर आए प्रमुख सचिव कारागार

जेलमंत्री की सेवा नहीं करने पर निपटे दो अधीक्षक….!

एक ही जनपद के एक वरिष्ठ अधीक्षक और अधीक्षक को एकाएक हटाए जाने का मामला विभागीय अफसरों में कौतुहल का विषय बना हुआ है। इसको लेकर तमाम तरह की चर्चाएं आम हो रही है। मंगलवार को आगरा की केंद्रीय कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक आर.के. मिश्रा और जिला जेल के अधीक्षक प्रेमदास सलोनिया को हटाकर अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया। बताया गया है कि यह जनपद जेलमंत्री का गृहजनपद है। चर्चा है कि जेल अफसरों के मंत्री की सेवा ठीक ढंग से नहीं कर पाने की वजह से दोनों ही अधीक्षकों का निपटा दिया गया। चर्चा है कि केंद्रीय कारागार में जूते का कारखाना और जिला जेल के सेवाभाव की कमी के चलते इन्हें निपटाया गया है। इस जेल पर ऐसे अधिकारी को तैनात किया गया जिसकी पहले से ही कमाऊ जेल पर तैनात होने की चर्चा पहले से आम हो गई थी।


मंगलवार की देर शाम प्रमुख सचिव/महानिदेशक कारागार राजेश कुमार सिंह ने कारागार विभाग के 11 अधीक्षक एवं वरिष्ठ अधीक्षकों का तबादला किया। इन तबादलों में केंद्रीय कारागार आगरा में तैनात वरिष्ठï अधीक्षक राधा कृष्ण मिश्रा को कारागार मुख्यालय में बतौर वरिष्ठ अधीक्षक तैनात करने का फरमान जारी किया। श्री मिश्रा को करीब आठ माह पहले ही जेल मुख्यालय से केंद्रीय कारागार आगरा स्थानांअलतरित किया गया था। अभी एक वर्ष भी पूरा नहीं हो पाया था कि उनका स्थानांतरण कर दिया गया। इसके साथ ही कुछ दिन पहले ही सुलतानपुर जेल में दो बंदियों की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले वाली इस जेल के अधीक्षक उमेश सिंह को वरिष्ठ अधीक्षक वाली केंद्रीय कारागार वाराणसी में तैनात कर दिया गया। अधीक्षक की वरिष्ठ अधीक्षक की जेल पर तैनाती का मामला सुर्खियों में आने के बाद प्रमुख सचिव कारागार ने आनन-फानन में ही स्थानांतरण के अगले ही दिन केंद्रीय कारागार आगरा से हटाए गए वरिष्ठ अधीक्षक राधा कृष्ण मिश्रा को केंद्रीय कारागार वाराणसी और केंद्रीय कारागार वाराणसी में तैनात किए गए अधीक्षक उमेश सिंह को जिला कारागार वाराणसी में तैनात करने का फरमान जारी कर दिया।


सूत्रों का कहना है कि मंगलवार को प्रमुख सचिव की ओर से जारी की गई जेल अधिकारियों की स्थानांतरण सूची में एक वरिष्ठ अधीक्षक को ऐसी जेल पर तैनात कर दिया गया जिस जेल पर वर्तमान समय में न तो कोई बंदी है और न ही कोई स्टाफ तैनात है। प्रमुख सचिव की सूची में वरिष्ठï अधीक्षक विनोद कुमार को जिला कारागार बरेली में तैनात किए जाने का आदेश जारी किया गया। सूत्र बताते है कि बरेली जनपद में हाल ही नई जेल का निर्माण कराया गया है। पुरानी जिला जेल का रिनोवेशन के छोड़ दिया गया था। इस जेल के समस्त बंदी केंद्रीय कारागार दो में स्थानांतरित कर दिए गए। पुरानी जेल में रिनोवेशन के बाद आसपास के जनपदों के बंदियों को स्थानांतरित किए जाने की योजना थी। इस योजना पर अभी अमल नहीं हो पाया था कि शासन ने इस जेल के लिए अधीक्षक तैनात कर दिया। यह मामला विभागीय अधिकारियों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसको लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही है। इस संबंध में जब प्रमुख सचिव कारागार राजेश कुमार सिंह से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उनके निजी सचिव विनय सिंह ने व्यवस्त होने की बात कहते हुए बात कराने से ही मना कर दिया। बैक फुट पर आए प्रमुख सचिव कारागार