आजमगढ़ उड़ान पर लगा ब्रेक आजमगढ़ न आ रही एयरलाइन कंपनी

185

आजमगढ़ नहीं आने को तैयार है कोई एयरलाइन कंपनी, तो क्यों झूठ बोला गया कि होगी उड़ान. एयरलाइन कंपनियों की बातचीत और सीएम के आधिकारिक आदेश को सार्वजनिक करें सांसद निरहुआ. आजमगढ़ उड़ान पर लगा ब्रेक आजमगढ़ न आ रही एयरलाइन कंपनी

खिरिया बाग, आजमगढ़. . खिरिया बाग के किसानों ने कहा कि निरहुआ झूठे और जुमलेबाज हैं. जब कोई एयरलाइन कंपनी आने को तैयार नहीं तो क्यों जनता की गाढ़ी कमाई को सरकार ने लुटाया. निरहुआ के बयान ने साफ कर दिया कि अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के नाम पर जमीनें छीनकर निजी कंपनियों के हवाले कर देंगे और कह देंगे की उड़ान नहीं हो सकती. सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने बोला था कि वह महराज जी से मिले तो उन्होंने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को आगे नहीं बढ़ाने और रोकने की बात कही है तो फिर सीएम ने क्यों उनको बोला एयरलाइंस कंपनियों से बात करने को.

किसान नेता राजीव यादव और वीरेंद्र यादव ने कहा कि निरहुआ बोल रहे हैं कि कोई एयरलाइन कंपनी आजमगढ़ आने को तैयार नहीं तो फिर क्यों सरकार, शासन, प्रशासन सालों से कहती है कि अब शुरू होगी उड़ान. सीएम के कहने से सभी एयरलाइन कंपनी से बातचीत करने का निरहुआ का बयान झूठा है, अगर नहीं तो वे जारी करें वो आदेश और जिन कंपनियों से बातचीत हुई उसकी आधिकारिक सूची. क्योंकि हवाईअड्डे जैसे बड़ी परियोजना के लिए कोई भी बातचीत मौखिक नहीं हो सकती इसके लिए बकायदा टेंडर निकाला जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गृहमंत्री अमित शाह ने फिर क्यों बड़ी बड़ी रैलियों में आजमगढ़ में बोला.

खिरिया बाग आंदोलन शुरू से बोलता रहा है कि जमीन कब्जाने के लिए हवाई अड्डे का शिगूफा छोड़ा गया. निरहुआ बताएं कि अंतर्राष्ट्रीय स्वरुप दिए बिना उड़ान संभव नहीं तो फिर किस आधार पर हर रोज बोला जाता है कि उड़ान होगी. किसानों को दोष देकर भाजपा सांसद अपनी नाकामी छिपा रहे. मुंबई, बैंगलोर जैसी घरेलू उड़ान के लिए अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की कोई जरूरत नहीं. भाजपा सरकार जिस तरह अर्थव्यवस्था ढहा रही है हवाई जहाज तो दूर बस चलाने की हैसियत नहीं रहेगी. निरहुआ कहते हैं दस महिला और दस पुरुष किसान विरोध कर रहे हैं तो उन्हें यह भी बताना चाहिए कि आठ महीने से धरने पर बैठी माताओं बहनों से क्यों एक भी बार मिलने वो खिरिया बाग नहीं गए.

निरहुआ ने कुछ दिन पहले बोला था कि हवाईपट्टी विस्तार नहीं होगा अब बोल रहे कि हवाईपट्टी को डेवलप करना जरूरी है. निरहुआ आजमगढ़ वालों को समझाना छोड़ दें की चार गुना दाम दिया जाएगा. खिरिया बाग के किसान मजदूर धरती माता का सौदा नहीं करेंगे. निरहुआ को समझ लेना चाहिए की आजमगढ़ संघर्ष की जमीन है मुनाफाखोर फिल्म इंड्रस्ट्री नहीं है. निरहुआ कह रहे कि जिनकी जमीन नहीं जाति वो परेशान रहता है तो ऐसे में निरहुआ अपनी सब जमीन सरकार को दे दें. राजनीतिक दल जमीन नहीं देने दे रहे कहकर निरहुआ आठ महीने से अधिक समय से धरना दे रहे अन्नदाता का अपमान कर रहे हैं. जमीर, जमीन बचाने की लड़ाई में सदमे से किसानों की जान जा चुकी है.

फिल्मी डायलाग मारना बंद करें. सांसद हैं जानना चाहिए कि पूरे देश में जल जंगल जमीन को बचाने की लड़ाई चल रही है. निरहुआ को जानना चाहिए की जनपद का विकास अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनने से नहीं आम जनता के जीवन स्तर को बेहतर करने से होगा. विरोध की राजनीति के चंगुल से बाहर आने की सलाह देने वाले निरहुआ डायलाग बाजी बंद कर किसानों मजदूरों की मांग के अनुरूप अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट रद्द करने का शासनादेश लाएं. जिलाधिकारी आजमगढ़ किसानों मजदूरों से वार्ता कर परियोजना स्थगित करने की घोषणा कर चुके हैं. आजमगढ़ उड़ान पर लगा ब्रेक आजमगढ़ न आ रही एयरलाइन कंपनी