आख़िर कब खत्म होंगे प्रदेश के गड्ढे

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लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद के कुशल दिशा-निर्देशन में विभाग द्वारा कराया जा रहा है तीव्र गति से निर्माण कार्य दुर्भाग्य से नज़र नहीं आ रहा है।

लखनऊ। देश एवं प्रदेश के सतत् विकास के लिये मार्गों एवं सेतुओं का निर्माण अत्यन्त आवश्यक है। उ0प्र0 के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद के कुशल दिशा-निर्देशन में लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रदेश में नवनिर्माण/नवीनीकरण/चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण के कार्य तीव्र गति से पूर्ण कराये जा रहे हैं। साथ ही लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को बनाये रखते हुये उन्हें निहित समयावधि में पूर्ण कराया जा रहा है। यातायात को सुगम बनाये जाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा नियमित रूप से महत्वपूर्ण मार्गों का राज्य योजना, राज्य सड़क निधि, केन्द्रीय मार्ग निधि, विश्व बैंक परियोजना, एशियन विकास बैंक परियोजना आदि योजनाओं में चौड़ीकरण एवं सुदृढीकरण कार्य किया जा रहा है।

पाली तहसील मार्गपाली मुख्य चौराहे से पाली तहसील को जाने वाले सभी रास्ते गट्टा युक्त हैं। जिससे तहसील आने जाने में राहगीरों को बहुत ज्यादा दिक्कत होती है। पाली क्षेत्रीय अधिकारी ऑफिस मार्गपाली क्षेत्र अधिकारी ऑफिस एवं पाली स्टेडियम मार्ग पूर्ण तरह से क्षतिग्रस्त है। पाली के मुख्य चौराहे एवं पाली की बस्ती में बनाई गई सड़कों में गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि नगर पंचायत पाली द्वारा अभी तक गड्ढा मुक्त सड़के नहीं कराई गई हैं। लोगों ने कहा कि नगर पंचायत ने गांधी चौक साहित्य रहा पंड्या ना बार्ड आदि जगह पर नाली एवं पुलिया क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है।


लोक निर्माण विभाग द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष में 2156 किमी0 लम्बाई में मार्गों का नवनिर्माण कार्य कराया गया है। इसके साथ ही 1679 किमी0 लम्बाई में मार्गों का चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण कार्य तथा 13971 किमी0 लम्बाई में मार्गों के नवीनीकरण का कार्य विभाग द्वारा सम्पादित कराया गया है। इसके साथ ही वर्तमान वित्तीय वर्ष में 120 सेतुओं का निर्माण कार्य भी पूर्ण कराया गया है। विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2017-18 से दिनांक 31.03.2022 तक 126987 किमी0 मार्गों के नवीनीकरण का कार्य, 19145 किमी0 मार्गों का नवनिर्माण कार्य, 16369 किमी0 मार्गों का चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण कार्य तथा 711 सेतुओं का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है।


लोक निर्माण विभाग यानी पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का दावा है कि सूबे की 88 फीसदी सड़कों को। मुक्त बनाने का काम पूरा हो गया है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में लोक निर्माण विभाग के तहत आने वाली सड़कों की कुल संख्या 114475 है. इनकी कुल लंबाई 2 लाख 76 हजार 42 किलोमीटर है,और इसमें गड्ढे की मरम्मत के लिए कुल 59572 किलोमीटर और विशेष मरम्मत के लिए 11918 किलोमीटर सड़क चिह्नित की गई है। 10973 किलोमीटर नई सड़क का निर्माण भी होना है। राजधानी लखनऊ में निष्पक्ष दस्तक को गड्डा मुक्त अभियान की सफलताहवा हवाई नज़र आयी। राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में करीब 2 किलोमीटर तक का रास्ता गड्ढों से सराबोर था। गाड़ियों, ई रिक्शा और बाइक गड्ढों का मुकाबला करके आगे बढ़ रहे थे।शहर के ही कई इलाकों में गड्डायुक्त सड़के नज़र आई।

सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि सरकार के निर्माणकार्यों में भ्रष्टाचार हर दिन नए रिकॉर्ड बना रहा है। प्रदेश में सड़कों के निर्माण और गड्ढामुक्त सड़कों के नाम पर बजट का ऐसा बंदरबांट कभी नहीं हुआ था। इस सरकार में सड़क निर्माण की गुणवत्ता शून्य है।सपा ने कहा कि निर्माण और निर्माण अनुरक्षण के नाम पर बजट की लूट हो रही है। इसी तरह से पिछले छह सालों से सड़कों के गड्ढामुक्त सड़क योजना में हजारों करोड़ रुपये का बजट का बंदरबांट हो गया, लेकिन सड़कें गड्ढामुक्त नहीं हुई हैं। सरकार गड्ढामुक्त सड़क अभियान की तारीखें बढ़ाती रही, पर सड़कों को गड्ढामुक्त नहीं कर पाई। आज भी प्रदेश की सड़कें गड्ढों से भरी पड़ी है, जिससे हर रोज दुर्घटनाओं में लोगों की जानें जा रही हैं।मुख्यमंत्री जी पिछले कार्यकाल से सड़कों को गड्ढामुक्त कर रहे हैं लेकिन कर नहीं प् रहे हैं। योगी जी जब सड़कों को गड्ढा मुक्त नहीं कर प रहे हैं तो नई सड़के क्या बनाएंगे।

अखिलेश ने कहा कि प्रदेश एवं जनपदों की सड़कों का हाल छोड़िए राजधानी लखनऊ की सड़कों की हालत भी खस्ता है। सरकार लखनऊ की सड़कों को भी ठीक नहीं कर पा रही है। सड़कें टूटी हैं, गड्ढे हैं। विक्रमादित्य मार्ग पर जहां माननीय न्यायाधीश, मुख्य सचिव और कई मंत्री रहते हैं, उस सड़क का भी बुरा हाल है।विभागीय निर्माणकार्यों के चलते खुदाई से सड़कें ऊंची नीची बनाकर छोड़ दी गई, जिसमें चलने पर गाड़ी झूले का अहसास कराती है। यही हाल लखनऊ की अन्य सड़कों का भी है। उन्होंने कहा कि जिलों में तो सड़क निर्माणकार्य में जमकर भ्रष्टाचार तो हो रहा हैलेकिन सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं होपा रही हैं।


लोक निर्माण विभाग द्वारा 10 किमी0 प्रतिदिन की औसत से मार्गों का नवनिर्माण किया जा रहा है तथा 9 किमी0 प्रतिदिन की औसत से चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से स्टेट लेवल कमिटी एवं क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा गुणवत्ता नियंत्रण हेतु कराये जा रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण एवं टेस्टिंग का कार्य नियमित रूप से किया जा रहा है।