उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 5447 नए मामले सामने आए हैं। प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या बढ़कर अब 52651 हो गई है। वैश्विक महामारी की चपेट में आकर प्रदेश में अभी तक लगभग 3300 लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बीते 24 घंटे में संक्रमण के 5447 नए मामले दर्ज हुए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में अब कुल संक्रमितों की संख्या 2 लाख 13 हजार 824 तक पहुंच गई है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य में 1, 57, 879 लोग इलाज के बाद पूरी तरह ठीक हो चुके हैं और कोविड-19 के 52 हजार 651 मरीज उपचाराधीन हैं। उत्तर प्रदेश में अभी तक कोरोना के कारण 3294 लोगों की मौत हुई है। लखनऊ में 707 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं, इनमें मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और सांसद जगदंबिका पाल भी शामिल हैं, वहीं 16 लोगों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में पूरी तरह ठीक होकर 1,57,879 डिस्चार्ज हो चुके हैं। अब तक संक्रमित लोगों में से 3294 लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने बताया कि यूपी में अब तक लगभग 62,800 कोविड हेल्प डेस्क बनाए जा चुके हैं, जिनकी सहायता से अब तक लगभग 7 लाख लक्षणात्मक लोगों की पहचान की जा चुकी है।
प्रदेश में हर रोज डेढ़ लाख टेस्ट कराने के निर्देश, अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि सीएम योगी ने हर हालत में यूपी में रोज डेढ़ लाख टेस्ट करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा हर जिले में निर्धारित संख्या में ऐंटीजन टेस्ट कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
सरकार ने करोना पर कार्ययोजना का विस्तृत ब्यौरा देने के लिये और समय माँगा इलाहाबाद हाई कोर्ट में चीफ सेक्रेटरी ने उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा करोना की रोकथाम और इलाज की विस्तृत जानकारी देने के लिये और समय माँगा है, कोर्ट ने अगली सुनवाई 31अगस्त रखी है। 25 अगस्त को हुई सुनवाई में कोर्ट ने कहा था “क्यों ना बढ़ते करोना केसों के देखते हुऐ पुनः लॉकडाउन लगा दिया जाये,कोर्ट ने अन्य मुद्दों पर सुनवाई करते हुऐ पान, गुटका और खैनी के विषय में भी सरकार को सख्त क़दम उठाने को कहा| कोर्ट ने कहा की जो लोग पान, गुटका और खैनी खा कर इधर उधर थूकते हैं, उन पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिये।