
हिंदी को सिर्फ पखवाड़ा नहीं, रोजमर्रा से जोड़कर देखने की जरूरत,भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण रखने में हिंदी का महत्वपूर्ण योगदान,हिन्दी सिर्फ एक भाषा ही नहीं बल्कि हम सबकी पहचान है,पोस्टमास्टर जनरल कार्यालयए वाराणसी में हुआ हिंदी पखवाड़े का समापन।
सृजन एवं अभिव्यक्ति की दृष्टि से हिंदी दुनिया की अग्रणी भाषाओं में से एक है। हिन्दी सिर्फ एक भाषा ही नहीं बल्कि हम सबकी पहचान हैए यह हर हिंदुस्तानी का हृदय है। भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण रखने में हिंदी का बहुत बड़ा योगदान है। जरूरत इस बात की है कि हम इसके प्रचार.प्रसार और विकास के क्रम में आयोजनों से परे अपनी दैनिक दिनचर्या से भी जोड़ें। उक्त उद्गार वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल एवं चर्चित साहित्यकार व ब्लॉगर कृष्ण कुमार यादव ने डाक विभागए वाराणसी द्वारा हिंदी पखवाड़ा के समापन समारोह में 28 सितंबर को व्यक्त किये। इस अवसर पर उन्होंने पखवाड़े के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित भी किया।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि हिन्दी अपनी सरलता, सुबोधता, वैज्ञानिकता के कारण ही आज विश्व में दूसरी सबसे बड़ी बोली जाने वाली भाषा है। हिन्दी सिर्फ साहित्य ही नहीं बल्कि विज्ञान से लेकर संचार क्रांति, सूचना प्रौद्योगिकी और नवाचार की भाषा भी है। हिंदी हमारी मातृभाषा के साथ.साथ राजभाषा भी है और लोगों तक पहुँच स्थापित करने के लिए टेक्नॅालाजी स्तर पर इसका व्यापक प्रयोग करने की जरूरत है। श्री यादव ने कहा किए आज परिवर्तन और विकास की भाषा के रूप में हिन्दी के महत्व को नये सिरे से रेखांकित किया जा रहा है। जैसे.जैसे विश्व में भारत के प्रति दिलचस्पी बढ़ रही हैए वैसे.वैसे हिन्दी के प्रति भी रुझान बढ़ रहा है।

सहायक निदेशक,राजभाषा प्रवीण प्रसून ने कहा कि संविधान में वर्णित सभी प्रांतीय भाषाओं का पूर्ण आदर करते हुए इस विशाल बहुभाषी राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने में भी हिन्दी की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। ऐसे में हिन्दी भाषा के प्रयोग पर हमें गर्व महसूस करना चाहिए।
वाराणसी मंडल के प्रवर डाकघर अधीक्षक सुमीत कुमार गट्ट ने कहा कि हिंदी पूरे देश को जोड़ने वाली भाषा है और सरकारी कामकाज में भी इसे बहुतायत में अपनाया जाना चाहिये।
वाराणसी पश्चिमी मंडल के अधीक्षक डाकघर श्री राम मिलन ने कहा कि यह हम सभी के लिए सौभाग्य का विषय है कि हमारे नवागत पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव जी ने चर्चित साहित्यकार व ब्लॉगर रूप में अपनी रचनात्मक प्रतिबद्धता व अग्रणी सोच से हिंदी साहित्य जगत में एक नया मुकाम बनाया है। आपके नेतृत्व में वाराणसी परिक्षेत्र नई ऊँचाइयों को छुयेगा।

हिंदी पखवाड़ा के दौरान आयोजित कार्यक्रम के विजेताओं को पोस्टमास्टर जनरल ने सम्मानित भी किया। हिंदी निबंध प्रतियोगिता में श्री प्रकाश गुप्ताए मनीष कुमारए कुण् अभिलाषा राजनए हिंदी टंकण प्रतियोगिता में कुमारी अजिता,राकेश कुमार, विजय त्रिपाठी, वाद.विवाद प्रतियोगिता में मनीष कुमार, शम्भू गुप्ता, ललित कुमार, हिंदी पत्र लेखन प्रतियोगिता में श्रवण कुमारए राहुल कुमार, विजय त्रिपाठी एवं काव्य पाठ प्रतियोगिता में कुमारी अजिता, श्रवण कुमारए राजीव वर्मा को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में प्रवर अधीक्षक डाकघर पूर्वी मंडल वाराणसी सुमीत कुमार गट्टए डाक अधीक्षकए वाराणसी पश्चिमी मंडल राम मिलन, सहायक निदेशक,राजभाषा प्रवीण प्रसून ए शम्भू रायए सहायक अधीक्षक अजय कुमारए डाक निरीक्षक बृजेश कुमार शर्माए राकेश कुमार, राजेन्द्र यादव सहित तमाम विभागीय अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।























