बुंदेलखंड का कायाकल्प करेगा योगी का महाअभियान

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योगी की आक्रामकता पर विपक्ष खामोश क्यों..?
योगी की आक्रामकता पर विपक्ष खामोश क्यों..?

लखनऊ। एक तरफ जब दुनिया के बड़े हिस्से में मरुस्थलीकरण का खतरा बढ़ रहा है, तब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से बीते 6 साल से चल रहे वृहद पौधरोपण अभियान ने सबका ध्यान खींचना शुरू कर दिया है। 6 साल में 135 करोड़ पौधरोपण अपने आप में एक कीर्तिमान है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस साल सरकार 35 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य पूरा करने जा रही है। इसके लिए प्रदेश के सभी 18 मंडलों के लिए अलग अलग लक्ष्य तय किये गये हैं। वन विभाग की ओर से 12.60 करोड़ जबकि राज्य सरकार के अन्य 23 और केंद्र सरकार के दो विभाग 22.40 करोड़ पौधरोपण इस साल करेंगे। सबसे अहम बात ये है कि बुंदेलखंड रीजन के दो मंडलों में सर्वाधिक पौधरोपण करने की योजना है। योगी सरकार 22 जुलाई को 30 करोड़ जबकि 15 अगस्त को 5 करोड़ पौधे रोपित करेगी।

शुष्क बुंदेलखंड का कायाकल्प कर देगा योगी का महाअभियान।

– बुंदेलखंड इलाके में 5.34 करोड़ पौधे लगाएगी योगी सरकार।

– 6 साल में 135 करोड़ पौधरोपण से योगी सरकार रच चुकी है कीर्तिमान।

– प्रदेश के सभी 18 मंडलों में 15 अगस्त तक लगाए जाएंगे 35 करोड़ पौधे।

– प्रकृति संग सहचर्य भाव को की परंपरा को पुनर्प्रतिष्ठापित कर रहे योगी।

– लखनऊ, कानपुर, चित्रकूट, झांसी और मिर्जापुर मंडल में होंगे सर्वाधिक पौधरोपण।

बुंदेलखंड के सात जिलों में 5.34 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद से ही प्रदेश की हरितिमा में वृद्धि के साथ ही भविष्य में होने वाले पर्यावरणीय खतरे को भांपते हुए पौधरोपण अभियान को जनआंदोलन के रूप में क्रियान्वित करने पर जोर दिया है। प्रदेश सरकार के 24 विभागों को सभी 18 मंडलों में वृहद पौधरोपण की जिम्मेदारी मिली है। सबसे अधिक पौधरोपण लखनऊ मंडल में होना है। इसके बाद क्रमश: कानपुर, चित्रकूट, झांसी और मिर्जापुर मंडल में सर्वाधिक पौधरोपण का लक्ष्य है। सबसे खास बात ये है कि प्रदेश के सर्वाधिक शुष्क इलाकों में शामिल बुंदेलखंड के दो मंडलों में मौजूद सात जिलों चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन, झांसी और ललितपुर में योगी सरकार की ओर से 5.34 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे। इनमें सबसे ज्यादा औद्योगिक और इमारती वृक्षों के पौधे होंगे उसके बाद फलदार, औषधीय, सुगंधित, पर्यावरणीय, चारा और शोभाकार किस्म के पौधे रोपे जाएंगे। इससे ना सिर्फ बुंदेलखंड क्षेत्र में पर्यावरणीय असंतुलन को खत्म करने में मदद मिलेगी, साथ ही साथ किसानों की आय और कृषि आधारित रोजगार के नये अवसर भी पैदा होंगे। प्रदेश सरकार पहले ही बुंदेलखंड में औद्यानिक खेती को बढ़ावा देने में जुटी हुई है, जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं।

किस मंडल में कितने पौधे रोपे जाएंगे


मंडलवार पौधरोपण की बात करें तो लखनऊ मंडल में 4 करोड़, कानपुर में 3.13 करोड़, चित्रकूट में 2.76 करोड़, झांसी में 2.58 करोड़, मिजाफपुर में 2.27 करोड़, अयोध्या में 2.20 करोड़, देवीपाटन में 1.95 करोड़, प्रयागराज में 1.89 करोड़, बरेली में 1.87 करोड़, वाराणसी में 1.78 करोड़, मुरादाबाद में 1.76 करोड़, आगरा में 1.74 करोड़, गोरखपुर में 1.43 करोड़, आजमगढ़ में 1.34 करोड़, अलीगढ़ मंडल में 1.20 करोड़, मेरठ मंडल में 1.14 करोड़, बस्ती मंडल में 1.08 करोड़, सहारनपुर मंडल में 0.88 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य है।

वृक्ष बनकर प्रतिदिन 7903 करोड़ लीटर ऑक्सीजन उत्पादन करेंगे ये पौधे
योगी सरकार ने प्रतिवर्ष 35 करोड़ पौधरोपण के साथ ही अगले 5 साल के लिए भी बड़ा लक्ष्य तय किया है। सरकार 2027 तक 175 करोड़ पौधों को रोपने का लक्ष्य लेकर चल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे तकरीबन 72 मिलियन टन कार्बन डाई ऑक्साइड का अवशेषण किया जा सकेगा। बता दें कि स्वस्थ और मध्यम आयु का एक वृक्ष प्रतिदिन 225.80 लीटर ऑक्सीजन का उत्पान करता है। ऐसे में आगामी 22 जुलाई से प्रदेश में रोपित किये जाने वाले 35 करोड़ पौधे जब वृक्ष का रूप धारण करेंगे तो प्रतिदिन 7903 करोड़ लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करेंगे। यहीं नहीं एक वृक्ष वातावरण से हर साल 5.89 किलोग्राम कार्बन डाई ऑक्साइड को पृथक करता है। इस प्रकार 20.615 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाई ऑक्साइड पृथक करते हुए जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को न्यून करने में सहायक होंगे।