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पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने पूरी दुनिया को अपना सामर्थ्य दिखाया, तीन-चार साल पहले जहां सिर्फ जमीन थी,अब वहां से होकर इतना आधुनिक एक्सप्रेस-वे गुजर रहा।पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के विकास, नए उत्तर प्रदेश के निर्माण,प्रदेश की मजबूत होती अर्थव्यवस्था, उत्तर प्रदेश में आधुनिक होती सुविधाओं,उत्तर प्रदेश की दृढ़ इच्छाशक्ति,उत्तर प्रदेश में संकल्पों की सिद्धि का जीता-जागता प्रमाण।वर्तमान में उत्तर प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों को देखकर कहा जासकता है कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश का भाग्य बदलना शुरू हो गया।विगत साढ़े चार वर्षों में, पूरब हो या पश्चिम,उत्तर प्रदेश में हजारों गांवों कोनई सड़कों से जोड़ा गया, हजारों कि0मी0 नई सड़कें बनायी गयीं, प्रदेश मेंनये मेडिकल कॉलेज बन रहे, एम्स बन रहे, आधुनिक शिक्षा संस्थान बन रहे।प्रधानमंत्री वायुसेना के विशेष विमान से कार्यक्रम स्थल पर पधारे,उनका विमान पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर निर्मित एयर स्ट्रिप पर उतरा प्रधानमंत्री का स्वागत राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने किया।प्रधानमंत्री ने जनपद सुलतानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया।पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण के उपरान्त भारतीय वायुसेना द्वारा एक एयर शो किया गया, सुखोई, मिराज, जगुआर, हरक्यूलिस सहित 11 विमान इसमें सम्मिलित हुए।उ0प्र0 के ऊर्जावान, कर्मयोगी मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य का तेजी से विकास हो रहा।जितनी ज़रूरी देश की समृद्धि, उतनी ही आवश्यक देश की सुरक्षा भी, इमरजेंसी की स्थिति में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे देश की वायुसेना के लिए एक और ताकत बन गया।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से किसान, व्यापारी, श्रमिक, उद्यमी सभी लाभान्वित होंगे,निर्माण के दौरान इसने हजारों की संख्या में लोगों को रोजगार दिया,शुभारम्भ होने के बाद भी यह लाखों नये रोजगार के निर्माण का माध्यम बनेगा।पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुलतानपुर, अयोध्या,अम्बेडकरनगर, मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर को जोड़ने के साथ उन शहरों कोभी लखनऊ से जोडे़गा, जिनमें विकास की असीम आकांक्षा और बड़ी सम्भावना।मुख्यमंत्री के नेतृत्व की प्रदेश सरकार भेदभाव, परिवारवाद, जातिवाद,क्षेत्रवाद के बिना ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र के साथ कार्य कर रही।पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के इर्द-गिर्द बहुत जल्द नये उद्योग लगनेशुरू हो जाएंगे, इसके लिए 21 जगहों को चिन्हित किया जा चुका।उ0प्र0 में बन रहा डिफेंस कॉरिडोर यहां रोजगार के वृहद अवसरलाने वाला उ0प्र0 में हो रहे अवस्थापना विकास के काम आने वालेसमय में यहां की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई देंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुपर हरक्यूलिस विमान से पहुंचेगे कार्यक्रम स्थल पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के अरवल कीरी करवत में। इससे पहले दिल्ली से एसपीजी दस्ते के अधिकारी पहुंच चुके हैं कार्यक्रम स्थल। प्रधानमंत्री को देखने-सुनने और सेना के फाइटर प्लेन के रोमांचकारी करतबो को देखने के लिए कार्यक्रम स्थल के आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग वहां एकत्र हो रहे हैं एक्सप्रेस-वे की सड़कों पर लोगों के हुजूमों का तांता लगा है।
देश का संपूर्ण विकास करने के लिए संतुलित विकास भी उतना ही आवश्यक है, कुछ क्षेत्र विकास की दौड़ में आगे चले जाएं और कुछ क्षेत्र दशकों पीछे रह जाएं, यह असमानता किसी भी देश के लिए ठीक नहीं है। पूर्वी भारत, नॉर्थ ईस्ट के राज्यों को विकास की संभावना होने के बावजूद, देश में हो रहे विकास का उतना लाभ नहीं मिला, जितना मिलना चाहिए था।कर्मयोगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य का तेजी से विकास हो रहा है। प्रदेशवासियों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की बधाई देते हुए उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में भूमि का योगदान करने वाले किसान भाई-बहनों, श्रम से योगदान करने वाले श्रमिकों तथा कौशल से योगदान करने वाले इंजीनियरों का अभिनंदन किया। जितनी ज़रूरी देश की समृद्धि है, उतनी ही आवश्यक देश की सुरक्षा भी है। इमरजेंसी की स्थिति में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे देश की वायुसेना के लिए एक और ताकत बन गया है। अब से कुछ ही देर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर वायुसेना के फाइटर प्लेन अपनी लैंडिंग करेंगे।भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जनपद सुलतानपुर के अरवल कीरी करवत में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री जी वायुसेना के विशेष विमान से कार्यक्रम स्थल पर पधारे। प्रधानमंत्री का विमान पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर निर्मित एयर स्ट्रिप पर उतरा। प्रधानमंत्री जी का स्वागत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण के उपरान्त भारतीय वायुसेना द्वारा एक एयर शो भी किया गया। इसमें सुखोई, मिराज, जगुआर, हरक्यूलिस सहित 11 विमान सम्मिलित हुए।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने पूरी दुनिया को अपना सामर्थ्य दिखाया है। तीन-चार साल पहले जहां सिर्फ जमीन थी, अब वहां से होकर इतना आधुनिक एक्सप्रेस-वे गुजर रहा है। तीन साल पहले जब उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था, तो यह नहीं सोचा था कि एक दिन उसी एक्सप्रेस-वे पर विमान से खुद उतरेंगे। यह एक्सप्रेस-वे, उत्तर प्रदेश को तेज गति से बेहतर भविष्य की ओर ले जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के विकास, नए उत्तर प्रदेश के निर्माण, उत्तर प्रदेश की मजबूत होती अर्थव्यवस्था, उत्तर प्रदेश में आधुनिक होती सुविधाओं, उत्तर प्रदेश की दृढ़ इच्छाशक्ति, उत्तर प्रदेश में संकल्पों की सिद्धि का जीता-जागता प्रमाण है। यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश की शान और कमाल है। उत्तर प्रदेश की उपजाऊ भूमि, यहां के लोगों का परिश्रम, यहां के लोगों का कौशल अभूतपूर्व है। वर्तमान में यहां हो रहे विकास कार्यों को देखकर कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का भाग्य बदलना शुरू हो गया है। विगत साढ़े चार वर्षों में, पूरब हो या पश्चिम, उत्तर प्रदेश में हजारों गांवों को नई सड़कों से जोड़ा गया है, हजारों कि0मी0 नई सड़कें बनायी गयी हैं। प्रदेश में नये मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। एम्स बन रहे हैं, आधुनिक शिक्षा संस्थान बन रहे हैं। कुछ हफ्ते पूर्व ही कुशीनगर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का लोकार्पण हुआ। आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लाभ गरीब व मध्यम वर्ग सभी को होगा। इससे किसान, व्यापारी, श्रमिक, उद्यमी सभी लाभान्वित होंगे। निर्माण के दौरान इसने हजारों की संख्या में लोगों को रोजगार दिया। अब शुभारम्भ होने के बाद भी यह लाखों नये रोजगार के निर्माण का माध्यम बनेगा। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुलतानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर को जोड़ने के साथ उन शहरों को भी लखनऊ से जोडे़गा, जिनमें विकास की असीम आकांक्षा और बड़ी सम्भावना है। इससे पूर्वांचल, अवध के साथ-साथ बिहार के लोगों को भी लाभ होगा। दिल्ली से बिहार आना-जाना अब आसान होगा। इसके निर्माण पर 22 हजार करोड़ रुपये से अधिक व्यय हुए हैं। भविष्य में यह लाखों करोड़ रुपये के उद्योगों को यहां लाने का माध्यम बनेगा। प्रदेश में निर्माणाधीन लगभग 300 कि0मी0 का बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन, औरेया, इटावा शहरों को जोड़ेगा। 90 कि0मी0 लम्बे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर और आजमगढ़ जुड़ेंगे। लगभग 600 कि0मी0 लम्बा गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ, हापुड़,बुलन्दशहर,अमरोहा,संभल,बदायूं,शाहजहांपुर,हरदोई, उन्नाव,रायबरेली,प्रतापगढ़ और प्रयागराज को जोड़ेगा। यह सभी शहर छोटे हैं। पहली बार उत्तर प्रदेश की आकंक्षाओं के प्रतीक इन शहरों में आधुनिक कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दी गयी है। उन्होंने कहा कि जहां अच्छी सड़कें पहुंचती हैं, अच्छे हाइवे पहुंचते हैं, वहां विकास की गति बढ़ जाती है। रोजगार सृजन और तेजी से होता है।
देश का संपूर्ण विकास करने के लिए संतुलित विकास भी उतना ही आवश्यक – प्रधानमंत्री
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए बेहतरीन कनेक्टिविटी जरूरी है। प्रदेश के कोने-कोने को जोड़ा जाना आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता जतायी कि मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व की प्रदेश सरकार भेदभाव, परिवारवाद, जातिवाद, क्षेत्रवाद के बिना ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र के साथ कार्य कर रही है।जैसे-जैसे एक्सप्रेस-वे तैयार होते जा रहे हैं, वैसे-वैसे वहां इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर का काम भी शुरू होता जा रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के इर्द-गिर्द बहुत जल्द नये उद्योग लगने शुरू हो जाएंगे। इसके लिए 21 जगहों को चिन्हित किया जा चुका है। एक्सप्रेस-वे के किनारे बसे शहरों में फूड प्रोसेसिंग, दुग्ध उत्पाद, कोल्ड स्टोरेज, भण्डारण से जुड़ी गतिविधियां तेजी से बढ़ने वाली हैं। फल, सब्जी, अनाज, पशुपालन, खेती से जुड़े दूसरे उत्पाद, फार्मा, इलेक्ट्रिकल, टेक्सटाइल, हैण्डलूम, मेटल, फर्नीचर, पेट्रोकेमिकल से जुड़े उद्योगों को उत्तर प्रदेश में बनने वाले नये एक्सप्रेस-वे नयी ऊर्जा देने जा रहे हैं।
केन्द्र सरकार उ0प्र0 के चौतरफा विकास के लिए दिन-रात मेहनत कर रही, कनेक्टिविटी के साथ ही प्रदेश में बुनियादी सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही, इसका सर्वाधिक लाभ नारी शक्ति को, गरीब महिलाओं को अपना पक्का घर, उनके नाम से मिल रहा।डबल इंजन की सरकार इस वर्ष लाखों बहनों को अपने घर परही शुद्ध पेयजल देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध।प्रधानमंत्री की प्रेरणा और मार्गदर्शन में प्रदेश में जनकल्याणकारी योजनाओं को बिना भेदभाव के प्रभावी ढंग से लागू करने के साथ ही, अवस्थापना विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, आस्था को सम्मान सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्य किया जा रहा।पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी उ0प्र0 को नयी ऊँचाइयों पर पहुंचानेका प्रयास, यह केवल आवागमन का माध्यम नहीं, बल्कि पूर्वीउ0प्र0 के भौतिक विकास की जीवन रेखा के रूप में स्थापित होगा।पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ विकसित होने वाले औद्योगिक क्लस्टरके माध्यम से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।विगत 04-05 वर्षाें में प्रदेश में हुए अवस्थापना विकास के कार्य सबके सामने, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का आज लोकार्पण, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे प्रदेश में संचालित विकास प्रक्रिया का अंग बनने जा रहे, प्रदेश के 04 शहरों में मेट्रो रेल संचालित, अगले महीने कानपुर नगर में मेट्रो रेल की सुविधा, यह प्रधानमंत्री जी के नये भारत के नये उ0प्र0 की तस्वीर है।
उद्योगों के लिए आवश्यक मैन पावर तैयार करने के लिए काम शुरू कर दिया गया है, इन शहरों में आई0टी0आई0, दूसरे एजुकेशन और टेªनिंग इंस्टीट्यूट, मेडिकल इंस्टीट्यूट आदि संस्थान स्थापित किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए आने वाले समय में कृषि, उद्योग आदि में रोजगार के अनेक नये विकल्प बनने वाले हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बन रहा डिफेंस कॉरिडोर यहां रोजगार के वृहद अवसर लाने वाला है। उन्होंने विश्वास जताया कि उत्तर प्रदेश में हो रहे अवस्थापना विकास के काम आने वाले समय में यहां की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई देंगे। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार प्रदेश के सामान्य जन को अपना परिवार मानकर काम कर रही है। यहां जो कारखाने लगे हैं, जो मिलें हैं, उनको बेहतर ढंग से चलाने के साथ-साथ नए निवेश, नए कारखानों के लिए माहौल बनाया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में सिर्फ 5 साल की योजना नहीं बन रही, बल्कि इस दशक की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वैभवशाली उत्तर प्रदेश के निर्माण के लिए अवस्थापना विकास कराया जा रहा है। पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से उत्तर प्रदेश को पूर्वी समुद्री तट और पश्चिमी समुद्री तट से जोड़ने के पीछे यही सोच है। मालगाड़ियों के लिए बने इन विशेष रास्तों से यू0पी0 के किसानों की उपज और फैक्ट्रियों में बना सामान दुनिया के बाज़ारों तक पहुंच पाएगा। इसका लाभ भी प्रदेश के किसानों, व्यापारियों, कारोबारियों हर छोटे-बड़े को होने वाला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश में हुए कोरोना वैक्सीनेशन के बेहतरीन काम की प्रशंसा करते हुए कहा कि 14 करोड़ कोरोना टीके लगाकर राज्य देश ही नहीं दुनिया में अग्रणी भूमिका में है। दुनिया के अनेक देशों की कुल आबादी भी इतनी नहीं है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार उत्तर प्रदेश के चौतरफा विकास के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है। कनेक्टिविटी के साथ ही प्रदेश में बुनियादी सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। इसका सर्वाधिक लाभ नारी शक्ति को हुआ है। गरीब महिलाओं को अपना पक्का मकान, उनके नाम से मिल रहा है। सौभाग्य योजना में मुफ्त बिजली कनेक्शन और उज्ज्वला योजना में निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिए जा रहे हैं। टॉयलेट के अभाव में घर-स्कूल में सर्वाधिक परेशानी बहनों-बेटियों को होती है। ‘इज्जत घर’ बनने से घर में सुविधा मिली है तथा बेहिचक पढ़ाई का रास्ता भी मिला है। वर्तमान सरकार पाइप के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए भी कार्य कर रही है। सिर्फ 02 साल में उत्तर प्रदेश सरकार ने करीब 30 लाख ग्रामीण परिवारों को नल से पेयजल उपलब्ध कराया है। डबल इंजन की सरकार इस वर्ष लाखों बहनों को अपने घर पर ही शुद्ध पेयजल देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना, नये अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज जैसे सुविधाओं से बहनों-बेटियों को बहुत राहत मिली है।
प्रधानमंत्री जी के भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने के संकल्प के साथ उ0प्र0 पूरी मजबूती से जुड़ रहा -योगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मोदी के भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने के संकल्प के साथ उत्तर प्रदेश पूरी मजबूती से जुड़ रहा है। इसके दृष्टिगत प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा और मार्गदर्शन में प्रदेश में जनकल्याणकारी योजनाओं को बिना भेदभाव के प्रभावी ढंग से लागू करने के साथ ही, अवस्थापना विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, आस्था को सम्मान सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास हेतु पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण के लिए वायुसेना के विशेष विमान से पधारे हैं। उनका विमान पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर जनपद सुलतानपुर की धरती पर निर्मित एयर स्ट्रिप पर उतरा है। उन्होंने अंगवस्त्र एवं अयोध्या में निर्माणाधीन भगवान श्रीराम के मंदिर की अनुकृति भेंट कर स्वागत किया।आज से 03 वर्ष पहले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास हुआ था। इन 03 वर्षाें में विगत 19 महीनों में कोरोना महामारी की बाधाओं के बावजूद प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रभावी कोरोना प्रबन्धन के माध्यम से राज्य में प्रदेशवासियों का जीवन व जीविका को बचाने का कार्य हुआ। इसके फलस्वरूप आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण हो रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी उत्तर प्रदेश को नयी ऊँचाइयों पर पहुंचाने का प्रयास है। यह केवल आवागमन का माध्यम नहीं, बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के भौतिक विकास की जीवन रेखा के रूप में स्थापित होगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ विकसित होने वाले औद्योगिक क्लस्टर के माध्यम से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
विगत 04-05 वर्षाें में प्रदेश में हुए अवस्थापना विकास के कार्य सबके सामने हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का आज लोकार्पण किया जा रहा है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण आगामी कुछ दिनों में प्रारम्भ हो जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे प्रदेश में संचालित विकास प्रक्रिया का अंग बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि विगत 07 वर्ष में प्रदेश के विभिन्न शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के सबसे बेहतर साधन मेट्रो रेल का तेजी से विकास हो रहा है। वर्तमान में प्रदेश के 04 शहरों में मेट्रो रेल संचालित है। अगले महीने कानपुर नगर में भी मेट्रो रेल की सुविधा जनता को उपलब्ध हो जाएगी। वर्ष 2017 में प्रदेश में 02 एयरपोर्ट लखनऊ और वाराणसी कार्यशील थे। भारत सरकार की उड़ान योजना के माध्यम से वर्तमान में 09 हवाई अड्डों से वायुसेवा प्रदान की जा रही है। 12 अन्य हवाई अड्डों के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। यह प्रधानमंत्री जी के नये भारत के नये उत्तर प्रदेश की तस्वीर है।इस अवसर पर प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री धर्मवीर सिंह, सांसद मेनका गांधी, विधान परिषद सदस्य स्वतंत्र देव सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में जन समुदाय उपस्थित थे।
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