वोकल फाॅर लोकल से छोटे उद्यमियों में बढ़ेगा आत्म सम्मान

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अयोध्या। आत्म निर्भर भारत बनाने के उद्देश्य से उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश तथा भारत सरकार के सहयोग से प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएम एफएमई) ‘वोकल फाॅर लोकल‘ खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में सूक्ष्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मण्डलायुक्त एम0पी0 अग्रवाल की अध्यक्षता में गांधी सभागार में मण्डल के उद्यान विभाग के अधिकारियों आदि के साथ एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, इसका मुख्य उद्देश्य आत्म निर्भर भारत को बनाना है तथा खाद्य प्रसंस्करण में उद्योगों की स्थापना करना है। मण्डल का वार्षिक लक्ष्य 596 है। इस अवसर पर मण्डलायुक्त द्वारा दीप प्रज्जवलन एवं मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर मण्डलायुक्त ने कहा कि यह योजना नई योजना है निश्चित रूप से उद्यान विभाग अन्य विभागों के सहयोग से इसको पूरा कर पायेगा इसलिए इसकी जनपद स्तर पर एवं मण्डल स्तर पर नियमित होने वाली उद्योग बंधुओं की बैठक में एक नये एजेंडा के रूप में समीक्षा की जायेगी। इससे सम्बंधित उप निदेशक उद्यान एवं अपर निदेशक उद्योग आपेक्षित कार्यवाही करें। अभी तक लक्ष्य के सापेक्ष 206 आवेदन आये है इसमें हमें और तेजी की आवश्यकता है तथा इस योजना से जहां रोजगार प्राप्त होगा वही छोटे-छोटे उद्यमियों में आत्म सम्मान/सेल्फ रिसपेक्ट बढ़ेगा। हम देखते है कि बड़े बड़े उद्योग एवं शाॅपिंग माल खुल जाने से छोटे उद्यमियों पर असर पड़ता है। इस योजना से एक करोड़ से 5 करोड़ तक इसमें इनवेस्ट किया जा सकता है तथा 35 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है। इसमें एक जिला एक उत्पात के साथ साथ खाद्य प्रसंस्करण/खान-पान की अन्य योजनाओं को शामिल किया गया है जो एक लाभकारी है। मण्डलायुक्त ने कहा कि हमें सभी के समन्वय से इस योजना को आगे बढ़ाना है तथा इससे जुड़े हुये काम करने वाले लोगों को प्रोत्साहित करना है। इस योजना के बढ़ाने से श्रमिकों का पलायन रूकेगा और रोजगार की व्यापक संभावनायें बढ़ेगी। एक जिला एक उत्पाद को भी बढ़ावा मिलेगा।

मण्डलायुक्त ने यह भी कहा कि हमारे मण्डल में गुड़ उद्योग, फैब्रिक उद्योग, केला आदि के प्रोडक्टों को उत्पादन की व्यापक संभावनायें है। मेरे द्वारा निरीक्षण के समय अम्बेडकरनगर का भ्रमण किया गया वहां पर एक उद्यमी को देखा कि वह थान (कपड़ा) के रूप में जींस का कपड़ा लाता है तथा उसकी सिलाई कर विभिन्न कम्पनियों को बेचता है यह मुझे अच्छा लगा और उन्ही जींस को कम्पनियां अपना-अपना ब्रांड व लेबल लगाकर ऊंचे दाम में बेचती है। इस कार्यशाला का सभी को लाभ उठाने का भी आहवान किया। इस अवसर पर इंडियन इंडस्ट्रिी चेम्बर के मण्डल अध्यक्ष एस0पी0 सिंह ने कहा कि सभी विभागों को जीएसटी व्यापार कर विभाग की तरह आनलाइन सेवाओं का लाभ देना चाहिए, क्योंकि वहां रजिस्टेªशन होने के 2-3 दिन बाद प्रमाण पत्र मिल जाता है। अन्य विभाग भी ऐसा कार्य करे तथा इसको ग्रामीण एवं शहरी पर सभी पर लागू किया जाय। इस अवसर पर प्रगतिशील किसान उमानाथ सिंह ने गन्ना उत्पादन एवं मिलों के संचालन की बात कही और कहा कि गन्ना के क्षेत्र में गुड़ बनाने के कार्यो में स्थानीय स्तर पर तेजी से किया जा रहा है और इसको और प्रोत्साहन की आवश्यकता है।

उक्त अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव ने उद्योग विभाग के साथ-साथ सभी विभागों को समन्वय की आवश्यकता बतायी तथा सहायक उपायुक्त उद्योग बंधु आशुतोष सिंह ने उद्योग बंधु से सहयोग का आश्वासन दिया। साथ में लीड बैंक मैनेजर ने भी आपेक्षित सहयोग देने का बैंकों की तरफ से आश्वासन दिया। कार्यक्रम की रूपरेखा उद्यान विभाग के उपनिदेशक गीता द्विवेदी ने प्रस्तुत किया तथा बताया कि इसमें मण्डल के पांचों जनपदों के उद्यान से जुड़े उद्यमी भाग लें और इसको और प्रोत्साहित किया जायेगा। इस अवसर पर अपर आयुक्त न्यायिक रबी प्रकाश श्रीवास्तव, उपनिदेशक सूचना डा0 मुरली धर सिंह, जिला उद्यान अधिकारी बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर सहित अनेक उद्यमी, प्रगतिशील किसान के अलावा लखनऊ के विशेषज्ञ मुकेश सिंह आदि ने भी अपनी बात रखी। कार्यक्रम का संचालन जिला उद्यान अधिकारी भूषण प्रसाद सिंह ने किया और सभी का आभार व्यक्त किया।