
भाजपा पर बोला हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में प्रदेश में अराजकता का माहौल है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। बिजली व्यवस्था चरमरा चुकी है। किसानों को फसलों के लिए खाद नहीं मिल रही है। घंटों लाइन लगाने और परेशान होने के बाद भी किसानों को खाद नहीं मिलती है। खाद की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी रोकने में सरकार नाकाम है। भाजपा सरकार किसानों से झूठे वादे करती है। बड़े-बड़े सपने दिखाती है। इस सरकार के सारे कार्य सिर्फ कागजों पर हैं। जमीन पर कोई कार्य नहीं हो रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के कई जिले बाढ़ से जूझ रहे है। लाखों की आबादी के सामने खाने-रहने, दवा, इलाज का संकट है। सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद नहीं कर रही है। बाढ़ से खेती-बाड़ी, जानवर और फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है। सरकार नुकसान भरपाई के लिए तैयार नहीं है। सरकार सो रही है। लगता है कि सरकार मठ में विश्राम करने चली गयी है। इसीलिए बाढ़ पीड़ितों की न प्रयागराज, फतेहपुर, बलिया में मदद हो पा रही है और न तो वाराणसी, हमीरपुर से लेकर अन्य जिलों में कोई मदद हो रही है। सोचने वाली बात है कि 20-20 हजार करोड़ रूपये बजट खर्च हुए उसके बाद भी जलभराव है, सड़कों में गड्ढे है। बाढ़ पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। अराजकता की चपेट में उत्तर प्रदेश..?
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के हर क्षेत्र में अराजकता, लूट और भ्रश्टाचार है। सरकार की अकर्मण्यता से आम जनता के साथ सत्तारूढ़ दल के विधायक, मंत्री भी धरना और प्रदर्शन करने पर मजबूर है। किसी की कोई सुनवाई नहीं है। भ्रष्टाचारियों और अराजक तत्वों से प्रदेश का हर वर्ग परेशान है। भाजपा सरकार ने नौ साल के कार्यकाल में किसानों, नौजवानों, महिलाओं, आम जनता सभी को धोखा दिया है। सरकारी बजट को लुटाने के सिवा कोई काम नहीं किया। विकास कार्य नहीं हुए। भाजपा सरकार ने सब कुछ बर्बाद कर दिया। भाजपा सरकार के सभी दावे और वादे झूठे साबित हो चुके है। यह सरकार प्रदेश के लिए अभिशाप बन चुकी है। इसने प्रदेश की जनता को संकट में डाला है। हर विभाग में हर स्तर पर लूट-खसोट और भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश की जनता को विधान सभा चुनाव का इंतजार है। वह भाजपा सरकार को हटाने के लिए तैयार है। इस सरकार के हटने से ही किसानों, नौजवानों की मांगे पूरी होंगी। अराजकता की चपेट में उत्तर प्रदेश..?