प्रांतीय प्रतिभा खोज प्रतियोगिता संपन्न, प्रतिभाशाली बच्चों को किया गया पुरस्कृत

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लखनऊ। राष्ट्रीय सांस्कृतिक मंच,उ.प्र., लखनऊ के तत्वावधान में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी कक्षा 5 से 12 तक की छात्र – छात्राओं की प्रांतीय प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का फीता काटकर उद्घाटन भाषण में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की कुलपति प्रो.निर्मला एस मौर्य ने कहा कि आज मैं बच्चों के उत्साह भरे अति भव्य कार्यक्रम से काफी आनंदित हूं और मुझे आज प्रदेश की राज्यपाल, जो हमारी कुलाधिपति भी हैं, आनंदीबेन पटेल जी, जो बच्चों से बहुत प्यार करती हैं और साल में कम से कम 2- 3 बैठकें होती रहती हैं, उनमें सदैव बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए चिंता ब्यक्त करती हैं तथा उनकी प्रतिभा निखारने के लिए जोर देती हैं। वह उत्तर प्रदेश को देश स्तर पर ही नहीं बल्कि ग्लोबल स्तर पर आगे बढ़ने की आशा रखती हैं, उनकी हार्दिक इच्छा है कि बच्चे उत्तर प्रदेश का नाम रोशन करें।

मुझे भी बच्चों से बहुत बहुत प्यार है, बच्चों को कभी भी हताश नहीं होना चाहिए। जो बच्चे प्रतियोगिताओं में स्थान नहीं बना पाते हैं, उनके बारे में आज मैं कार्यक्रम के प्रेरणास्रोत ज्ञान जी से यह कहूंगी कि उन्हें सांत्वना पुरस्कार नहीं बल्कि प्रोत्साहन पुरस्कार देकर उनको भी भरपूर उत्साहित किया जाय। बच्चे साहित्य क्षेत्र में भी आगे बढ़ने के लिए छोटी छोटी कविताएं भी रचना करें। आज मैं नन्हें- मुन्हें बच्चों सहित सभी प्रतिभागियों को आशीर्वाद देती हूं कि ये बच्चे अपने परिवार के साथ साथ अपने समाज और राष्ट्र का नाम रोशन करें। इस अवसर पर बच्चों के साथ उनके पैरेंट्स भी बढ़-चढ़कर सहभागिता की । कार्यक्रम में संगठन से जुड़े सक्रिय महानुभावों में प्रमुख रूप से विशिष्ट अतिथि किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर रेखा सचान के अलावा छितेशवर राम प्रजापति, हरी लाल सिंह,दया राम सिंह गौड़, मूल चन्द मौर्या, के पी सिंह, अशोक सिंह गुर्जर पटेल मुरादाबाद, धनीराम पासवान बलरामपुर, यशपाल सिंह, राजेन्द्र कुमार सिंह यादव, इंजीनियर रतीराम पटेल, शीला वर्मा मीरा महामंत्री राष्ट्रीय सांस्कृतिक मंच, चन्द्रभाष सिंह अध्यक्ष,दाम जी भाई पटेल, मदन मोहन कटियार, ऊषा यादव – प्रधानाचार्या डोमिनेंस इंटरनेशनल इंटर कालेज गोमती नगर लखनऊ आदि उपस्थित थे। बच्चों द्वारा अपने मुख्य अतिथि का गुलाब के फूलों से भव्य स्वागत किये जाने के उपरांत कार्यक्रम का शुभारंभ संगठन के ध्वज बंदना से किया गया और सभी प्रतियोगिताओं के समापन के बाद बच्चों व उनके पैरेंट्स द्वारा ध्वज के समक्ष अपना दाहिना हाथ बढ़ा कर ब्यक्ति निर्माण हेतु सामूहिक रूप से संकल्प लिया गया।