शिक्षक हत्त्या की कहानी पटकथा में शामिल

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शिक्षक हत्त्या की कहानी पटकथा में शामिल
शिक्षक हत्त्या की कहानी पटकथा में शामिल

अभी खत्म नही हुई सेवानिवृत शिक्षक के हत्त्या की कहानी पटकथा में शामिल अन्य किरदारों पर घूम रही गिरफ्तारी की तलवार। शिक्षक हत्त्या की कहानी पटकथा में शामिल

योगेंद्र यादव

अयोध्या। रामपुर भगन बाजार कस्बे में सेवानिवृत्त शिक्षक राम तीरथ तिवारी की हत्त्या में शामिल जुबेर की पुलिस मुठभेड़ में हुई गिरफ्तारी के बाद भी अभी घटना पर पर्दा नही पड़ा है। हत्या की इस गढ़ी गयी कहानी की इस पटकथा में अन्य किरदार भी शामिल है जिन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई हैं। पुलिस सूत्रों की माने तो इस घटना को अंजाम देने वालो में जुबेर अहमद ही नही उसके पिता नौशाद के अलावा जुबेर के दो अन्य दोस्त भी शामिल थे। एक चिकित्सक के घर के सामने घड़ी बोलेरो में जुबेर अपने एक दोस्त के साथ मौजूद था। जुबेर व उनका दोस्त कई दिनों से शिक्षक की रेकी कर रहे थे। वारदात में प्रयुक्त वाहन किराये पर किसी अधिकारी को लाने व ले जाने के बहाने किराये पर जुबेर अहमद के दोस्त ने अपने रिश्तेदार का वाहन दिलाया था। जिसका जुबेर वाहन चलाता था।

घटना वाले दिन जैसे ही राम तीरथ तिवारी दाढ़ी बनवाने घर से बाजार की तरफ निकले वहां दोस्त के साथ पहले से ही ताक में खड़े जुबेर दोस्त के साथ हत्त्या की नीयत से जोरदार वाहन चलाते हुये उन्हें रौंद मौके से भाग खड़ा हुआ। लेकिन उसकी करतूत बाजार के सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गयी और श्री तिवारी की इलाज के दौरान मौत भी हो गयी सूत्रों की माने तो जुबेर रामपुर भगन एरिया में कही पनाह लिए हुये था। वह पुलिस के हाथ आने से इधर उधर भाग रहा था। पुलिस भी मुखबिर के साथ उसकी धड़पकड़ को हर तरफ जाल बिछाये हुई थी। पनाह लेने को भागते समय वह रामपुर भगन दर्शन नगर राम वन गमन मार्ग के गौराघाट तमसा नदी के पुल पर पुलिस के बिछाये जाल में फंस गया और उसका साथी मौके से एक बाइक के साथ अंधेरे का लाभ उठाकर भाग गया। उसने पुलिस पार्टी पर फायरिंग भी की। मुख्य अभियुक्त रहे जुबेर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने भले ही राहत की सांस ली हो परन्तु कहानी की पटकथा का किरदार निभाने वालो पर पुलिस की निगाहें अभी गड़ी हुई हैं। वह कौन है जिन पर लोगो की निगाहें टिकी हुई हैं। यह आने वाला समय बतायेगा।