लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरकारें बनती और बिगड़ती हैं।अब एक बार फिर सत्ता के निर्णय का समय नजदीक है।अब इस बार कौन सत्ता के शिखर पर पहुंचेगा ये तो जनता 2022 में तय करेगी। 2017 के चुनाव की बात करें तो मोदी लहर में कई नए चेहरे विधायक बने।आज हम बात कर रहें हैं सरोजनी नगर विधान सभा सीट की जिसका खाता 2017 में पहली बार भाजपा का खता खुला है। यह एक ऐसी सीट हैं जहा पर ग्रामीण वोटर ज्यादा हैं वही शहरी वोटरों की संख्या बराबर बढ़ रही हैं।सरोजनीनगर विधानसभा में दलित और ओबीसी भारी संख्या में हैं। तो वही ब्राह्मण,ठाकुर और वैश्य वोटर भी हैं यहाँ की सीट उसी के खाते में आती हैं जिसका समीकरण फिट होता हैं जैसे सवर्ण-ओबीसी और सवर्ण-दलितजो की बहुत ही ज्यादा हिट हुआ हैं।
सरोजिनी नगर विधान सभा सीट लखनऊ जिले के शहरी क्षेत्र में आती है।सरोजनी नगर विधान सभा सीट मोहनलालगंज लोकसभा संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। सरोजनीनगर औद्योगिक इलाका है। लखनऊ का अमौसी एयरपोर्ट इसी विधानसभा क्षेत्र में आता है। उत्तर प्रदेश की 17 वीं विधानसभा के लिए यहां से भारतीय जनता पार्टी से स्वाति सिंह निर्वाचित हुईं।23 साल बाद भाजपा इस सीट पर जीत दर्ज़ करने में सफल हुई है।यहाँ की विधायक स्वाती सिंह योगी कैबिनेट में मंत्री हैं। विधानसभा चुनाव 2017 में इन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अनुराग यादव को 34,179 मतों के अंतर से हराया था। कुल 2,90,847 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था। इस सीट पर शहरी और ग्रामीण दोनों वोटर बराबर हैं। दलित और ओबीसी मत निर्णायक होते रहें हैं।
आगामी वर्ष चुनावी वर्ष और कोविड-19 के नए वैरीअंट की दस्तक भी भारत में शुरू हो गई है । 2022 के विधानसभा चुनाव में सरोजनी नगर विधान सभा का चुनाव काफी दिलचस्प होगा । इस सीट से भाजपा भी अपने प्रत्याशी को बदल सकती है और कांग्रेस से भी प्रत्याशी है बसपा वहां से निरंतर लड़ती रही है । समाजवादी पार्टी भी अपने विजय रथ के माध्यम से उस सीट पर पुनः विराजमान होने के नक्शे कदम पर अग्रसर है, इस सीट पर भाजपा से स्वाति सिंह के पति और जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के लड़ने के भी आसार नजर आ रहे हैं।वहीं समाजवादी पार्टी से अनुराग यादव शंकरी सिंह और राम प्रकाश यादव काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं।
सरोजिनी नगर विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के तहत आती है। लखनऊ की कुल 9 विधानसभा सीटों में एक सरोजिनी नगर विधानसभा सीट पर फिलहाल भाजपा का कब्जा है। समाजवादी पार्टी के कब्जे में रही इस सीट पर 2017 में पहली बार कमल खिला था। वहीं इस सीट पर इस साल सपा और बसपा भी बीजेपी के खिलाफ अपनी दावेदारी कर रहे हैं। अतीत पर गौर करें तो इस सीट पर तीन बार समाजवादी पार्टी और दो बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।पहले 2017 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर स्वाती सिंह विधायक बनी थीं। ऐसे में सपा की कोशिश होगी कि वह इस सीट पर अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखे, पुनः सपा अपनी सीट पर कब्जा जमाने की कोशिश में है। 2017 के आंकड़ों के अनुसार इस सीट पर कुल 3 लाख 99 हजार 35 वोटर रजिस्टर्ड थे। हालांकि इस चुनाव में मतदाताओं की इस संख्या में इजाफा होने का अनुमान है।
2017 विधानसभा चुनाव का परिणाम
स्थान प्रत्याशी पार्टी वोट वोट (%)
1 स्वाति सिंह भाजपा 108506 37.31
2 अनुराग यादव सपा 74327 25.56
3 शिवशंकर सिंह बसपा 71791 24.69
जीत का अंतर- 34179
सरोजिनीनगर सीट पर ग्रामीण वोटर ज्यादा हैं। यहां दलित और ओबीसी भारी संख्या में हैं।वहीं ब्राह्मण,ठाकुर और वैश्य वोटर भी निर्णायक भूमिका में रहते हैं। इस सीट पर सवर्ण-ओबीसी और सवर्ण-दलित का फार्मूला हिट रहा है।लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा भी यह एक ऐसी सीट हैं। यहां से स्वाति सिंह पहली बार विधानसभा पहुंची और मंत्री भी बनीं, इस चुनाव में स्वाति सिंह ने सपा के अनुराग यादव को 34179 वोट से हरा दिया। 2012 में यह सीट सपा के कब्जे में थी। इस चुनाव में सपा के शारदा प्रताप शुक्ल और बसपा के शिवशंकर सिंह के बीच कांटे की टक्कर हुई थी।