धूमधाम से 40 दिनों तक सिंधी समाज मनायेगा झूलेलाल का चालीहा। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर सिंधी समाज की बैठक। सिंधी समाज मनायेगा झूलेलाल का चालीहा
राकेश यादव
लखनऊ। राजधानी समेत प्रदेश में 16 जुलाई से चालीहा पर्व धूम धाम से मनाया जायेगा। कार्यक्रम की तैयारियां जोर शोर से चल रही है। झूलेलाल मंदिर समेत अन्य जगहों पर मनाया जायेगा चालीहा। सिंधी समाज के प्रवक्ता अशोक मोतियानी ने बताया कि पूरे देश में यह पर्व सिंधी समुदाय भगवान झूलेलाल का ( चालीहा ) बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति के साथ घर घर और हर घर में मनाते है। इस पर्व की खास बात यह भी है की इसमें रोज शाम को सिन्धी बाहुल्य क्षेत्रों के घरों और मंदिरों में पूजा अर्चना कीर्तन भजन वा ढोल नगाड़ों की धुन पर घरों में नित्य भी होता है। जिसमे जय झूलेलाल के जयकारे गूंजते हैं।
चेट्टी चंद मेला कमेटी के पदाधिकारी रतन मेघानी संजय जसवानी, सतेन्द्र भावनानी श्याम कृषनानी गोपी चंद चंदवानी, राजू जसवानी,हंसराज राज्यपाल गुलाब जसवानी दीपक लालवानी गौतम राजपाल आनंद खत्री अशोक चंदवानी ,महेश तलरेजा, दिनेश राय चांदनी,नीरज राज्यपाल इसकी तैयारियों ने जुटे हुए है। लखनऊ में सिंधी समाज प्रमुख गुरद्वारों व मंदिरों में शिव शान्ति आश्रम, सिंधु भवन मवैया, एलडीए,राजाजीपुरम,इंद्रानगर झूलेलाल मन्दिर, हरिओम मन्दिर,सिंधुनगर सिंधी पंचायत कृष्ण नगर,सहित सिंधी सभी संस्थाओं में भगवान झूलेलाल का चालीहा पर्व मनाया जायेगा।
इसलिए मनाया जाता चालीहा
लखनऊ सिंधी समाज के सिनियर सिटीजन पंडित अशोक शर्मा बताते है कि सिंध प्रांत ( पाकिस्तान ) के राजा ने वहां की जनता वा सिंधी समुदाय पर लागतार अत्याचार की हदें पार कर दी थी। उत्पीड़न से परेशान बड़ी संख्या में सिंधी समुदाय सिंधु नदी के किनारे कई दिनों तक प्रार्थना करने लगे तब खुश होकर भगवान झूलेलाल जी ने वरुण देवता के रूप में अवतार लिया उन्होने उस क्रूर राजा का सबक सीखा कर सिंधी समुदाय को उनके जुल्म से मुक्ति दिलवाई तब से हर साल 40 दिनो तक भगवान झूलेलाल का चालीहा पर्व मनाया जाने लगा। कई सिन्धी परिवार जो पूरे चालीहा में व्रत रखते हुए पूजा अर्चना कीर्तन भजन करते है वो 40 दिनो तक अपने घरों में शुद्ध शाकाहारी भोजन ग्रहण करते है। सिंधी समाज मनायेगा झूलेलाल का चालीहा