
प्रधानमंत्री ने बनारस रेलवे स्टेशन, वाराणसी से बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली तथा एरणाकुलम-बेंगलुरु के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का शुभारम्भ किया। उ0प्र0 के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहे वंदे भारत भारतीयों की, भारतीयों द्वारा, भारतीयों के लिए बनाई हुई ट्रेन, जिस पर प्रत्येक भारतीय को गर्व। विदेशी यात्री भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को देखकर अचम्भित होते आज जिस प्रकार भारत ने विकसित भारत बनने के लिए अपने साधनों को श्रेष्ठ बनाने का अभियान शुरू किया, यह ट्रेनें उस अभियान में मील का पत्थर बनेंगी। देश में चल रहीं अनेक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें देश के विकास को प्रदर्शित करती, देश में 160 से ज्यादा नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन प्रारम्भ हो चुका। दुनिया में विकसित देशों के आर्थिक विकास का बहुत बड़ा कारण वहां का इन्फ्रास्ट्रक्चर, हम विकसित काशी से विकसित भारत का मंत्र साकार करने के लिए यहां लगातार इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े कार्य कर रहे। सड़क तथा रेल यातायात गांवों तथा शहरों के विकास की गति को तेज करते, इन माध्यमों से किसान तथा उनके उत्पादों की बाजार तक आसान पहुंच हो जाती विगत 11 वर्षों में उ0प्र0 में हुए विकास कार्यों ने तीर्थाटन को एक नए स्तर पर पहुंचाया। विगत वर्ष बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए 11 करोड़ श्रद्धालु काशी आए, अयोध्या में श्रीराम मन्दिर के निर्माण के पश्चात 06 करोड़ से ज्यादा लोग श्रीरामलला के दर्शन कर चुके। उ0प्र0 की अर्थव्यवस्था को इन श्रद्धालुओं ने हजारों करोड़ रु. का लाभ पहुंचाया।
बनारस/लखनऊ। आज बनारस रेलवे स्टेशन, वाराणसी से बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली तथा एरणाकुलम-बेंगलुरु के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरी झण्डी दिखाकर शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहे। वंदे भारत भारतीयों की,भारतीयों द्वारा, भारतीयों के लिए बनाई हुई ट्रेन है, जिस पर प्रत्येक भारतीय को गर्व है। विदेशी यात्री भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को देखकर अचम्भित होते हैं। आज जिस प्रकार भारत ने विकसित भारत बनने के लिए अपने साधनों को श्रेष्ठ बनाने का अभियान शुरू किया है, यह ट्रेनें उस अभियान में मील का पत्थर बनेंगी।
दुनिया में विकसित देशों के आर्थिक विकास का बहुत बड़ा कारण वहां का इन्फ्रास्ट्रक्चर रहा है। हम विकसित काशी से विकसित भारत का मंत्र साकार करने के लिए यहां लगातार इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े अनेक कार्य कर रहे हैं। आज काशी में अच्छे अस्पताल, अच्छी सड़कें, गैस पाइपलाइन से लेकर इण्टरनेट कनेक्टिविटी जैसी सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है। यहां रोप-वे पर तेजी से काम हो रहा है। गंजारी और सिगरा स्टेडियम जैसे स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर भी यहां स्थित हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सड़क तथा रेल यातायात गांवों तथा शहरों के विकास की गति को तेज करते हैं। इन माध्यमों से किसान तथा उनके उत्पादों की बाजार तक आसान पहुंच हो जाती है। जिस क्षेत्र में बड़े-बड़े ब्रिज तथा हाईवेज जैसी व्यवस्थाएं विकसित होती हैं, उस क्षेत्र का विकास स्वतः प्रारम्भ हो जाता है। गांवों, कस्बों तथा शहरों के विकास के साथ ही सम्पूर्ण देश का विकास भी अवसंरचना पर निर्भर होता है। आज देश में अनेक एयरपोर्ट बन चुके हैं, जहां दुनिया के विभिन्न देशों से हवाई जहाजों का आवागमन होता है।
देश में चल रहीं अनेक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें देश के विकास को प्रदर्शित करती हैं। भारत विकास के पथ पर तेज गति से आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में, आज देश के अलग-अलग हिस्सों में नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत हो रही है। बनारस से खजुराहो, फिरोजपुर-दिल्ली, लखनऊ-सहारनपुर तथा एरणाकुलम-बेंगलुरु के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झण्डी दिखाई गई है। इन चार नई ट्रेनों के साथ ही, अब देश में 160 से ज्यादा नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन प्रारम्भ हो चुका है। वंदे भारत, नमो भारत और अमृत भारत जैसी ट्रेनें भारतीय रेलवे की अगली पीढ़ी की नींव तैयार कर रही हैं। यह भारतीय रेलवे को ट्रांसफॉर्म करने का अभियान है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में प्राचीनकाल से तीर्थ यात्राओं को देश की चेतना का माध्यम कहा गया है। यह यात्राएँ केवल देवदर्शन का मार्ग नहीं हैं, बल्कि भारत की आत्मा को जोड़ने वाली पवित्र परम्परा है। प्रयागराज,अयोध्या, हरिद्वार, चित्रकूट, कुरुक्षेत्र ऐसे अनगिनत तीर्थक्षेत्र हमारी आध्यात्मिक धरा के केन्द्र हैं। आज जब यह पावन धाम वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के नेटवर्क से जुड़ रहे हैं, तो एक तरह से भारत की संस्कृति, आस्था और विकास की यात्रा को जोड़ने का कार्य भी हुआ है। यह भारत की विरासत के शहरों को देश के विकास का प्रतीक बनाने की ओर एक अहम कदम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि तीर्थ यात्राओं का एक आर्थिक पहलू भी होता है। विगत 11 वर्षों में उत्तर प्रदेश में हुए विकास कार्यों ने तीर्थाटन को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है। विगत वर्ष बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए 11 करोड़ श्रद्धालु काशी आए थे। अयोध्या में श्रीराम मन्दिर के निर्माण के पश्चात 06 करोड़ से ज्यादा लोग श्रीरामलला के दर्शन कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को इन श्रद्धालुओं ने हजारों करोड़ रुपये का लाभ पहुंचाया है। इन्होंने प्रदेश के होटलों, व्यापारियों, ट्रांसपोर्ट कम्पनियों, स्थानीय कलाकारों, नाव चलाने वालों को निरन्तर आय अर्जित करने का अवसर प्रदान किया है। परिणामस्वरूप अब बनारस के सैकड़ों युवा, ट्रांसपोर्ट से लेकर बनारसी साड़ियों तक हर एक चीज में नए-नए व्यापारों को शुरू कर रहे हैं। इन सबकी वजह से यहां समृद्धि का द्वार खुल रहा है। काशी में स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार हो रहा है। 10-11 वर्ष पूर्व गम्भीर बीमारी के इलाज हेतु लोगों के पास सिर्फ बी0एच0यू0 का विकल्प होता था। मरीजों की संख्या इतनी अधिक होती थी कि पूरी-पूरी रात खड़े रहने के बाद भी उन्हें इलाज नहीं मिल पाता था। कैंसर जैसी गम्भीर बीमारी के इलाज के लिए लोग जमीन और खेत बेचकर मुम्बई जाते थे।
आज काशी के लोगों की इन सारी चिंताओं को सरकार ने कम करने का कार्य किया है। कैंसर की चिकित्सा हेतु महामना कैंसर अस्पताल, आंख के इलाज के लिए शंकर नेत्रालय, बी0एच0यू0 का अत्याधुनिक ट्रॉमा सेण्टर, शताब्दी चिकित्सालय, पाण्डेयपुर में बना मण्डलीय अस्पताल काशी, पूर्वांचल समेत आसपास के राज्यों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। इन अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना और जनऔषधि केन्द्र की सुविधा से गरीबों के करोड़ों रुपयों की बचत हो रही है। अब काशी इस पूरे क्षेत्र की हेल्थ कैपिटल के रूप में जाना जाने लगा है। हमें काशी के विकास की यह गति तथा ऊर्जा बनाए रखनी है, ताकि भव्य काशी तेजी से समृद्ध काशी बन सके। दुनिया से जो भी यहां आए वह बाबा विश्वनाथ की नगरी में अलग ऊर्जा, उत्साह और आनन्द से अभिभूत हो सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का शुभारम्भ होता है, वहां बच्चों के लिए विकसित भारत, वंदे भारत, भारत की कल्पना तथा कविता आदि विभिन्न विषयों से सम्बन्धित प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। यहां के बच्चों ने अपनी कल्पना शक्ति के माध्यम से विकसित व सुरक्षित भारत तथा विकसित काशी के अद्भुत चित्र बनाए। 12-14 वर्ष आयु तक के बेटे-बेटियां ने अत्यन्त मंत्र मुग्ध करने वाला काव्य पाठ्य किया। यह सभी काशी के होनहार बच्चों की प्रतिभा को प्रदर्शित करता है। इस अवसर पर केन्द्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव, प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। प्रधानमंत्री ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का किया शुभारम्भ

























