यूपी में आ सकता है राजनीतिक भूचाल.बीजेपी के अधिकांश सांसदों और स्थानीय नेताओं के ख़िलाफ़ बहुत ग़ुस्सा है.बीजेपी के वोटर में एक चौथाई कहते हैं कि इस बार उसे वोट नहीं देंगे.
यूपी को लेकर बड़ा दावा
अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर योगेंद्र यादव ने दावा करते हुए लिखा कि, ‘उत्तर प्रदेश में राजनैतिक भूचाल आ सकता है. मेरठ से बनारस तक 15 संसदीय क्षेत्रों में सैकड़ों ग्रामीण वोटर से बात कर यह साफ है कि सभी जगह सभी जातियों में बीजेपी का वोट खिसक रहा है. 70 तो छोड़िए, बीजेपी के लिये 60 सीट बचाना भी नामुमकिन है, मुझे तो 50 भी नहीं दिख रहीं.’
आमजन के बीच ये मुद्दे
योगेंद्र यादव ने अपने ग्राउंड रिपोर्ट में बताया कि, ‘उत्तर प्रदेश में पीएम मोदी के प्रति लोगों में गुस्सा नहीं, बल्कि उदासीनता है. लेकिन उन्हें राशन का श्रेय मिलता है लेकिन इस बार उनके नाम पर वोट नहीं पड़ेगा. उन्होंने अपने रिपोर्ट में बताया कि पीएम मोदी की तुलना में यूपी में मुख्यमंत्री योगी ज्यादा लोकप्रिय हैं, उन्हें गुंडागर्दी ख़त्म करने का श्रेय मिलता है. बीजेपी के अधिकांश सांसदों और स्थानीय नेताओं के ख़िलाफ़ बहुत ग़ुस्सा है. वोटर के मन में महँगाई और बेरोज़गारी है. गांव में छुट्टे जानवर सबसे बड़ा मुद्दा है.’
बीजेपी को इतने सीटों का हो सकता है नुकसान….!
उन्होंने आगे बताया कि उत्तर प्रदेश के बहुत वोटर परिवर्तन चाहते हैं चूंकि अगर तीसरी पंचवर्षीय में आ गए तब तो तानाशाही शुरू हो जाएगी. कुल मिलाकर बीजेपी के वोटर में एक चौथाई कहते हैं कि इस बार उसे वोट नहीं देंगे. सपा और कांग्रेस का वोट क़ायम है. बीएसपी में मामूली गिरावट है लेकिन वो बीजेपी को नहीं जा रहा. अगर 2019 में बीजेपी के वोट का दसवां हिस्सा भी खिसक कर सपा कांग्रेस को मिल गया तो उसे 20 सीट का नुक़सान हो सकता है. अगर इससे ज़्यादा टूट गया तो परिणाम पूरी तरह से उलट जाएगा.